नई दिल्ली/वाशिंगटन. डोनाल्ड ट्रंप ने भारत में अपने नये राजदूत के लिए करीबी सहयोगी और लंबे समय से विश्वासपात्र रहे सर्जियो गोर को नियुक्त किया है. गोर को दक्षिण एवं मध्य एशिया के लिए अमेरिका का विशेष दूत भी बनाया गया है. यह घोषणा ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर की. अमेरिकी सीनेट की मंजूरी मिलने के बाद गोर औपचारिक रूप से भारत में 26वें अमेरिकी राजदूत का पद संभालेंगे.
वर्तमान में गोर व्हाइट हाउस के प्रेसिडेंशियल पर्सनेल ऑफिस के डायरेक्टर हैं. ट्रंप ने कहा कि गोर ऐसे व्यक्ति हैं जिन पर वह पूरी तरह भरोसा कर सकते हैं और जो उनके अमेरिका फर्स्ट एजेंडे को भारत में प्रभावी ढंग से लागू कर पाएंगे. ट्रंप ने यह भी कहा कि दक्षिण और मध्य एशिया विश्व का सबसे अधिक आबादी वाला क्षेत्र है, जहां अमेरिका को मजबूत उपस्थिति की आवश्यकता है. जो मेक अमेरिका ग्रेट अगेन के लक्ष्य की ओर ले जाए. सर्जियो एक शानदार राजदूत साबित होंगे.
सर्जियो गोर को चुनने का यह है कारण
अमेरिका ने भारत में एरिक गार्सेटी के हटने के सात महीने बाद स्थायी राजदूत नियुक्त किया है. यह कदम भारत-अमेरिका संबंधों में एक अहम मोड़ माना जा रहा है. ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच हाल के समय में रूस-यूक्रेन युद्ध और रूसी तेल खरीद को लेकर कुछ मतभेद सामने आए थे. इसके अलावा ट्रंप द्वारा भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाए जाने से भी संबंधों में तनाव देखने को मिला. ऐसे में सर्जियो गोर की नियुक्ति इन चुनौतियों के बीच नई दिशा तय करने वाली साबित हो सकती है.
अमेरिका फर्स्ट पैट्रियट्स
सर्जियो गोर लंबे समय से ट्रंप के करीबी माने जाते हैं. उन्होंने ट्रंप के ऐतिहासिक चुनाव अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उनकी बेस्टसेलिंग किताबों के प्रकाशन में सहयोग दिया. उन्होंने ट्रंप के समर्थन में एक बड़े सुपर पैक का नेतृत्व किया और व्हाइट हाउस में रहते हुए सरकारी विभागों में लगभग 4,000 अमेरिका फर्स्ट पैट्रियट्स की नियुक्तियों को तेज किया. जिससे सरकारी विभागों और एजेंसियों में 95 प्रतिशत से अधिक पद भरे जा चुके हैं.
सर्जियो गोर की प्रतिक्रिया
गोर ने अपनी नियुक्ति पर प्रतिक्रिया देते हुए एक्स पर लिखा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने उन पर जो भरोसा जताया है वह उनके लिए गर्व की बात है. उन्होंने कहा कि अमेरिका का प्रतिनिधित्व करना उनके जीवन का सबसे बड़ा सम्मान होगा.

