टेस्ला ने भारत में Model 3 की बुकिंग खोली, सोशल मीडिया पर मचा हंगामा #TeslaInIndia

टेस्ला ने भारत में Model 3 की बुकिंग खोली, सोशल मीडिया पर मचा हंगामा #TeslaInIndia

प्रेषित समय :23:14:16 PM / Sat, Aug 23rd, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

टेस्ला ने आखिरकार भारत में अपने लंबे समय से प्रतीक्षित कदम की घोषणा कर दी है और Model 3 की बुकिंग खोलते ही पूरे देश में मानो ऑटोमोबाइल प्रेमियों के बीच एक उत्सव सा माहौल बन गया है. सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर #TeslaInIndia हैशटैग घंटों तक ट्रेंड करता रहा और लाखों यूज़र्स ने इसे भारत के ऑटो सेक्टर के लिए ऐतिहासिक पल बताया. भारत में ईवी (इलेक्ट्रिक व्हीकल) बाज़ार पिछले कुछ वर्षों में तेज़ी से बढ़ा है, लेकिन टेस्ला का आगमन इस बाज़ार को पूरी तरह से नया आयाम देने वाला माना जा रहा है.

बुकिंग की प्रक्रिया बेहद सीधी रखी गई है. शुरुआती टोकन मनी यानी बुकिंग अमाउंट मात्र 1 लाख रुपये रखा गया है, जिससे भारतीय उपभोक्ताओं की भागीदारी आसान हो सके. कंपनी ने साफ कर दिया है कि डिलीवरी 2026 की शुरुआत से शुरू होगी. यह भले ही अभी दूर लगती हो, लेकिन टेस्ला प्रेमियों का कहना है कि इतना इंतजार भी उन्हें मंज़ूर है क्योंकि यह कार सिर्फ एक गाड़ी नहीं बल्कि एक अनुभव है. Tesla Model 3 की संभावित कीमत भारत में 40 लाख रुपये से शुरू होकर 55 लाख रुपये तक हो सकती है. यह सेगमेंट सीधे तौर पर महिंद्रा की फ्लैगशिप XUV 900 EV, ह्युंडई Ioniq 6 और BYD Seal से टकराएगा. हालांकि, टेस्ला का ब्रांड वैल्यू और उसकी टेक्नोलॉजिकल बढ़त उसे एक खास स्थान देती है.

स्पेसिफिकेशन्स की बात करें तो Tesla Model 3 को भारत में उस रूप में लाया जा रहा है जिसे वैश्विक बाजारों में एक ‘परफॉर्मेंस-ओरिएंटेड मिड-साइज ईवी सेडान’ के तौर पर देखा जाता है. इसके फीचर चार्ट में शामिल है – 500 किलोमीटर तक की रेंज, जो भारत जैसे विशाल और विविधतापूर्ण बाजार में लंबी दूरी तय करने वालों के लिए बड़ी राहत है. यह कार 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार केवल 3.5 सेकंड में पकड़ सकती है, जो इसे स्पोर्ट्स कार के बराबर की परफॉर्मेंस कैटेगरी में खड़ा करती है. इसमें टेस्ला का मशहूर ऑटोपायलट टेक्नोलॉजी भी शामिल होगी, जो भारतीय बाजार के लिए एक नई और रोमांचक शुरुआत मानी जा रही है. इसके अलावा ओवर-द-एयर सॉफ़्टवेयर अपडेट्स, एडवांस्ड इंफोटेनमेंट सिस्टम, मिनिमलिस्टिक लेकिन हाई-टेक इंटीरियर और ग्लास रूफ जैसे फीचर्स इसे एक प्रीमियम प्रोडक्ट बनाते हैं.

भारतीय उपभोक्ताओं और टेक्नो-फ्रेंड्स ने ट्विटर और इंस्टाग्राम पर उत्साह से भरे पोस्ट लिखे. किसी ने इसे “India on Global EV Map” कहा तो किसी ने लिखा कि यह “EV Revolution 2.0” की शुरुआत है. ऑटो लवर्स के लिए यह कार न सिर्फ़ एक ट्रांसपोर्ट का साधन है बल्कि आने वाले दशक की टेक्नोलॉजी का झरोखा भी है.

हालांकि, कीमत को लेकर काफी बहस छिड़ गई है. भारत का बड़ा हिस्सा अभी भी किफायती ईवी विकल्पों की तलाश में है. टाटा, महिंद्रा और एमजी जैसे ब्रांड्स 15 से 25 लाख की रेंज में इलेक्ट्रिक कारें पेश कर रहे हैं और अब लोकल ब्रांड्स Tesla के इस प्रीमियम मॉडल को चुनौती देने के लिए सस्ते और मास-मार्केट विकल्प लेकर आ सकते हैं. फिर भी, टेस्ला का नाम ही अपने आप में प्रीमियम, इनोवेशन और स्टेटस का प्रतीक बन गया है, जिसकी तुलना सीधी तौर पर घरेलू ब्रांड्स से करना कठिन है.

विदेशी ब्रांड्स की बात करें तो Hyundai Ioniq 6, जिसकी भारत में अनुमानित कीमत 45 लाख से ऊपर हो सकती है, Tesla Model 3 का सीधा प्रतिद्वंद्वी है. इसकी रेंज लगभग 614 किलोमीटर है, जो Model 3 से थोड़ी ज्यादा है, लेकिन Tesla के ब्रांड वैल्यू और ऑटोपायलट सिस्टम का मुकाबला करना मुश्किल है. BYD Seal, जो लगभग 41–48 लाख की रेंज में आ सकती है, अपने मजबूत बैटरी पैक और डिज़ाइन की वजह से चर्चा में है. वहीं Mahindra XUV 900 EV, जो भारत में ही तैयार हो रही है, का प्लस पॉइंट होगा उसकी किफायती कीमत और लोकल आफ्टर-सेल्स सर्विस नेटवर्क. इसके बावजूद, Model 3 का 3.5 सेकंड का एक्सेलेरेशन और टेस्ला का टेक्नोलॉजिकल इकोसिस्टम इसे खास बनाता है.

भारत में टेस्ला का आना केवल एक कारोबारी कदम नहीं है बल्कि विदेशी निवेश और टेक्नोलॉजी ट्रांसफर के लिहाज़ से भी बड़ा महत्व रखता है. अगर सरकार चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और पॉलिसी सपोर्ट को लेकर गंभीर कदम उठाती है तो Tesla का आना भारत के EV इकोसिस्टम को वैश्विक स्तर से जोड़ देगा. यह निवेश स्थानीय मैन्युफैक्चरिंग को भी बढ़ावा दे सकता है और संभावित रूप से रोजगार और टेक्नोलॉजी स्किल डेवलपमेंट के नए अवसर खोलेगा.

सोशल मीडिया पर लोग Tesla को लेकर मीम्स, जोक्स और उत्साहजनक मैसेज साझा कर रहे हैं. किसी ने लिखा – “अब Ola, Uber में भी Tesla की सवारी होगी” तो किसी ने मजाकिया अंदाज़ में कहा कि “Traffic jam में भी Tesla का ऑटोपायलट meditation mode में डाल देगा.” इन हल्के-फुल्के मजाकों के बीच गंभीर चर्चाएं भी हो रही हैं कि Tesla की हाई-प्राइसिंग भारत जैसे बाजार में कितनी कारगर होगी.

फिलहाल Tesla Model 3 का लॉन्च भारतीय ऑटो सेक्टर के लिए एक मील का पत्थर है. यह देश को सिर्फ इलेक्ट्रिक कार बाजार में नहीं बल्कि स्मार्ट, सस्टेनेबल और हाई-टेक ऑटोमोबाइल्स की दुनिया में मजबूती से स्थापित करेगा. कीमत भले ही ज्यादा हो, लेकिन इसके आने से लोकल ब्रांड्स को भी नवाचार और तकनीकी प्रतिस्पर्धा की चुनौती मिलेगी. यह प्रतियोगिता ही आने वाले वर्षों में भारतीय उपभोक्ताओं को बेहतर और सस्ती इलेक्ट्रिक कारें उपलब्ध कराने का रास्ता खोलेगी.

टेस्ला के इस कदम को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी का भविष्य अब केवल बैटरी पैक और चार्जिंग पॉइंट्स तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह टेक्नोलॉजी, डेटा और इनोवेशन पर आधारित एक बड़े बदलाव की तरफ बढ़ रहा है. Model 3 की बुकिंग ने सोशल मीडिया पर हंगामा मचा दिया है, लेकिन इसका असली असर तब दिखेगा जब 2026 में भारतीय सड़कों पर इसकी पहली झलक दिखेगी और देशवासियों को यह एहसास होगा कि वे एक ऐसी कार चला रहे हैं जो आने वाले कल की दुनिया की झलक देती है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-