भारतीय क्रिकेट में हर नई टिप्पणी, खासकर जब वह किसी वरिष्ठ खिलाड़ी या पूर्व दिग्गज की ओर से आती है, तो एक नई बहस को जन्म देती है. पूर्व भारतीय क्रिकेटर और युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने हाल ही में यह बड़ा दावा किया है कि भारतीय कप्तान रोहित शर्मा अपनी फिटनेस, तकनीकी दक्षता और मानसिक मजबूती के दम पर 45 वर्ष की आयु तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल सकते हैं.यह कथन अपने आप में चौंकाने वाला है क्योंकि आधुनिक क्रिकेट, विशेष रूप से टी20 और वनडे प्रारूप, खिलाड़ियों पर अत्यधिक शारीरिक और मानसिक दबाव डालते हैं. ऐसे में किसी खिलाड़ी का 45 साल तक खेलना कल्पना मात्र जैसा लगता है. लेकिन योगराज सिंह का तर्क यह है कि यदि फिटनेस स्तर उच्च रखा जाए और खेल के प्रति प्रतिबद्धता बनी रहे, तो यह संभव है.योगराज सिंह का दावा केवल एक "साहसिक टिप्पणी" नहीं, बल्कि यह भारतीय क्रिकेट के भविष्य पर एक गहन बहस है.
क्या अनुभव को प्राथमिकता दी जानी चाहिए?
क्या उम्र बढ़ने पर भी प्रदर्शन मानक बने रह सकते हैं?
क्या क्रिकेटर अपने करियर को विज्ञान और अनुशासन के सहारे 45 तक खींच सकते हैं?
रोहित शर्मा की प्रतिभा और धैर्य निश्चित रूप से उन्हें लंबे करियर की ओर ले जा सकते हैं, लेकिन 45 तक खेलने की संभावना इस बात पर निर्भर करेगी कि वे अपनी फिटनेस, मानसिक संतुलन और टीम की आवश्यकता को कैसे संतुलित करते हैं.
संक्षेप में कहा जाए तो — योगराज सिंह का यह दावा रोहित शर्मा की क्षमताओं की तारीफ है और साथ ही यह भारतीय क्रिकेट में "दीर्घायु" पर चर्चा को नया आयाम देता है. अगर रोहित वाकई 45 की उम्र तक खेलते हैं तो वह न केवल भारत बल्कि विश्व क्रिकेट में एक अद्वितीय उदाहरण बन जाएंगे.
आइए इस पूरे दावे का विश्लेषण विभिन्न दृष्टिकोणों से करते हैं—
1. रोहित शर्मा की मौजूदा स्थिति
रोहित शर्मा वर्तमान में (2025 तक) भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे अनुभवी और सफल खिलाड़ियों में गिने जाते हैं.
उम्र: 38 वर्ष के करीब
भूमिका: भारतीय टीम के कप्तान और ओपनिंग बल्लेबाज़
रिकॉर्ड:
वनडे में तीन दोहरे शतक
टेस्ट और टी20 में स्थिर प्रदर्शन
2023 वर्ल्ड कप में शानदार कप्तानी और बल्लेबाज़ी
रोहित शर्मा की तकनीक उन्हें लंबे समय तक खेलने योग्य बनाती है. उनकी बल्लेबाज़ी का सबसे बड़ा गुण है—गति के अनुसार एडजस्ट करने की क्षमता. चाहे टेस्ट का धैर्यपूर्ण खेल हो या टी20 की तेज़ पारी, वह दोनों में संतुलन साध लेते हैं.
2. योगराज सिंह का दावा क्यों महत्वपूर्ण है?
योगराज सिंह स्वयं लंबे समय तक क्रिकेट से जुड़े रहे हैं और उनकी राय को हल्के में नहीं लिया जा सकता. उन्होंने कहा:
रोहित शर्मा के पास "नेचुरल टाइमिंग" और "फ्री-फ्लोइंग" बल्लेबाज़ी है.
फिटनेस पर ध्यान दें तो वह 45 वर्ष तक खेल सकते हैं.
उनका अनुभव और खेल को पढ़ने की क्षमता उन्हें लंबे समय तक टिकने में मदद करेगी.
यह दावा भारतीय क्रिकेट की सोच में एक नए विमर्श की शुरुआत करता है कि क्या उम्र वास्तव में केवल एक संख्या है, यदि खिलाड़ी का प्रदर्शन बरकरार रहे?
3. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दीर्घायु के उदाहरण
कई ऐसे खिलाड़ी हुए हैं जिन्होंने 40 साल के बाद भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला:
मिस्बाह-उल-हक (पाकिस्तान) – 42 वर्ष तक खेले
क्रिस गेल (वेस्टइंडीज़) – 42 तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय
जेम्स एंडरसन (इंग्लैंड) – 42 की उम्र तक टेस्ट में गेंदबाज़ी
मुत्थैया मुरलीधरन और रंगना हेराथ – 40 के बाद तक टेस्ट खेले
हालांकि, बल्लेबाज़ों के लिए 40 के बाद फिटनेस बनाए रखना और रफ्तार भरे गेंदबाज़ों का सामना करना बेहद कठिन होता है.
4. रोहित शर्मा की ताकत
तकनीक पर निर्भरता: वे शुद्ध टाइमिंग से रन बनाते हैं, न कि केवल ताकत के बल पर.
मानसिक संतुलन: बड़े मैचों में शांत रहते हैं.
नेतृत्व क्षमता: कप्तानी का अनुभव उन्हें लंबे समय तक टीम का हिस्सा बनाए रख सकता है.
अनुकूलन: तीनों प्रारूपों में खेलने की क्षमता.
5. रोहित शर्मा की चुनौतियाँ
फिटनेस: उम्र के साथ रिकवरी धीमी होती है. उन्हें चोटों से बचने के लिए विशेष ध्यान देना होगा.
युवा प्रतिस्पर्धा: शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल जैसे युवा बल्लेबाज़ उनकी जगह लेने के लिए तैयार हैं.
कैलेंडर का दबाव: आधुनिक क्रिकेट में लगातार मैचों का बोझ, बायो-बबल और यात्राएँ करियर को छोटा कर देते हैं.
6. विशेषज्ञों की राय
कई पूर्व क्रिकेटरों और विश्लेषकों का मानना है कि 45 तक खेलना व्यावहारिक रूप से कठिन है, लेकिन पूरी तरह असंभव नहीं.
यदि रोहित टेस्ट क्रिकेट में सीमित भूमिका लें और केवल टी20 लीग व चयनित सीरीज़ खेलें, तो उनका करियर लंबा हो सकता है.
उनकी कप्तानी क्षमता भी उन्हें चयन में जगह दिला सकती है.
7. फिटनेस और खेल विज्ञान का योगदान
आधुनिक खेल विज्ञान ने खिलाड़ियों के करियर को लंबा किया है.
डाइट प्लान
जिम व योग प्रैक्टिस
रिकवरी टेक्निक्स (Cryotherapy, Sports Massage, Physiotherapy)
यदि रोहित इन सभी का नियमित रूप से पालन करते हैं, तो उनका करियर वाकई लंबा हो सकता है.
8. भारतीय क्रिकेट के लिए इसका अर्थ
अगर रोहित शर्मा 45 तक खेलते हैं, तो:
भारतीय क्रिकेट को लंबे समय तक स्थिर नेतृत्व मिल सकता है.
युवाओं को धीरे-धीरे तैयार होने का समय मिलेगा.
अनुभव और स्थिरता बनी रहेगी.
लेकिन इसके नुकसान भी हो सकते हैं—
युवा खिलाड़ियों को मौके कम मिलेंगे.
टीम में "Transition Phase" लटक सकता है.
9. रोहित शर्मा बनाम अन्य भारतीय दिग्गज
सचिन तेंदुलकर – 40 वर्ष की उम्र तक खेले
महेंद्र सिंह धोनी – 39 तक अंतरराष्ट्रीय, 41 पर IPL खेल रहे
कपिल देव – 36 तक सक्रिय
इनके मुकाबले यदि रोहित 45 तक खेलते हैं तो यह एक विश्व रिकॉर्ड स्तर का कारनामा होगा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

