-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी, बॉलीवुड एस्ट्रो एडवाइजर (व्हाट्सएप- 6367472963)
* मासिक कृष्ण जन्माष्टमी - 17 जुलाई 2025, गुरुवार
* मासिक कृष्ण जन्माष्टमी पूजा - 00:17 से 01:00, 18 जुलाई 2025
* कृष्ण अष्टमी प्रारम्भ - 19:08, 17 जुलाई 2025
* कृष्ण अष्टमी समाप्त - 17:01, 18 जुलाई 2025
श्रीकृष्ण के विविध स्वरूपों की नामावली का प्रतिदिन प्रात: स्मरण करने से कामयाबी के रास्ते खुल जाते हैं...
भगवान श्रीकृष्ण चतुर्विंशति नामावलि!
श्री केशवाय नमः.
श्री नारायणाय नमः.
श्री माधवाय नमः.
श्री गोविन्दाय नमः.
श्री विष्णवे नमः.
श्री मधुसूदनाय नमः.
श्री त्रिविक्रमाय नमः.
श्री वामनाय नमः.
श्री श्रीधराय नमः.
श्री हृषीकेशाय नमः.
श्री पद्मनाभाय नमः.
श्री दामोदराय नमः.
श्री संकर्षणाय नमः.
श्री वासुदेवाय नमः.
श्री प्रद्युम्नाय नमः.
श्री अनिरुद्धाय नमः.
श्री पुरुषोत्तमाय नमः.
श्री अधोक्षजाय नमः.
श्री नारसिंहाय नमः.
श्री अच्युताय नमः.
श्री जनार्दनाय नमः.
श्री उपेन्द्राय नमः.
श्री हरये नमः.
श्री कृष्णाय नमः.
॥ इति श्रीकृष्णचतुर्विंशतिनामावलिः सम्पूर्णा ॥
श्री त्रिपुरा सुंदरी दैनिक धर्म-कर्म पंचांग-चौघड़िया : 17 जुलाई 2025
शक सम्वत 1947, विक्रम सम्वत 2082, अमान्त महीना आषाढ़, पूर्णिमान्त महीना श्रावण, वार गुरुवार, पक्ष कृष्ण, तिथि सप्तमी - 19:08 तक, नक्षत्र रेवती - 03:39, (18 जुलाई 2025) तक, योग अतिगण्ड - 09:29 तक, करण विष्टि - 08:07 तक, द्वितीय करण बव - 19:08 तक, सूर्य राशि कर्क, चन्द्र राशि मीन - 03:39, (18 जुलाई 2025) तक, राहुकाल 14:19 से 16:00, अभिजित मुहूर्त 12:11 से 13:05
दैनिक चौघड़िया- 17 जुलाई 2025, गुरुवार
दिन का चौघड़िया
शुभ - 05:56 से 07:36
रोग - 07:36 से 09:17
उद्वेग - 09:17 से 10:58
चर - 10:58 से 12:38
लाभ - 12:38 से 14:19
अमृत - 14:19 से 16:00
काल - 16:00 से 17:40
शुभ - 17:40 से 19:21
रात्रि का चौघड़िया
अमृत - 19:21 से 20:40
चर - 20:40 से 22:00
रोग - 22:00 से 23:19
काल - 23:19 से 00:39
लाभ - 00:39 से 01:58
उद्वेग - 01:58 से 03:17
शुभ - 03:17 से 04:37
अमृत - 04:37 से 05:56
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, विभिन्न पंचांगों, धर्मग्रथों से साभार ली गई है, स्थानीय समय, परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यहां दिया जा रहा समय अलग-अलग शहरों में स्थानीय समय के सापेक्ष थोड़ा अलग हो सकता है.
आज का राशिफल -
मेष राशि:- (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)
जीवनसाथी का सहयोग उलझे मामले सुलझाने में सहायक हो सकेगा. वाहन सावधानी से चलाएँ. कोर्ट-कचहरी में अनुकूलता रहेगी. पूजा-पाठ में मन लगेगा. व्यवसाय ठीक चलेगा. झंझटों में न पड़ें. उधार दिया धन मिलने से राहत हो सकती है.
वृष राशि:- (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
अपने काम से काम रखें. स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही न करें. आवास संबंधी समस्या हल होगी. आलस्य न करें. सोचे काम समय पर नहीं हो पाएँगे. चोट, चोरी व विवाद से हानि संभव है. जोखिम व जमानत के कार्य टालें. कुसंगति से हानि होगी.
मिथुन राशि:- (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)
परिवार की समस्याओं का समाधान हो सकेगा. व्यापार में नई योजनाएँ बनेंगी. व्यापार अच्छा चलेगा. रुके हुए काम समय पर पूरे होने से आत्मविश्वास बढ़ेगा. राजकीय बाधा दूर होकर लाभ होगा. प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी. क्रोध पर नियंत्रण रखें. लाभ होगा.
कर्क राशि:- (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
व्यापार अच्छा चलेगा. कार्य के विस्तार की योजनाएँ बनेंगी. रोजगार में उन्नति एवं लाभ की संभावना है. पठन-पाठन में रुचि बढ़ेगी. लाभदायक समाचार मिलेंगे. भूमि व भवन संबंधी कार्य लाभ देंगे. रोजगार मिलेगा. शत्रु भय रहेगा. निवेश व नौकरी लाभ देंगे.
सिंह राशि:- (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे. पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा. व्यवसाय ठीक चलेगा. विवाद न करें. सामाजिक एवं राजकीय ख्याति में अभिवृद्धि होगी. आर्थिक अनुकूलता रहेगी. रुका धन मिलने से धन संग्रह होगा. राज्यपक्ष से लाभ के योग हैं.
कन्या राशि:- (ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
व्यावसायिक चिंता रहेगी. संतान के व्यवहार से कष्ट होगा. सहयोगी मदद नहीं करेंगे. व्ययों में कटौती करने का प्रयास करें. वाहन चलाते समय सावधानी रखें. उत्तेजना पर नियंत्रण रखें. शत्रु सक्रिय रहेंगे. शोक समाचार मिल सकता है. थकान महसूस होगी.
तुला राशि:- (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
मेहनत का फल मिलेगा. कार्यसिद्धि से प्रसन्नता रहेगी. व्यवसाय ठीक चलेगा. प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी. परिवार में प्रसन्नता का वातावरण रहेगा. व्यापार के कार्य से बाहर जाना पड़ सकता है. कार्यपद्धति में विश्वसनीयता बनाएँ रखें. धनार्जन होगा.
वृश्चिक राशि:- (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
भूमि व संपत्ति संबंधी कार्य होंगे. पूर्व कर्म फलीभूत होंगे. परिवार में सुखद वातावरण रहेगा. व्यापार में इच्छित लाभ होगा. अतिथियों का आवागमन रहेगा. उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी. स्वाभिमान बना रहेगा. नई योजनाओं की शुरुआत होगी. संतान की प्रगति संभव है.
धनु राशि:- (ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)
प्रियजनों का पूर्ण सहयोग मिलेगा. व्यावसायिक चिंताएँ दूर होंगी. आर्थिक स्थिति मजबूत होगी. बेरोजगारी दूर होगी. व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी. भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी. जोखिम न लें. क्रोध एवं उत्तेजना पर संयम रखें. सत्कार्य में रुचि बढ़ेगी.
मकर राशि:- (भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें. व्ययवृद्धि होगी. तनाव रहेगा. अपरिचितों पर विश्वास न करें. प्रयास में आलस्य व विलंब नहीं करना चाहिए. रुके हुए काम समय पर होने की संभावना है. विरोधी परास्त होंगे. यात्रा कष्टप्रद हो सकती है. धैर्य एवं संयम बना रहेगा.
कुम्भ राशि:- (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
प्रियजनों से पूरी मदद मिलेगी. धन प्राप्ति के योग हैं. स्वयं के सामर्थ्य से ही भाग्योन्नति के अवसर आएँगे. संतान के कार्यों में उन्नति के योग हैं. व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी. रुका हुआ धन मिलेगा. प्रसन्नता रहेगी. जल्दबाजी न करें.
मीन राशि:- (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
नई योजना बनेगी. कार्यप्रणाली में सुधार होगा. मान-सम्मान मिलेगा. व्यवसाय ठीक चलेगा. स्वास्थ्य के प्रति सावधानी रखें. कार्यक्षमता एवं कार्यकुशलता बढ़ेगी. कर्म के प्रति पूर्ण समर्पण व उत्साह रखें. व्यापार में नई योजनाओं से लाभ होगा.
* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 7879372913
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

