-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी, बॉलीवुड एस्ट्रो एडवाइजर (व्हाट्सएप- 6367472963)
आजकल युवा कंप्यूटर, मोबाइल आदि पर लगातार काम करते हैं, नतीजे में उन्हें कई तरह की आंखों की परेशानियां होती हैं, ऐसे में उनके लिए नैत्र रोग में वरदान है- चाक्षु उपनिषद.
कृष्ण यजुर्वेदीय इस उपनिषद में नैत्र रोगों को दूर करने का मार्गदर्शन किया गया है और इसके लिए नैत्र रोगों को दूर करने के लिए सूर्यदेव से प्रार्थना की गयी है, जिसमें कहा गया है कि- सूर्यदेव अज्ञान-रूपी अन्धकार के बन्धनों से मुक्त करके प्राणि जगत् को दिव्य तेज़ प्रदान करें.
इसमें कहा गया है- हे चक्षु के देवता सूर्यदेव! आप हमारे नैत्रों में तेजोमय रूप से प्रतिष्ठित हो जाएं, हमारे नेत्र रोगों को शीघ्र समाप्त करें, हमें अपने दिव्य स्वर्णमय प्रकाश का दर्शन कराएं, हम आपको नमन करते हैं, आप हमें असत्य से सत्य की ओर ले चलें, आप हमें अज्ञान-रूपी अन्धकार से ज्ञान-रूपी प्रकाश की ओर ले जाएं.
आपके तेज़ सदृश्य कोई अन्य नहीं है, आप सच्चिदानन्द स्वरूप हैं, हम आपको बार-बार नमन करते हैं.
॥चाक्षुषोपनिषद विनियोगः॥
ॐ अस्याश्चाक्षुषीविद्याया अहिर्बुध्न्य ऋषिः, गायत्री छन्दः,सूर्यो देवता,ॐ बीजम् नमः शक्तिः,स्वाहा कीलकम्,चक्षुरोग निवृत्तये जपे विनियोगः॥
चक्षुष्मती विद्या
ॐ चक्षुः चक्षुः चक्षुः तेज स्थिरो भव.
मां पाहि पाहि.
त्वरितम् चक्षुरोगान् शमय शमय.
ममाजातरूपं तेजो दर्शय दर्शय.
यथा अहमंधोनस्यां तथा कल्पय कल्पय.
कल्याण कुरु कुरु
यानि मम् पूर्वजन्मो पार्जितानि चक्षुः प्रतिरोधक दुष्कृतानि सर्वाणि निर्मूलय निर्मूलय.
ॐ नमः चक्षुस्तेजोदात्रे दिव्याय भास्कराय.
ॐ नमः कल्याणकराय अमृताय. ॐ नमः सूर्याय.
ॐ नमो भगवते सूर्याय अक्षितेजसे नमः.
खेचराय नमः महते नमः. रजसे नमः.तमसे नमः.
असतो मा सद गमय. तमसो मा ज्योतिर्गमय. मृत्योर्मां अमृतं गमय॥
उष्णो भगवान्छुचिरूपः. हंसो भगवान् शुचि प्रतिरूपः.
ॐ विश्वरूपं घृणिनं जातवेदसं हिरण्मयं ज्योतिरूपं तपन्तम्.
सहस्त्र रश्मिः शतधा वर्तमानः पुरः प्रजानाम् उदयत्येष सूर्यः॥
ॐ नमो भगवते श्रीसूर्याय आदित्याया अक्षि तेजसे अहो वाहिनि वाहिनि स्वाहा॥
ॐ वयः सुपर्णा उपसेदुरिन्द्रं प्रियमेधा ऋषयो नाधमानाः.
अप ध्वान्तमूर्णुहि पूर्धि-चक्षुम् उग्ध्यस्मान्निधयेव बद्धां॥
ॐ पुण्डरीकाक्षाय नमः. ॐ पुष्करेक्षणाय नमः. ॐ कमलेक्षणाय नमः. ॐ विश्वरूपाय नमः. ॐ श्रीमहाविष्णवे नमः.
ॐ सूर्यनारायणाय नमः॥ ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः॥
य इमां चाक्षुष्मतीं विद्यां ब्राह्मणो नित्यम् अधीयते न तस्य अक्षिरोगो भवति. न तस्य कुले अंधो भवति. न तस्य कुले अंधो भवति.
अष्टौ ब्राह्मणान् ग्राहयित्वा विद्यासिद्धिः भवति.
विश्वरूपं घृणिनं जातवेदसं हिरण्मयं पुरुषं ज्योतिरूपमं तपतं सहस्त्र रश्मिः.
शतधावर्तमानः पुरः प्रजानाम् उदयत्येष सूर्यः.
ॐ नमो भगवते आदित्याय॥
॥इति स्तोत्रम्॥
श्री त्रिपुरा सुंदरी दैनिक धर्म-कर्म पंचांग-चौघड़िया : 13 जुलाई 2025
शक सम्वत 1947, विक्रम सम्वत 2082, अमान्त महीना आषाढ़, पूर्णिमान्त महीना श्रावण, वार रविवार, पक्ष कृष्ण, तिथि तृतीया - 01:02, (14 जुलाई 2025) तक, नक्षत्र श्रवण - 06:53 तक, योग प्रीति - 18:01 तक, करण वणिज - 13:26 तक, द्वितीय करण विष्टि - 01:02, (14 जुलाई 2025) तक, सूर्य राशि मिथुन, चन्द्र राशि मकर - 18:53 तक, राहुकाल 17:41 से 19:22, अभिजित मुहूर्त12:11 से 13:05
दैनिक चौघड़िया- 13 जुलाई 2025,
दिन का चौघड़िया
उद्वेग - 05:54 से 07:35
चर - 07:35 से 09:16
लाभ - 09:16 से 10:57
अमृत - 10:57 से 12:38
काल - 12:38 से 14:19
शुभ - 14:19 से 16:00
रोग - 16:00 से 17:41
उद्वेग - 17:41 से 19:22
रात्रि का चौघड़िया
शुभ - 19:22 से 20:41
अमृत - 20:41 से 22:00
चर - 22:00 से 23:19
रोग - 23:19 से 00:38
काल - 00:38 से 01:57
लाभ - 01:57 से 03:16
उद्वेग - 03:16 से 04:35
शुभ - 04:35 से 05:54
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, विभिन्न पंचांगों, धर्मग्रथों से साभार ली गई है, स्थानीय समय, परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यहां दिया जा रहा समय अलग-अलग शहरों में स्थानीय समय के सापेक्ष थोड़ा अलग हो सकता है.
आज का राशिफल -
मेष राशि:- समय की अनुकूलता का आभास होगा. परिवारजनों के सहयोग से कोई बड़ा काम हो सकता है. जमीन जायदाद से संबंधित मामले आज सुलझ सकते है. न्यायपक्ष मजबूत होगा.
वृष राशि:- दिन की शुरुआत में आलस के चलते कुछ न करने का मन होगा. जरूरी कार्यों को प्राथमिकता से पूर्ण करें. लेन-देन में सावधानी रखें. पुराने मित्रों से भेंट होगी. निवेश से लाभ संभव है.
मिथुन राशि:- कारखाने में नई मशीनरी के लगने से लाभ होगा. समय अपने पराये की पहचान करा देगा. जीवनसाथी के व्यवहार में परिवर्तन आयेगा. वाहन सुख संभव है. यात्रा हो सकती है.
कर्क राशि:- आप की चंचलता के चलते संबंध कमजोर होंगे. किसी भी कार्य को करने से पहले उसे समझें उसके प्रति समर्पित रहें, तो ही आप सफल होंगे. शेयर वायदा से जुड़े लोग आज सतर्कता से निवेश करें. न्यायपक्ष कमजोर रहेगा.
सिंह राशि:- समय रहते कार्यों को पूर्ण करें. लंबे समय स्वं भूमि संबंधी कार्य रुका हुआ है, उसके प्रति आप लापरवाही कर रहे है. समय रहते कार्यवाही करें. अन्यथा भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है.
कन्या राशि:- किसी भी कार्य को करने के लिए आत्मविश्वास होना चाहिये. हिम्मत से आगे बड़े सफलता मिलेगी. घरेलू खर्च बढ़ेंगे. पुराने मित्रों से मुलाक़ात हो सकती है. जल्दबाजी में गलत फैसले लेने से बचें.
तुला राशि:- कार्यों में रुकावट आ सकती है. कार्यस्थल पर बार-बार खराब हो रही मशीनरी के लिए आपने कार्य स्थल पर वास्तु अनुरूप परिवर्तन कराने से लाभ होगा विवाह प्रस्ताव आज आ सकते है.
वृश्चिक राशि:- मांगलिक कार्यों में खर्च होगा. विरोधी सक्रिय होंगे. कारोबार में विस्तार होगा. नए मित्र बनेंगे. धार्मिक कार्यों में रूचि बढ़ेगी. रिश्तो में दरार आ सकती है.
धनु राशि:- पारिवारिक सोहार्द बना रहेगा. किसी रिश्तेदार की मदद से कार्य पूर्ण होंगे. व्यापार में परिवर्तन के योग है. ससुराल पक्ष से सुखद समाचार प्राप्त होंगे.
मकर राशि:- अपने प्रोफेशन से आप न खुश है, समय के साथ स्थिति आप के अनुकूल बनेगी. जीवनसाथी का व्यवहार मनोबल बढ़ाएगा. कर्ज लेने की स्थिति निर्मित हो सकती है.
कुम्भ राशि:- अपने सहकर्मियों से बातों में नर्मी लायें. विदेश में व्यापार स्थापित करने का विचार सफल होगा. नौकरी बदलने के योग बन रहे है. किसी की सिफारिश से काम बन सकता है.
मीन राशि:- हितकारी समय चल रहा है. सप्रयोजन यात्रा से लाभ होगा. महत्वपूर्ण अनुबंध आज हो सकते है. नेत्र रोग से पीड़ित रहेंगे. समय पर कार्य करना सीखें.
* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 7879372913
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

