भारत की नई पीढ़ी यानी Gen Z ने रिश्तों और डेटिंग की दुनिया में एक नया और रोचक मोड़ ला दिया है. जहां कुछ साल पहले तक डेटिंग प्रोफाइल्स में सिर्फ़ ट्रैवल, म्यूज़िक और फूडी कल्चर हावी रहता था, वहीं अब किताबों की खुशबू और साहित्यिक कल्पनाएँ इस नई पीढ़ी के रिश्तों की परिभाषा को बदल रही हैं.
Tinder के हालिया डेटा इसके दिलचस्प सबूत पेश करते हैं. “बुक बॉयफ्रेंड” का उल्लेख 2024 में 58% बढ़ा और जनवरी 2025 तक इसमें 77% की छलांग दर्ज की गई. यही नहीं, Tinder प्रोफाइल्स में “बुकस्टोर” शब्द का उल्लेख भी पिछले साल की तुलना में दोगुना हो गया है. यह बदलाव इस ओर इशारा करता है कि किताबें केवल पढ़ने भर का साधन नहीं रहीं, बल्कि भावनात्मक गहराई और रोमांस का प्रतीक बन चुकी हैं.
Gen Z का यह रुझान यह बताता है कि वे अपने पार्टनर को चुनते समय सिर्फ़ लुक्स या शौक़ पर नहीं, बल्कि उनके बौद्धिक और साहित्यिक झुकाव पर भी ध्यान देते हैं. “बुक बॉयफ्रेंड” की अवधारणा यही है कि एक ऐसा साथी जिसकी रोमांटिक छवि किताबों के पात्रों जैसी हो—संवेदनशील, गहराई से सोचने वाला और भावनात्मक रूप से जुड़ने वाला.
डेटिंग ऐप्स पर इस ट्रेंड का असर साफ़ दिख रहा है. प्रोफाइल डिस्क्रिप्शन में अब युवा यह लिखते हुए पाए जा रहे हैं कि उन्हें “बुकस्टोर डेट्स” पसंद हैं, या फिर “किसी ऐसे को ढूंढ रहे हैं जो कविताओं और उपन्यासों पर घंटों बातचीत कर सके.” पहले जहां मूवी डेट्स या कैफ़े हॉपिंग रिश्तों की शुरुआत का लोकप्रिय अंदाज़ हुआ करता था, वहीं अब किताबों की दुकानों और लाइब्रेरी में मिलने-जुलने का चलन बढ़ रहा है.
यह बदलाव केवल शौक़ का मामला नहीं है, बल्कि यह सामाजिक और सांस्कृतिक संकेत भी देता है. भारत की Gen Z इंटरनेट और सोशल मीडिया के बीच पली-बढ़ी है, लेकिन अब वे तेज़-तर्रार डिजिटल रिश्तों से कुछ थकान महसूस कर रही है. ऐसे में किताबें उन्हें गहराई, ठहराव और अर्थपूर्ण बातचीत का रास्ता देती हैं.
एक 22 वर्षीय छात्रा ने कहा, “मुझे हमेशा लगता था कि डेटिंग सिर्फ़ मज़े और कैज़ुअल चैट तक सीमित है, लेकिन जब मेरे पार्टनर ने पहली डेट पर मुझे बुकस्टोर ले जाकर मेरी पसंद की किताब गिफ़्ट की, तो मुझे एहसास हुआ कि यह रिश्ता अलग है.”
वहीं विशेषज्ञों का मानना है कि किताबों से जुड़े इस रोमांस की लहर से एक नई सांस्कृतिक क्रांति भी जन्म ले रही है. पहले जहां साहित्य को गंभीर और ‘पुराने जमाने’ का शौक़ माना जाता था, अब यह नई पीढ़ी के लिए रिश्तों की भाषा बन गया है.
Tinder का डेटा यह भी दिखाता है कि जिन प्रोफाइल्स में किताबों या रीडिंग हैबिट का उल्लेख होता है, वे औसतन ज़्यादा “मैच” पाते हैं. यानी बौद्धिक रुचियाँ अब सीधे रिश्तों की संभावना को भी बढ़ा रही हैं.
किताबों और डेटिंग का यह संगम Gen Z की उस सोच को दर्शाता है जिसमें वे रिश्तों में अर्थ, संवेदना और गहराई तलाशते हैं. सोशल मीडिया की तेज़ दुनिया के बीच किताबें उन्हें ठहराव और भावनात्मक सुरक्षा देती हैं. यही वजह है कि “बुक बॉयफ्रेंड” और “बुकस्टोर डेट्स” अब सिर्फ़ एक ट्रेंड नहीं, बल्कि आधुनिक प्रेम की नई परिभाषा बनते जा रहे हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

