तिरुवथिराई महोत्सव में पहुंचे पीएम मोदी, बोले 140 करोड़ भारतीयों के कल्याण, देश की प्रगति के लिए प्रार्थन की है

तिरुवथिराई महोत्सव में पहुंचे पीएम मोदी, बोले 140 करोड़ भारतीयों के कल्याण

प्रेषित समय :17:52:42 PM / Sun, Jul 27th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

गंगईकोंडा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज तमिलनाडु के गंगईकोंडा चोलपुरम मंदिर में आयोजित आदि तिरुवथिराई महोत्सव में हिस्सा लिया. इस अवसर पर उन्होंने भारतीय संस्कृतिए ऐतिहासिक विरासत और राष्ट्र की सुरक्षा को लेकर महत्वपूर्ण संबोधन दियाए जिसमें उन्होंने 140 करोड़ भारतीयों के कल्याण और देश की निरंतर प्रगति के लिए प्रार्थना की.

कार्यक्रम के दौरान जनता को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मैं तो काशी का सांसद हूं. जब मैं नम: शिवाय सुनता हूं तो रोंगटे खड़े हो जाते हैं. शिव दर्शन की अद्भुत ऊर्जा, श्री इलैयाराजा का संगीत व मंत्रोच्चार यह आध्यात्मिक अनुभव मन को भावविभोर कर देता है. उन्होंने भगवान शिव से सभी पर कृपा बरसाने की प्रार्थना करते हुए श्हर हर महादेव का जयघोष किया. प्रधानमंत्री ने चोल राजाओं के राजनयिक व व्यापारिक संबंधों के विस्तार का उल्लेख कियाए जो श्रीलंका, मालदीव व दक्षिण-पूर्व एशिया तक फैले हुए थे. उन्होंने इस बात पर भी गौर किया कि वे एक दिन पहले ही मालदीव से लौटे हैं.

पीएम मोदी ने कहा कि चोल साम्राज्य का इतिहास और उसकी विरासत भारत के वास्तविक सामर्थ्य का प्रतीक है और यह उस भारत के सपने की प्रेरणा है. जिसे लेकर आज हम विकसित भारत के लक्ष्य की ओर आगे बढ़ रहे हैं. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि चोल राजाओं ने भारत को सांस्कृतिक एकता में पिरोया था. आज केंद्र सरकार चोला युग के उन्हीं विचारों को आगे बढ़ा रही है. उन्होंने काशी-तमिल संगमम् और सौराष्ट्र.तमिल संगमम् जैसे आयोजनों का उदाहरण दियाए जिनके माध्यम से सदियों पुराने एकता के सूत्रों को मजबूत किया जा रहा है.

सेंगोल की स्थापना और राष्ट्रीय गौरव-

पीएम मोदी ने देश की नई संसद के लोकार्पण समारोह को भी याद किया. जहां शिव आदीनम के संतों ने आध्यात्मिक नेतृत्व किया था. तमिल संस्कृति से जुड़े श्सेंगोल को संसद में स्थापित किया गया था. उन्होंने कहा कि मैं आज भी उस पल को याद करता हूं तो गौरव से भर जाता हूं.

आर्थिक और सामरिक उन्नति की प्रेरणा-

प्रधानमंत्री ने चोल युग में भारत द्वारा छुए गए आर्थिक और सामरिक उन्नति के शिखर को आज भी प्रेरणादायक बताया. उन्होंने राजराजा चोल द्वारा एक शक्तिशाली नौसेना के निर्माण और राजेंद्र चोल द्वारा इसे और सुदृढ़ करने का उल्लेख किया.

वर्तमान भारत की सुरक्षा प्राथमिकता-

वर्तमान भारत की सुरक्षा प्राथमिकताओं पर प्रकाश डालते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज का भारत अपनी सुरक्षा को सर्वोपरि मानता है. उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर  का जिक्र करते हुए कहा कि दुनिया ने देखा है कि अगर कोई भारत की सुरक्षा और संप्रभुता पर हमला करता है तो भारत उसे उसी की भाषा में जवाब देना जानता है. उन्होंने दृढ़ता से कहा कि इस ऑपरेशन ने साफ कर दिया है कि अब भारत के दुश्मनों और आतंकवादियों के लिए दुनिया में कोई जगह सुरक्षित नहीं है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-