रवि योग, शनि–मंगल द्वंद्व और त्रिग्रह संयोग से बदलेगा सितारों का खेल

रवि योग, शनि–मंगल द्वंद्व और त्रिग्रह संयोग से बदलेगा सितारों का खेल

प्रेषित समय :23:04:40 PM / Sun, Aug 31st, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

सितंबर 2025 का पहला दिन भारतीय ज्योतिष की दृष्टि से एक ऐतिहासिक संयोग लेकर आया है. सामान्यत: हर महीने ग्रहों का कोई-न-कोई गोचर या योग बनता है, लेकिन 1 सितंबर को एक साथ तीन प्रमुख खगोलीय घटनाएँ सक्रिय हो रही हैं. यह सिर्फ खगोल विज्ञान की दृष्टि से ही नहीं, बल्कि सामाजिक, आर्थिक और व्यक्तिगत जीवन पर भी गहरा असर डालने वाला समय है.

रवि योग (Surya Yoga) – सूर्य और चंद्रमा के विशेष संबंध से बनने वाला यह योग जीवन में ऊर्जा, नेतृत्व, आत्मविश्वास और आर्थिक वृद्धि से जुड़ा है. जब यह योग सक्रिय होता है, तो व्यक्ति के भीतर सकारात्मकता और कार्यक्षमता बढ़ जाती है.

शनि–मंगल का द्वंद्व (Saturn–Mars Clash) – यह संयोजन एक तरह से अनुशासन और शक्ति की टकराहट है. मंगल ऊर्जा, आवेग और साहस का प्रतीक है, जबकि शनि धैर्य, अनुशासन और कर्मफल का ग्रह है. जब दोनों का द्वंद्व बनता है तो व्यक्ति में ग़ुस्सा, हड़बड़ी और रिश्तों में तनाव देखने को मिलता है.

त्रिग्रह संयोग और बुधादित्य योग (Sun–Mercury–Ketu in Leo) – सिंह राशि में सूर्य, बुध और केतु का मिलन एक त्रिग्रह संयोग बना रहा है, जिसमें विशेष रूप से बुधादित्य योग भी सक्रिय है. यह बुद्धिमत्ता, वाणी, संवाद और नेतृत्व क्षमता को बढ़ाता है, लेकिन केतु के प्रभाव से निर्णयों में भ्रम और अचानक बदलाव भी देखने को मिल सकता है.

इन तीनों ग्रह-योगों का असर सामाजिक जीवन से लेकर राजनीति, अर्थव्यवस्था और व्यक्तिगत रिश्तों तक में दिखाई देगा. यही वजह है कि सोशल मीडिया पर 1 सितंबर 2025 का यह ग्रह संयोग खूब चर्चा का विषय बना हुआ है. #AstrologyTrends, #RaviYoga और #ShaniMangalClash जैसे हैशटैग पहले से ही ट्रेंडिंग में हैं.1 सितंबर 2025 का दिन सिर्फ एक ज्योतिषीय तिथि नहीं है, बल्कि तीन महत्त्वपूर्ण ग्रहयोगों का संगम है. रवि योग ने कई राशियों को धन और करियर में लाभ का संदेश दिया है, वहीं शनि–मंगल का द्वंद्व रिश्तों और स्वास्थ्य में चुनौतियाँ लाएगा. त्रिग्रह संयोग ने संवाद, राजनीति, शिक्षा और आध्यात्मिक जीवन में नए रास्ते खोले हैं.कुल मिलाकर, यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि सितारे सिर्फ राह दिखाते हैं, मंज़िल तक पहुँचना हमारे कर्म और धैर्य पर निर्भर करता है.

पंडितों और ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि यह संयोग 12 राशियों के जीवन में अलग-अलग परिणाम लेकर आएगा. कहीं यह समय तरक्की और समृद्धि का द्वार खोलेगा तो कहीं यह चेतावनी भी देगा कि संयम और सावधानी से ही सफलता सम्भव है.

इन तीनों घटनाओं का असर सभी 12 राशियों पर अलग-अलग पड़ेगा. किसी को धन और उन्नति का वरदान मिलेगा, तो किसी को संबंधों और मानसिक तनाव से गुजरना पड़ सकता है. आइए, विस्तार से देखें कि सितारों की चाल किस राशि की किस्मत लिख रही है.

मेष (Aries)
मेष राशि वालों के लिए यह समय अवसरों से भरा हुआ है. रवि योग से आर्थिक लाभ और करियर में तेज़ी दिख रही है. व्यापारियों को नए सौदे मिल सकते हैं. हालाँकि शनि–मंगल का टकराव रिश्तों में तनाव ला सकता है—खासकर जीवनसाथी या बिज़नेस पार्टनर के साथ. त्रिग्रह योग आपको मंच पर चमकाने वाला है, यानी पब्लिक डीलिंग, मीडिया और राजनीति से जुड़े मेष जातकों के लिए समय उत्तम है.

वृषभ (Taurus)
वृषभ राशि के लिए यह समय मिश्रित परिणाम देगा. रवि योग आपकी मेहनत को रंग लाएगा और रुके हुए धन की वापसी संभव है. लेकिन शनि–मंगल का द्वंद्व स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है—विशेषकर पेट और हड्डियों से संबंधित समस्या. त्रिग्रह योग से पारिवारिक मामलों में उलझनें बढ़ सकती हैं, पर साथ ही कोई पुरानी भूमि या संपत्ति का विवाद सुलझ सकता है.

मिथुन (Gemini)
मिथुन राशि वाले जातकों के लिए त्रिग्रह योग सबसे महत्वपूर्ण है. यह आपके लिए संवाद, लेखन और मीडिया से जुड़े कार्यों में सफलता लेकर आएगा. विद्यार्थियों के लिए समय बेहतरीन है. रवि योग से प्रेम संबंधों में मिठास बढ़ेगी और अविवाहित लोगों के लिए विवाह के योग बनेंगे. हालाँकि शनि–मंगल का टकराव दोस्तों या भाई-बहनों के साथ खटपट पैदा कर सकता है.

कर्क (Cancer)
कर्क राशि वालों को 1 सितंबर का रवि योग विशेष लाभकारी है. घर-परिवार में सुख-समृद्धि बढ़ेगी और धनलाभ के योग हैं. नौकरीपेशा लोगों के प्रमोशन की संभावना है. शनि–मंगल का द्वंद्व भावनाओं पर असर डाल सकता है—छोटी बात पर गुस्सा और चिड़चिड़ापन बढ़ सकता है. त्रिग्रह योग आर्थिक निर्णयों में सतर्कता बरतने की सलाह दे रहा है.

सिंह (Leo)
सिंह राशि में ही त्रिग्रह संयोग (सूर्य–बुध–केतु) बन रहा है. इसका सीधा असर आप पर पड़ेगा. बुद्धि और संवाद शक्ति आपकी ताक़त बनेगी, लेकिन केतु के कारण कभी-कभी निर्णय भ्रमित कर सकते हैं. रवि योग आपको मान-सम्मान और नेतृत्व का अवसर देगा. राजनीति और प्रशासन से जुड़े सिंह राशि के जातकों के लिए समय अनुकूल है. शनि–मंगल का द्वंद्व कार्यक्षेत्र में दबाव बढ़ा सकता है, लेकिन धैर्य रखने पर सफलता मिलेगी.

कन्या (Virgo)
कन्या राशि के लिए रवि योग बेहद सकारात्मक है. करियर में अचानक लाभ और प्रतिष्ठा बढ़ने के योग हैं. जो लोग विदेश में काम करना चाहते हैं, उन्हें अवसर मिल सकता है. शनि–मंगल के प्रभाव से स्वास्थ्य पर ध्यान देना ज़रूरी होगा—खासकर तनाव और नींद की समस्या. त्रिग्रह योग आध्यात्मिक रुचि बढ़ाएगा और आंतरिक आत्मविश्वास मजबूत करेगा.

तुला (Libra)
तुला राशि वालों के लिए समय बेहद शुभ है. रवि योग से धन वृद्धि और सामाजिक मान-सम्मान मिलेगा. प्रेम संबंधों में मजबूती आएगी. शनि–मंगल का द्वंद्व मित्र मंडली या बड़े भाई से विवाद करा सकता है, इसलिए वाणी पर संयम रखें. त्रिग्रह योग से आपके अंदर नेतृत्व और टीम को आगे बढ़ाने की क्षमता विकसित होगी.

वृश्चिक (Scorpio)
वृश्चिक राशि के लिए यह गोचर परीक्षा लेने वाला है. रवि योग करियर में नई जिम्मेदारी देगा और पदोन्नति का मार्ग खोलेगा. लेकिन शनि–मंगल का टकराव दांपत्य जीवन में मतभेद पैदा कर सकता है. त्रिग्रह योग से छिपे शत्रु सक्रिय हो सकते हैं, इसलिए सतर्क रहना ज़रूरी है. अच्छी बात यह है कि आध्यात्मिक मार्गदर्शन से आप नकारात्मक प्रभावों को संतुलित कर पाएंगे.

धनु (Sagittarius)
धनु राशि वालों के लिए समय साहस और पराक्रम बढ़ाने वाला है. रवि योग विदेश यात्रा या उच्च शिक्षा के अवसर लाएगा. शनि–मंगल का टकराव आपकी सेहत पर असर डाल सकता है—खासकर रक्तचाप और पेट से जुड़ी परेशानी. त्रिग्रह योग से आपकी सोच और निर्णय क्षमता तेज़ होगी. धार्मिक यात्राएँ या किसी बड़े गुरु का साथ मिलने की संभावना है.

मकर (Capricorn)
मकर राशि वालों के लिए शनि–मंगल का द्वंद्व सबसे प्रभावशाली रहेगा क्योंकि शनि आपकी राशि का स्वामी है. यह टकराव आर्थिक मामलों में दबाव ला सकता है. रवि योग आकस्मिक धन लाभ दे सकता है, जबकि त्रिग्रह योग साझेदारी में सावधानी बरतने की सलाह दे रहा है. दाम्पत्य जीवन में कुछ उतार-चढ़ाव संभव हैं.

कुंभ (Aquarius)
कुंभ राशि के जातकों के लिए समय शुभ अवसरों का है. रवि योग नौकरीपेशा लोगों के लिए पदोन्नति और सफलता लेकर आएगा. व्यापारियों को नया अनुबंध मिलेगा. शनि–मंगल का टकराव रिश्तों में तनाव ला सकता है, खासकर विवाह या साझेदारी में. त्रिग्रह योग विदेश से जुड़ी योजनाओं को गति देगा और आपकी कूटनीतिक क्षमता को निखारेगा.

मीन (Pisces)
मीन राशि के लिए रवि योग कार्यक्षेत्र में लाभ और नई जिम्मेदारियाँ देगा. शनि–मंगल का द्वंद्व स्वास्थ्य और दिनचर्या पर असर डाल सकता है. विद्यार्थियों और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वालों को त्रिग्रह योग का लाभ मिलेगा—अचानक सफलता और अवसर मिल सकते हैं. आध्यात्मिक अभ्यास से मानसिक संतुलन बनाए रखना जरूरी है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-