सितंबर 2025 का खग्रास चंद्र ग्रहण: समय, प्रभाव और सावधानियां

सितंबर 2025 का खग्रास चंद्र ग्रहण: समय, प्रभाव और सावधानियां

प्रेषित समय :21:53:50 PM / Mon, Sep 1st, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

आकाश में घटित होने वाली खगोलीय घटनाएँ न केवल विज्ञान की दृष्टि से महत्वपूर्ण होती हैं, बल्कि भारतीय परंपरा में इनका धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व भी माना जाता है. ऐसी ही एक महत्त्वपूर्ण घटना 7 और 8 सितंबर 2025 को घटित होने जा रही है, जब पूर्ण खग्रास चंद्र ग्रहण दिखाई देगा. यह ग्रहण भारत सहित विश्व के अनेक हिस्सों में दृष्टिगोचर होगा और इसका धार्मिक प्रभाव भी मान्य होगा.सितंबर 2025 का यह खग्रास चंद्र ग्रहण न केवल खगोल विज्ञान की दृष्टि से, बल्कि धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है. प्रत्येक राशि को अलग-अलग प्रकार से इसका प्रभाव झेलना पड़ सकता है. ऐसे में श्रद्धालुओं और ज्योतिष प्रेमियों को चाहिए कि वे ग्रहण काल में संयम रखें, आध्यात्मिक साधना करें और सकारात्मक ऊर्जा को जीवन में स्थान दें.

ग्रहण का समय और अवधि
इस खग्रास चंद्र ग्रहण का आरंभ 7 सितंबर की रात 9:57:09 सेकंड पर होगा और इसका समापन 8 सितंबर की रात 1:26:31 सेकंड पर होगा. कुल मिलाकर यह ग्रहण 3 घंटे 29 मिनट तक चलेगा. इतने लंबे समय तक दिखाई देने वाला ग्रहण एक महत्त्वपूर्ण खगोलीय घटना है, जो श्रद्धालुओं और ज्योतिषाचार्यों के लिए अध्ययन का विषय बनेगा.

भारत में दृश्यता और मान्यता
क्योंकि यह चंद्र ग्रहण भारत में स्पष्ट रूप से दिखाई देगा, इसलिए धार्मिक दृष्टि से भी यह पूरी तरह मान्य माना जाएगा. भारत के अलावा यह ग्रहण यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, उत्तरी व दक्षिणी अमेरिका के कुछ हिस्सों, अटलांटिक, पेसिफिक, हिंद महासागर और अंटार्कटिक क्षेत्र में भी देखा जा सकेगा.

किन देशों में होगा दृश्य
भारत के अलावा यह खग्रास चंद्र ग्रहण चीन, म्यांमार, नाइजीरिया, इजिप्ट, थाईलैंड, इंडोनेशिया, जर्मनी, रूस, उत्तर कोरिया, इटली, बांग्लादेश, हंगरी, फिलीपींस, ग्रीस, सिंगापुर, रोमानिया, बुल्गारिया, जापान, तुर्की, बेल्जियम, नीदरलैंड्स, फ्रांस, यूनाइटेड किंगडम और स्पेन जैसे देशों में खग्रास रूप में दिखाई देगा. वहीं अमेरिका, पुर्तगाल और ब्राजील के कुछ हिस्सों में यह आंशिक रूप से ही दिखेगा.

धार्मिक और सामाजिक प्रभाव
भारतीय संस्कृति में ग्रहण को शुभ-अशुभ प्रभावों से जोड़ा जाता है. मान्यता है कि इस दौरान नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ जाता है. इसलिए ग्रहण काल में भोजन, जल और यात्रा से बचना चाहिए. विशेषकर गर्भवती महिलाओं को सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है.

ग्रहण के समय मन ही मन मंत्र जाप करना, ध्यान करना और मौन रहना शुभ माना गया है. मान्यता है कि इस दौरान किया गया आध्यात्मिक साधना और मंत्रोच्चार कई गुना फलदायी होता है.

सावधानियां और आचरण
ग्रहण के समय भोजन और जल का सेवन न करें.

गर्भवती महिलाएँ विशेष सावधानी रखें और धार्मिक अनुशासन का पालन करें.

इस अवधि में यात्रा करने से बचें.

मंत्र उच्चारण और प्रार्थना करना शुभ रहता है.

ग्रहण समाप्ति के बाद स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें और घर में गंगाजल का छिड़काव करें.

12 राशियों पर चंद्र ग्रहण का प्रभाव
1. मेष (Aries)
यह ग्रहण पारिवारिक संबंधों और मानसिक शांति पर असर डाल सकता है. आपको धैर्य रखने की आवश्यकता होगी. विवादों से बचें.

2. वृषभ (Taurus)
वृषभ जातकों को स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए. खानपान की लापरवाही हानिकारक हो सकती है. आर्थिक मामलों में सोच-समझकर निर्णय लें.

3. मिथुन (Gemini)
मिथुन राशि के लिए यह ग्रहण करियर और कार्यस्थल पर दबाव बढ़ा सकता है. सहकर्मियों से तालमेल बनाएँ. कोई अधूरी योजना फिर से सामने आ सकती है.

4. कर्क (Cancer)
चंद्रमा आपकी राशि का स्वामी है, इसलिए यह ग्रहण विशेष प्रभाव डाल सकता है. भावनात्मक उतार-चढ़ाव रहेगा, परंतु आध्यात्मिक साधना से शांति मिलेगी.

5. सिंह (Leo)
सिंह राशि वालों के लिए यह ग्रहण आत्मविश्वास को प्रभावित कर सकता है. निर्णय लेने में विलंब हो सकता है. परिश्रम का फल देर से मिलेगा.

6. कन्या (Virgo)
कन्या राशि वालों को इस दौरान आर्थिक स्थिति पर ध्यान देना होगा. अनावश्यक खर्च और उधारी से बचें. स्वास्थ्य की भी उपेक्षा न करें.

7. तुला (Libra)
तुला राशि वालों के लिए यह ग्रहण रिश्तों में तनाव ला सकता है. दांपत्य जीवन में धैर्य की आवश्यकता होगी. व्यापारिक साझेदारी में सतर्क रहें.

8. वृश्चिक (Scorpio)
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए ग्रहण स्वास्थ्य और कार्यक्षेत्र दोनों में चुनौतियाँ ला सकता है. योग और ध्यान अपनाएँ. गुप्त शत्रुओं से सावधान रहें.

9. धनु (Sagittarius)
धनु राशि वालों को शिक्षा और रचनात्मक कार्यों में लाभ मिल सकता है. यह समय आत्मविकास और नई योजनाओं के लिए शुभ है.

10. मकर (Capricorn)
मकर राशि वालों के लिए यह ग्रहण पारिवारिक जिम्मेदारियों को बढ़ा सकता है. भूमि और संपत्ति के मामलों में सतर्क रहें.

11. कुंभ (Aquarius)
कुंभ राशि वालों के लिए यह ग्रहण यात्रा और संचार के क्षेत्र में बाधाएँ उत्पन्न कर सकता है. धैर्य से काम लें और जल्दबाजी न करें.

12. मीन (Pisces)
मीन राशि वालों के लिए यह ग्रहण आर्थिक लाभ और नए अवसर ला सकता है. हालांकि मानसिक तनाव रह सकता है. ध्यान और साधना से राहत मिलेगी.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-