Gen Z के फैशन ट्रेंड में इन दिनों एक दिलचस्प बदलाव देखने को मिल रहा है. जहां एक ओर नए डिज़ाइन और मॉडर्न कट्स का बोलबाला है, वहीं दूसरी ओर 2000 के शुरुआती दशक का Y2K स्टाइल एक बार फिर मजबूती से वापसी कर चुका है. Juicy Couture के वेलवेट ट्रैकसूट्स, बेड़ाज़ल्ड जीन्स, लो-राइज़ डेनिम्स, मिनी स्कर्ट्स और बेबी टीज़ जैसे फैशन पीस फिर से रैंप से लेकर स्ट्रीट स्टाइल तक जगह बना रहे हैं. यह सिर्फ एक फैशन ट्रेंड नहीं, बल्कि पुरानी यादों को नए अंदाज़ में जीने का तरीका बन गया है.
Y2K फैशन की इस वापसी का एक बड़ा कारण सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का योगदान है. Depop और Poshmark जैसे रीसेल प्लेटफॉर्म्स से लेकर Instagram और TikTok तक, हर जगह #Y2KFashion, #2000sStyle जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं. इन्फ्लुएंसर्स और कंटेंट क्रिएटर्स इन स्टाइल्स को नए-पुराने आइटम्स के मिश्रण के साथ पेश कर रहे हैं. इससे न केवल 2000 के दशक के असली विंटेज पीस दोबारा चर्चा में आ गए हैं, बल्कि थ्रिफ्टिंग और री-यूज़ जैसी स्थिरता-आधारित सोच को भी बढ़ावा मिल रहा है.
Gen Z की पीढ़ी फैशन के मामले में स्थिरता और पुन: उपयोग को अहमियत देती है. Y2K ट्रेंड में वापसी के साथ वे फैशन में ‘सस्टेनेबिलिटी’ का नया संदेश दे रहे हैं—पुराने कपड़ों को फेंकने के बजाय उन्हें नए तरीके से स्टाइल करना. यह विचारधारा पर्यावरण-सचेत उपभोक्ताओं के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही है. नतीजतन, सेकंड-हैंड और थ्रिफ्ट स्टोर्स की डिमांड में भी इजाफा हुआ है.
Y2K फैशन को लोकप्रिय बनाने में पॉप कल्चर का भी अहम योगदान है. 2000 के दशक में ब्रिटनी स्पीयर्स, पेरिस हिल्टन, जेनिफर लोपेज और क्रिस्टीना एगुइलेरा जैसे सितारों ने जो फैशन अपनाया था, वही आज के युवा TikTok वीडियो और Instagram रील्स के ज़रिए रीक्रिएट कर रहे हैं. मज़े की बात यह है कि कई बार ये लुक्स उनके माता-पिता के वार्डरोब से भी निकल आते हैं, जो असली विंटेज टच देते हैं.
इस फैशन रिवाइवल में DIY (Do It Yourself) का ट्रेंड भी तेजी से बढ़ रहा है. पुराने कपड़ों को अपसाइकिल करके नया डिजाइन देना, पर्सनलाइजेशन के लिए पिन्स और पैचेज लगाना, और अपनी पसंद के कलर्स में कपड़ों को डाई करना—ये सब इस ट्रेंड को और भी पर्सनल और क्रिएटिव बना रहे हैं. Gen Z अपने फैशन में यूनिकनेस चाहती है, और Y2K उन्हें यह आज़ादी देता है.
सोशल मीडिया पर इस ट्रेंड को लेकर एक दिलचस्प चर्चा यह भी है कि यह केवल फैशन नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक ‘थ्रोबैक’ है. 2000 का दौर इंटरनेट और मोबाइल कल्चर की शुरुआत का समय था—रंगीन MSN चैट स्क्रीन्स, शुरुआती MP3 प्लेयर, फ्लिप फोन्स और चंकी डिजिटल कैमरा का ज़माना. Y2K फैशन पहनकर आज के युवा उस दौर की बिंदास और बेफिक्र लाइफस्टाइल को महसूस करना चाहते हैं, भले ही उन्होंने वह दौर खुद कभी जिया न हो.
फैशन इंडस्ट्री ने भी इस ट्रेंड को भुनाने में देर नहीं लगाई. कई बड़े ब्रांड्स ने अपने पुराने डिज़ाइनों को दोबारा लॉन्च किया है. Juicy Couture के ट्रैकसूट्स नए कलर्स में वापस आए हैं, और Levi’s जैसी कंपनियां लो-राइज़ जीन्स की नई रेंज लेकर आई हैं. हाई-स्ट्रीट फैशन ब्रांड्स और ऑनलाइन रिटेलर्स भी Y2K-इंस्पायर्ड कलेक्शन्स से अपने ग्राहकों को आकर्षित कर रहे हैं.
कुल मिलाकर, Y2K फैशन की वापसी सिर्फ कपड़ों का ट्रेंड नहीं, बल्कि एक जनरेशन का स्टेटमेंट है—एक ऐसा स्टाइल जो नॉस्टेल्जिया, स्थिरता और पर्सनल एक्सप्रेशन का मेल है. यह दिखाता है कि फैशन के चक्र में पुराने ट्रेंड कभी सचमुच गायब नहीं होते, बल्कि समय के साथ नए रंग-रूप में फिर लौट आते हैं. और फिलहाल, Gen Z के लिए Y2K वह रंगीन और ग्लैमरस वापसी है, जिसने सोशल मीडिया और सड़कों दोनों पर ही फैशन का नया उत्सव खड़ा कर दिया है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

