भारतीय सिनेमा की सबसे भव्य और प्रतीक्षित परियोजनाओं में से एक मानी जा रही निर्देशक नितेश तिवारी की रामायण को लेकर दर्शकों में लंबे समय से उत्सुकता बनी हुई है. इस फिल्म के हर किरदार को लेकर लगातार चर्चा होती रही है. खासकर हनुमान के रूप में किस कलाकार को चुना जाएगा, यह सवाल शुरू से ही लोगों के मन में था. आखिरकार जब यह तय हुआ कि इस महत्त्वपूर्ण किरदार को सनी देओल निभाएँगे तो दर्शकों में एक अलग ही ऊर्जा और उत्साह देखने को मिला. अब खबर यह है कि सनी देओल ने फिल्म में अपने हिस्से की शूटिंग पूरी कर ली है. इस समाचार ने सोशल मीडिया से लेकर सिनेमा हलकों तक नई लहर पैदा कर दी है.
सनी देओल, जिन्हें हिंदी सिनेमा का एक्शन हीरो और दमदार संवादों के लिए जाना जाता है, ने अपने लंबे करियर में अनेक यादगार भूमिकाएँ निभाई हैं. लेकिन रामायण जैसी पौराणिक गाथा में भगवान हनुमान की भूमिका उनके करियर की सबसे अलग और चुनौतीपूर्ण मानी जा रही है. दर्शकों को इस बात का इंतजार है कि पर्दे पर वे इस किरदार को किस तरह से जीवंत करेंगे. बताया जा रहा है कि हनुमान के लिए सनी देओल ने न केवल शारीरिक मेहनत की बल्कि अपने अभिनय में गहराई लाने के लिए आध्यात्मिक और धार्मिक दृष्टिकोण से भी तैयारी की.
फिल्म से जुड़े सूत्र बताते हैं कि शूटिंग के दौरान सनी देओल ने अपने किरदार को बेहद गंभीरता से जिया. हनुमान की शक्ति, भक्ति और सरलता को प्रदर्शित करने के लिए उन्होंने लंबे समय तक शारीरिक ट्रेनिंग ली. एक्शन सीक्वेंस में उन्होंने अपने अंदाज़ का रंग भरा, वहीं भावनात्मक दृश्यों में हनुमान की असीम भक्ति और मर्यादा को सामने लाने की पूरी कोशिश की. सेट पर मौजूद क्रू के सदस्यों का कहना है कि सनी देओल के अभिनय ने कई बार सबको भावुक कर दिया.
नितेश तिवारी के निर्देशन में बन रही रामायण को लेकर शुरुआत से ही यह उम्मीद जताई जा रही है कि यह फिल्म भारतीय पौराणिक कथाओं की भव्यता को नए अंदाज़ में प्रस्तुत करेगी. फिल्म में आधुनिक तकनीक, भव्य सेट और उन्नत विज़ुअल इफेक्ट्स का इस्तेमाल किया जा रहा है. निर्देशक का मानना है कि रामायण केवल एक धार्मिक कथा नहीं बल्कि भारतीय संस्कृति और जीवन दर्शन की नींव है, जिसे आने वाली पीढ़ियों तक सशक्त ढंग से पहुँचाना आवश्यक है.
रामायण में भगवान राम और सीता के किरदारों के साथ-साथ हनुमान की भूमिका भी अत्यंत महत्त्वपूर्ण है. यह वही किरदार है जिसने न केवल राम का साथ दिया बल्कि भारतीय जनमानस में भक्ति और शक्ति का आदर्श स्थापित किया. ऐसे में सनी देओल जैसे अनुभवी अभिनेता का चयन इस भूमिका के लिए दर्शकों की उम्मीदों को और ऊँचा कर देता है. फिल्म समीक्षकों का कहना है कि सनी देओल की छवि ताकतवर और ईमानदार किरदारों की रही है, जो हनुमान की निष्ठा और बल के साथ सहज रूप से मेल खाती है.
शूटिंग पूरी होने की जानकारी सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर प्रशंसकों ने खुशी जताई है. ट्विटर और इंस्टाग्राम पर सनी देओल को हनुमान के रूप में देखने के लिए लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. कई प्रशंसकों ने लिखा कि सनी देओल की गरजती आवाज़ और उनकी शारीरिक उपस्थिति पर्दे पर हनुमान के व्यक्तित्व को और भी प्रभावशाली बनाएगी. कुछ लोगों का कहना है कि सनी देओल का यह किरदार उनकी पिछली सभी भूमिकाओं से अलग और यादगार साबित होगा.
ध्यान देने वाली बात यह है कि रामायण जैसी फिल्मों में केवल अभिनय ही नहीं, बल्कि किरदार की आत्मा को पकड़ना भी बेहद आवश्यक होता है. सनी देओल ने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए खुद को पूरी तरह इस किरदार में ढालने की कोशिश की है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने शूटिंग के दौरान कई बार धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन किया और पंडितों से मार्गदर्शन लिया ताकि किरदार को प्रामाणिकता के साथ निभाया जा सके.
फिल्म से जुड़े लोगों का कहना है कि सनी देओल की शूटिंग पूरी हो चुकी है, लेकिन पोस्ट-प्रोडक्शन में उनके किरदार पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. विज़ुअल इफेक्ट्स की मदद से हनुमान की शक्ति और चमत्कारों को दर्शाया जाएगा, जिससे दर्शक बड़े पर्दे पर इस पौराणिक कथा की भव्यता का अनुभव कर सकें.
बॉलीवुड में रामायण पर पहले भी कई फिल्में और टीवी शो बने हैं, लेकिन इस बार जिस पैमाने और आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल हो रहा है, वह इसे अलग बनाता है. नितेश तिवारी ने इससे पहले दंगल जैसी फिल्म से दर्शकों का दिल जीता था, और अब उनकी रामायण से भी वही उम्मीदें जुड़ी हैं. सनी देओल का हनुमान इस भव्य प्रोजेक्ट का अहम हिस्सा होगा, जिसे लोग लंबे समय तक याद रखेंगे.
कुल मिलाकर, सनी देओल का हनुमान का किरदार निभाना और अब शूटिंग का पूरा हो जाना, दर्शकों की उत्सुकता को और बढ़ा देता है. भारतीय सिनेमा में जब भी रामायण की चर्चा होगी, तो यह संस्करण विशेष महत्व का माना जाएगा. अब दर्शकों को इंतजार है उस दिन का, जब बड़े पर्दे पर सनी देओल हनुमान का रूप धारण किए दिखाई देंगे और अपनी अदाकारी से सभी का दिल जीत लेंगे. यह केवल एक फिल्म का हिस्सा नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपरा के प्रति आस्था और सम्मान का प्रतीक भी होगा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

