यहां पर न्यूड गैंग का आतंक, वो नग्न अवस्था में आते हैं, लड़कियों को निशाना बनाते हैं, पुलिस ड्रोन से रख रही निगरानी

यहां पर न्यूड गैंग का आतंक, वो नग्न अवस्था में आते हैं

प्रेषित समय :15:40:54 PM / Sat, Sep 6th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के दौराला इलाके में एक रहस्यमयी गिरोह ने महिलाओं के बीच दहशत फैला दी है. इस गिरोह को स्थानीय लोग 'न्यूड गैंग' के नाम से पुकार रहे हैं, क्योंकि इसके सदस्य कथित तौर पर नग्न अवस्था में अपराध को अंजाम देते हैं. हाल ही में इस गिरोह की चौथी घटना सामने आई है, जिसके बाद पुलिस ने जांच तेज कर दी है. ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों की मदद से इलाके की निगरानी की जा रही है, लेकिन अभी तक कोई संदिग्ध पकड़ा नहीं गया है.

हाल ही में भराला गांव में एक महिला के साथ डरावनी घटना घटी. वह सुबह अपने ऑफिस जा रही थी, तभी दो व्यक्तियों ने उसे खेतों की ओर घसीटने की कोशिश की. महिला ने हिम्मत दिखाई और चीखकर मदद मांगी, जिसके बाद वह किसी तरह उनके चंगुल से बच निकली. ग्रामीण तुरंत मौके पर पहुंचे और खेतों को घेर लिया, लेकिन हमलावर फरार हो चुके थे. पीड़िता ने अपने परिवार को बताया कि हमलावरों ने कपड़े नहीं पहने थे. इस घटना ने पूरे गांव को हिलाकर रख दिया. पीड़िता के पति ने मीडिया को बताया, इस घटना के बाद मेरी पत्नी डर गई हैं. उन्होंने अपनी नौकरी बदल ली है और अब दूसरे रास्ते से काम पर जाती हैं.

ग्रामीणों में भय का माहौल

ग्रामीणों का कहना है कि यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी तीन ऐसी वारदातें हो चुकी हैं, लेकिन शर्मिंदगी के डर से लोग पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराते थे. अब स्थिति बेकाबू हो चुकी है. गांव के मुखिया राजेंद्र कुमार ने कहा, शुरुआत में हमने इसे गंभीरता से नहीं लिया, लेकिन अब डर का माहौल है. यह गिरोह केवल महिलाओं को ही निशाना बना रहा है.

पुलिस की कार्रवाई

पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विपिन ताडा ने स्वयं घटनास्थल का दौरा किया. उन्होंने बताया, हमने ड्रोन और ग्रामीणों की मदद से इलाके की तलाशी ली, लेकिन कोई संदिग्ध नहीं मिला. महिला पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है. पिछले शनिवार को कई घंटों तक ड्रोन से खेतों की तलाशी ली गई, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला.

अफवाह या हकीकत?

न्यूड गैंग के आतंक ने कई परिवारों को घरों तक सीमित कर दिया है. कुछ लोग इसे महज अफवाह मानते हैं और कहते हैं कि यह प्रशासन की छवि खराब करने की साजिश हो सकती है. फिर भी, पुलिस कोई जोखिम नहीं लेना चाहती और जांच में कोई कसर नहीं छोड़ रही.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-