राजस्थान: 50 लाख के बीमा क्लेम के लिए खुद को मारा, नगर निगम से डेथ सर्टिफिकेट बनवाया, हुआ खुलासा

राजस्थान: 50 लाख के बीमा क्लेम के लिए खुद को मारा

प्रेषित समय :18:49:50 PM / Sat, Aug 16th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

बीकानेर. राजस्थान के बीकानेर में 50 लाख रुपए के क्लेम के लिए नर्सिंगकर्मी ने खुद को मरा हुआ बता दिया. पैसा लेने के लिए उसने श्मशान घाट से अंतिम संस्कार की रसीद बनवा ली. जब बैंक ने पड़ताल की तो युवक जिंदा निकला. मामला जयनारायण व्यास कॉलोनी थाने का है.

पुलिस ने आरोपी मांगीलाल ज्याणी (29) निवासी 19 जीडी थाना घड़साना (श्रीगंगानगर) को गिरफ्तार किया है. युवक मेल नर्स है और होम केयर का काम करता था. युवक ने डॉक्यूमेंट भी फर्जी तैयार किए थे. इसके लिए वह करणी नगर में जिस किराए के मकान में रहता था, उसी को अपना बताकर वहां के पते पर डॉक्यूमेंट तैयार करवा लिए थे.

50 लाख का टर्म इंश्योरेंस करवाया था

एसआई देवेंद्र सोनी ने बताया कि 22 अगस्त 2024 को बंधन लाइफ इंश्योरेंस के लीगल ऑफिसर सौरभ कुमार की ओर से जयनारायण व्यास कॉलोनी पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया गया था. उन्होंने बताया कि मांगीलाल श्रीगंगानगर का रहने वाला है. मांगीलाल ने 9 अगस्त 2023 को 50 लाख रुपए का टर्म लाइफ रिस्क इंश्योरेंस प्लान लिया था. इसकी महीने की किस्त 1221 रुपए थी. दो किश्त जमा होने के बाद 14 अक्टूबर 2023 को बताया गया कि मांगीलाल की हार्ट अटैक से मौत हो चुकी है. इसके बाद मांगीलाल के दोस्त (जिसे पवन बताया गया था) की ओर से इंश्योरेंस के पैसे के लिए क्लेम किया गया.

इंश्योरेंस करवाने से पहले बैंक अकाउंट भी खुलवाया

पुलिस जांच में पता चला कि मांगीलाल के इस पूरे फर्जीवाड़े में उसका एक दोस्त शाहरुख उर्फ सन्नी भी शामिल है. जिसके खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है. क्लेम उठाने के लिए मांगीलाल ने पहले बैंक ऑफ बड़ौदा में पवन के नाम से फर्जी खाता खुलवाया.

फर्जी आधार, पेन और जन आधार कार्ड बनवाए

इंश्योरेंस में भी नॉमिनी पवन को बताया. पुलिस जांच में सामने आया है कि मांगीलाल ने अपने दोस्त को ही पवन बताकर फर्जी डॉक्यूमेंट बनाए थे. इतना ही नहीं श्रीगंगानगर के रहने वाले पवन ने अपने आप को बीकानेर के करणी नगर का निवासी बताकर फर्जी आधार, पैन कार्ड और जन आधार कार्ड तैयार करवाया.

नगर निगम से बनवाया फर्जी डेथ सर्टिफिकेट

जब बैंक की ओर से मांगीलाल की मौत को लेकर डॉक्यूमेंट मांगे गए तो फर्जी डेथ सर्टिफिकेट कंपनी को पेश किया गया. इतना ही नहीं मांगीलाल के दोस्त ने कंप्यूटर से करनीसर मुक्ति धाम के नाम से अंतिम संस्कार की फर्जी रसीद तैयार की. इसी के आधार पर बीकानेर नगर निगम से फर्जी डेथ सर्टिफिकेट तैयार किया.

बैंक ने जांच में जिंदा निकला

जब बैंक की ओर से इसकी पड़ताल की गई तो गड़बड़ी मिली. उसके घर और बाकी जगह पर जब पता किया तो कोई नहीं मिला. मांगीलाल की मौत कैसे हुई. यहां लोगों से पता चला कि मांगीलाल जिंदा है. इस पर उसके जिंदा होने के सबूत शामिल कर थाने में मामला दर्ज करवाया गया. इसके बाद मांगीलाल को गिरफ्तार किया गया.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-