2025 के पहले छह महीनों में भारतीय ओटीटी पर एक ऐतिहासिक मोड़ तब आया जब JioCinema पर रिलीज़ हुई वेब सीरीज़ Criminal Justice: A Family Matter ने 27.7 मिलियन यूनिक व्यूअर्स के आंकड़े को पार कर लिया. Ormax Media की रिपोर्ट के अनुसार, यह आंकड़ा 2025 की किसी भी स्ट्रीमिंग ऑरिजिनल के लिए सर्वाधिक है — यानी यह शो साल की नंबर 1 वेब सीरीज़ बन गई है.
यह केवल एक क्राइम-लीगल ड्रामा नहीं, बल्कि भारतीय समाज की जटिल पारिवारिक संरचना और कानून की धीमी, लेकिन गूढ़ प्रक्रिया का यथार्थ चित्रण है. इस सीरीज़ ने भारतीय ओटीटी दर्शकों की परिपक्व होती समझ और उनके बदलते स्वाद को भी उजागर किया है.
कहानी जो दिल को छूती है और सोचने पर मजबूर करती है
‘अ फैमिली मैटर’ शीर्षक कोई संयोग नहीं है. यह कहानी एक 15 वर्षीय किशोर के अपराध और उसके पीछे छिपे घरेलू दबाव, माता-पिता के टूटते रिश्तों और न्याय व्यवस्था में व्यक्ति की लाचार स्थिति को उकेरती है.
विक्रांत मैसी ने एक बार फिर अपने सहज और भावप्रवण अभिनय से इस कोर्टरूम ड्रामा को जीवंत बना दिया. दर्शकों ने यह महसूस किया कि यह सिर्फ किसी एक परिवार की नहीं, बल्कि हर उस भारतीय घर की कहानी है जहाँ “गलती” और “गुनाह” के बीच की रेखा धुंधली हो जाती है.
पंकज त्रिपाठी की अनुपस्थिति और फ्रैंचाइज़ी की मजबूती
सीरीज़ में पंकज त्रिपाठी की कमी ज़रूर महसूस की गई, लेकिन यह बात भी साफ हुई कि फ्रैंचाइज़ी अब एक स्टार के भरोसे नहीं, बल्कि अपनी कहानी की गहराई और संवेदनशील निर्देशन पर टिकी हुई है.
यह दिखाता है कि भारतीय दर्शक अब स्टार-ड्रिवन नहीं, कंटेंट-ड्रिवन मनोरंजन की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं.
ओटीटी की दुनिया में सामाजिक यथार्थ की वापसी
Criminal Justice की यह किस्त दिखाती है कि अब ओटीटी प्लेटफॉर्म केवल मनोरंजन के लिए नहीं, बल्कि समाज को प्रतिबिंबित करने वाले माध्यम बनते जा रहे हैं.
न्याय प्रक्रिया की पेचीदगियाँ
किशोर अपराध की मनोवैज्ञानिक पड़ताल
पारिवारिक विघटन और वर्गीय असमानता
ये सब मुद्दे जिस संवेदनशीलता से सीरीज़ में प्रस्तुत किए गए हैं, वह इसे आम थ्रिलर से अलग बनाता है.
दर्शकों की बदली हुई मानसिकता
27.7 मिलियन व्यूज़ सिर्फ एक आँकड़ा नहीं है, यह दर्शकों के रुझान में आए विकास का प्रमाण है. पहले जहाँ मसालेदार, तेज रफ्तार और ग्लैमरस कंटेंट ही क्लिक करता था, अब दर्शक धीमी गति, गहराई और नैतिक उलझनों से भरी कहानियों की ओर आकर्षित हो रहे हैं.
यह एक बड़ा बदलाव है, जो दर्शाता है कि भारत का ओटीटी दर्शक अब सिर्फ बिंज-व्यूअर नहीं, बल्कि सोचने वाला व्यूअर भी है.
न्याय, संवेदना और स्क्रीन का नया समीकरण
Criminal Justice: A Family Matter की ऐतिहासिक सफलता यह बताती है कि अगर कहानी में ईमानदारी हो, मुद्दे ज़मीन से जुड़े हों और अभिनय सधा हुआ हो—तो दर्शक जुड़ते हैं, सराहते हैं और बार-बार लौटते हैं.
यह सीरीज़ न केवल एक मनोरंजन उत्पाद है, बल्कि यह एक सामाजिक दर्पण, विचारणीय अनुभव और नई टीवी-संस्कृति का प्रवेशद्वार बन चुकी है.
क्या यह भविष्य है?
अगर आने वाले समय में और भी स्टूडियो इसी तरह का यथार्थवादी, विषय-आधारित कंटेंट बनाएँ, तो भारत का ओटीटी वैश्विक स्तर पर न केवल प्रतिस्पर्धा कर सकता है, बल्कि नेतृत्व भी कर सकता है.

