लखनऊ. रेलवे भर्ती घोटाले में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड (आरआरबी) के पूर्व चेयरमैन समेत पांच लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. मामला साल 2018-19 में आरआरबी गोरखपुर द्वारा आयोजित असिस्टेंट लोको पायलट और टेक्नीशियन ग्रेड की भर्ती से जुड़ा है, जिसमें गड़बड़ी और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे थे.
सीबीआई की एंटी करप्शन ब्यूरो लखनऊ ने उत्तर-पूर्व रेलवे (एनईआर) के उप मुख्य सतर्कता अधिकारी, लेखा की रिपोर्ट के आधार पर यह मामला दर्ज किया है. एफआईआर में तत्कालीन चेयरमैन प्रवीण कुमार राय, तत्कालीन टेक्नीशियन विनय कुमार श्रीवास्तव, तत्कालीन कार्यालय सहायक वरुण राज मिश्रा, सूरज कुमार श्रीवास्तव और अन्य अज्ञात लोगों के नाम शामिल हैं.
यह है मामला
आरोप है कि चयनित अभ्यर्थियों का पैनल जानबूझकर समय पर तैयार और जारी नहीं किया गया. नाम शामिल करने में विलंब कर अभ्यर्थियों से पैसों की मांग की गई. कई चयनित उम्मीदवारों ने रेल प्रशासन पर जानबूझकर उनका चयन रोके रखने और वसूली करने का आरोप लगाया था.
भर्ती में नहीं बरती गई पारदर्शिता
रेलवे विजिलेंस की आंतरिक जांच में इन आरोपों की पुष्टि हुई है. जांच रिपोर्ट के मुताबिक भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं बरती गई और एक संगठित तरीके से धोखाधड़ी, घूसखोरी और साजिश रची गई. इसी आधार पर सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की है. इसी मामले में गुरुवार को सीबीआई ने गोरखपुर में आरोपियों के आवासों पर छापेमारी भी की थी. इस दौरान एजेंसी को कई अहम दस्तावेज, बैंक पासबुक, जमीनों के कागजात और जेवरात से संबंधित जानकारी मिली. बरामद कागजातों की जांच की जा रही है ताकि अवैध लेन-देन और संपत्ति के सबूत जुटाए जा सकें.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

