केदार जाधव का विवादित दावा: 'भारत-पाक मैच एशिया कप 2025 में नहीं होगा

केदार जाधव का विवादित दावा:

प्रेषित समय :20:25:46 PM / Mon, Aug 18th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

केदार जाधव का विवादित दावा भारत पाकिस्तान मैच एशिया कप 2025 में नहीं होगा—यह बयान क्रिकेट जगत में नई हलचल पैदा कर गया है. भारत और पाकिस्तान का मुकाबला क्रिकेट की दुनिया में सबसे बड़े इवेंट्स में से एक माना जाता है, और जब भी दोनों टीमें आमने-सामने आती हैं, दर्शकों में ग़ज़ब का उत्साह देखने को मिलता है. ऐसे में यह दावा न केवल क्रिकेट प्रेमियों को निराश करने वाला है बल्कि इसने एशिया कप के पूरे शेड्यूल को लेकर भी सवाल खड़े कर दिए हैं.

भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक और कूटनीतिक संबंध लंबे समय से तनावपूर्ण रहे हैं. इसका असर कई बार क्रिकेट पर भी पड़ा है. पिछले एक दशक में दोनों देशों ने द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली है और केवल आईसीसी टूर्नामेंट या एशिया कप जैसे आयोजनों में ही भिड़ंत देखने को मिलती है. ऐसे में एशिया कप 2025 को लेकर बड़ी उम्मीदें थीं कि दर्शकों को एक बार फिर दोनों टीमों का हाई-वोल्टेज मैच देखने को मिलेगा. लेकिन केदार जाधव के इस बयान ने उन उम्मीदों को झटका दिया है.

जाधव का यह दावा मीडिया रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया पर तुरंत वायरल हो गया. उन्होंने कहा कि एशिया कप के आयोजन स्थल और शेड्यूल को लेकर जो हालात बने हैं, उनमें भारत-पाकिस्तान का मुकाबला कराना संभव नहीं है. हालांकि उन्होंने अपने दावे के समर्थन में कोई ठोस सबूत या आधिकारिक जानकारी पेश नहीं की, लेकिन उनके इस बयान ने चर्चा को गर्मा दिया. क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि जाधव का यह बयान केवल अटकलों पर आधारित हो सकता है, लेकिन यह फैन्स की भावनाओं को प्रभावित करने वाला ज़रूर है.

दूसरी तरफ, बीसीसीआई और एसीसी (एशियन क्रिकेट काउंसिल) की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. दोनों संस्थाएं इस समय एशिया कप की तैयारियों और आयोजन से जुड़ी औपचारिकताओं में लगी हुई हैं. बीसीसीआई के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि भारत और पाकिस्तान का मैच आयोजन समिति के एजेंडे में है और इसे हटाने की कोई योजना नहीं है. हालांकि सुरक्षा और राजनीतिक परिस्थितियों के चलते अंतिम निर्णय आयोजन के करीब ही लिया जा सकता है.

भारत-पाकिस्तान मुकाबले को लेकर दर्शकों की दीवानगी किसी से छिपी नहीं है. टीवी चैनलों पर इन मैचों की व्यूअरशिप रिकॉर्ड तोड़ होती है, स्टेडियमों में टिकटों की मांग आसमान छूती है और विज्ञापनदाता करोड़ों रुपये लगाने को तैयार रहते हैं. ऐसे में यह कहना कि यह मैच एशिया कप में नहीं होगा, न केवल फैन्स बल्कि आयोजकों और स्पॉन्सर्स के लिए भी बड़ा झटका है. जाधव के बयान के बाद सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आने लगीं. कुछ फैन्स ने इसे ‘दिल तोड़ने वाली खबर’ बताया तो कुछ ने जाधव पर ‘अफवाह फैलाने’ का आरोप लगाया.

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की ओर से भी अभी तक कोई टिप्पणी सामने नहीं आई है. हालांकि पीसीबी के कुछ सूत्रों ने यह संकेत ज़रूर दिया है कि मैच को लेकर कोई भी अंतिम फैसला एसीसी और दोनों देशों के क्रिकेट बोर्ड आपसी सहमति से लेंगे. यदि सुरक्षा या राजनीतिक कारणों से यह मुकाबला टलता है, तो इसका असर टूर्नामेंट की पूरी लोकप्रियता पर पड़ेगा.

क्रिकेट इतिहास पर नज़र डालें तो भारत और पाकिस्तान के मैच हमेशा विवादों और ड्रामे से भरे रहे हैं. चाहे 2007 का टी20 वर्ल्ड कप फाइनल हो, 2011 का वर्ल्ड कप सेमीफाइनल या 2022 का मेलबर्न का टी20 वर्ल्ड कप का सुपर-हिट मैच—हर बार यह मुकाबला क्रिकेट प्रेमियों के लिए किसी त्योहार से कम नहीं रहा है. यही कारण है कि इस बार भी फैन्स में जबरदस्त उत्साह था. लेकिन जाधव के इस दावे ने माहौल को ठंडा कर दिया है.

कई क्रिकेट विश्लेषकों का मानना है कि यह बयान संभवतः राजनीति और खेल के बीच तनावपूर्ण रिश्तों का नतीजा है. भारत और पाकिस्तान के बीच हाल के महीनों में संवाद की कमी और सीमा पर तनाव ने खेल आयोजनों पर भी असर डाला है. ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि क्रिकेट केवल खेल नहीं बल्कि दोनों देशों के बीच कूटनीतिक रिश्तों का आईना भी बन चुका है.

अब सवाल यह है कि यदि वास्तव में भारत-पाकिस्तान का मैच नहीं होता है, तो एशिया कप 2025 की चमक कितनी फीकी पड़ जाएगी. जाहिर है कि टूर्नामेंट का सबसे बड़ा आकर्षण यही मैच होता है. भारत, श्रीलंका, पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान और अन्य टीमों की भागीदारी भले ही टूर्नामेंट को शानदार बनाए, लेकिन भारत-पाकिस्तान मैच का रोमांच अलग ही स्तर पर होता है. स्पॉन्सर्स और प्रसारण अधिकार से जुड़ी कंपनियां भी इसी मैच पर सबसे बड़ा दांव लगाती हैं.

जाधव का यह दावा अगर सच साबित होता है तो यह न केवल करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों को निराश करेगा बल्कि एसीसी और बीसीसीआई की साख पर भी सवाल खड़े करेगा. वहीं, यदि यह दावा झूठा साबित होता है, तो यह जाधव की विश्वसनीयता पर चोट करेगा और यह संदेश जाएगा कि उन्होंने बिना पुख्ता जानकारी के इतनी बड़ी बात कह दी.

फिलहाल स्थिति अस्पष्ट है और फैन्स की निगाहें बीसीसीआई और एसीसी के आधिकारिक बयान पर टिकी हुई हैं. जाधव का बयान भले ही विवादित हो, लेकिन इसने एक बहस ज़रूर छेड़ दी है—क्या क्रिकेट को राजनीति से अलग रखा जा सकता है या नहीं. और सबसे बड़ा सवाल यह कि क्या इस साल एशिया कप में भारत-पाकिस्तान भिड़ंत देखने को मिलेगी या नहीं.

इस पूरे घटनाक्रम ने एशिया कप 2025 को और भी चर्चाओं के केंद्र में ला दिया है. आने वाले दिनों में बीसीसीआई और एसीसी की ओर से क्या बयान आता है, यह तय करेगा कि करोड़ों फैन्स की उम्मीदें पूरी होंगी या एक बार फिर राजनीति क्रिकेट के बीच दीवार खड़ी कर देगी.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-