पलपल संवाददाता, छिंदवाड़ा. एमपी के छिंदवाड़ा स्थित ग्राम गुरैया क्षेत्र में रहने वाली नाबालिगा को पड़ोसी दम्पति काम के बहाने अपने साथ ले गए और सागर की एक महिला दलाल की मदद से दमोह में कमलेश लोधी को 80 हजार रुपए में बेच दिया. पुलिस ने मां की रिपोर्ट गुमशुदगी का मामला दर्ज कर तलाश की तो यह तथ्य सामने आए. जिसपर ने नाबालिगा को दमोह से बरामद कर तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया.
छिंदवाड़ा के ग्राम गुरैया में रहने वाली महिला ने थाना पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी नाबालिग बेटी को 5 जुलाई को पड़ोसी रितेश यादव व उसकी पत्नी निधि यादव खाना बनाने के बहाने 3 दिन के लिए अपने साथ ले गए थे. पूर्व में भी वे बच्ची को इसी तरह अपने घर काम पर ले गए थे. इसलिए भरोसा कर उसे भेजा गया. लेकिन इस बार लड़की लौटकर नहीं आई तब परिजनों ने थाना देहात में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई.
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तलाश शुरु कर दी. इस दौरान खबर मिली कि नाबालिगा दमोह के ग्राम नीमखेड़ा है. पुलिस ने ग्राम नीमखेड़ा में दबिश देकर नाबालिगा को दस्तयाब किया. पूछताछ में पता चला कि रितेश व उसकी पत्नी निधि ने सागर की एक महिला दलाल की मदद से नाबालिग को दमोह निवासी कमलेश लोधी को 80 हजार रुपए में बेच दिया था. पुलिस ने मामले में रितेश व उसकी पत्नी निधि निवासी गुरैया छिंदवाड़ा व कमलेश पिता अजुद्दी लोधी उम्र 21 वर्ष निवासी नीमखेड़ा थाना बटियागढ़ जिला दमोह को पकड़ा है.
मेडिकल जांच में नाबालिगा गर्भवती निकली-
पुलिस ने जब लड़की को दस्तयाब कर मेडिकल जांच कराई गई तो डॉक्टरों ने बताया कि वह गर्भवती है. पूछताछ में नाबालिग ने बताया कि उसे बेचने से पहले ही उसके मुंहबोले चाचा ने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए थे. अब थाना देहात पुलिस इस नए खुलासे के बाद एक और आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की तैयारी में है.
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