बिहार लोक सेवा आयोग ने इकहत्तरवीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा दो हजार पच्चीस के लिए परीक्षा केंद्रों की सूची सार्वजनिक कर दी है और इसके साथ ही परीक्षा संबंधी दिशा निर्देश भी घोषित कर दिए गए हैं. आयोग की इस घोषणा का इंतजार लाखों अभ्यर्थी कर रहे थे जो इस बार की परीक्षा में शामिल होने की तैयारी में जुटे हैं. यह परीक्षा बिहार के सबसे बड़े और प्रतिष्ठित प्रतियोगी आयोजनों में से एक मानी जाती है क्योंकि इसके जरिए राज्य प्रशासनिक सेवा और अन्य महत्वपूर्ण पदों पर भर्ती होती है. परीक्षा के आयोजन की तिथि पहले ही तय की जा चुकी थी और अब केंद्र सूची तथा निर्देश जारी होने के बाद तैयारी का अंतिम चरण शुरू हो गया है.
आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध सूचना के अनुसार इस बार परीक्षा के लिए राज्य भर में दर्जनों जिलों में केंद्र बनाए गए हैं. केंद्रों का निर्धारण उम्मीदवारों की संख्या और सुविधाओं को ध्यान में रखकर किया गया है. आयोग ने स्पष्ट किया है कि केंद्र सूची के साथ अभ्यर्थियों को अपने प्रवेश पत्र पर दिए गए विवरण को ध्यानपूर्वक पढ़ना होगा. यदि किसी प्रकार की त्रुटि हो तो समय रहते सुधार की प्रक्रिया का पालन करना अनिवार्य होगा.
परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए कुछ अहम नियम भी बताए गए हैं. उम्मीदवारों को परीक्षा केंद्र पर निर्धारित रिपोर्टिंग समय से कम से कम आधा घंटा पहले पहुंचने की सलाह दी गई है. देर से आने वाले अभ्यर्थियों को किसी भी परिस्थिति में प्रवेश नहीं दिया जाएगा. आयोग ने यह भी कहा है कि परीक्षा केंद्र के गेट निर्धारित समय पर बंद हो जाएंगे और उसके बाद किसी को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी. यह प्रावधान परीक्षा की पारदर्शिता और अनुशासन सुनिश्चित करने के लिए लागू किया गया है.
आयोग की ओर से जारी दिशा निर्देशों में यह भी बताया गया है कि अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश के समय प्रवेश पत्र और मान्य फोटो पहचान पत्र साथ लाना अनिवार्य होगा. पहचान पत्र के रूप में आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट या मतदाता पहचान पत्र मान्य होंगे. किसी भी प्रकार की फोटोकॉपी या डिजिटल स्क्रीनशॉट को मान्यता नहीं दी जाएगी. साथ ही उम्मीदवारों को केवल पारदर्शी बॉडी वाला पेन केंद्र पर ले जाने की अनुमति होगी.
मोबाइल फोन, स्मार्ट वॉच, ब्लूटूथ डिवाइस, इयरफोन, कैलकुलेटर या किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण पूरी तरह वर्जित कर दिए गए हैं. यहां तक कि पर्स, बैग और नोटबुक भी परीक्षा केंद्र के भीतर ले जाने की अनुमति नहीं होगी. आयोग ने उम्मीदवारों को सलाह दी है कि वे परीक्षा केंद्र पर केवल आवश्यक दस्तावेज और सामग्री लेकर ही पहुंचे जिससे सुरक्षा जांच और प्रवेश प्रक्रिया में समय न लगे.
परीक्षा केंद्र पर व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के लिए प्रशासन और पुलिस की सहायता ली जाएगी. हर केंद्र पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और परीक्षार्थियों की निगरानी के लिए विशेष दल तैनात होंगे. परीक्षा कक्ष में भी निगरानी बढ़ाई जाएगी ताकि किसी प्रकार की नकल या अनुचित साधन का प्रयोग न हो सके. आयोग ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि परीक्षा में धांधली करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. यदि कोई अभ्यर्थी गलत साधन का उपयोग करते हुए पकड़ा जाता है तो न केवल उसकी परीक्षा रद्द होगी बल्कि उसे आगामी परीक्षाओं से भी वंचित किया जा सकता है.
परीक्षा के पैटर्न के संबंध में जानकारी पहले ही सार्वजनिक की जा चुकी है. प्रारंभिक परीक्षा वस्तुनिष्ठ प्रकार की होगी जिसमें बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे. प्रश्नपत्र सामान्य अध्ययन पर आधारित होगा और इसमें इतिहास, भूगोल, राजनीति, अर्थव्यवस्था, विज्ञान और समसामयिक घटनाओं से जुड़े प्रश्न शामिल होंगे. नकारात्मक अंकन की व्यवस्था भी रहेगी इसलिए अभ्यर्थियों को सावधानीपूर्वक प्रश्न हल करने की सलाह दी गई है.
इस बार की परीक्षा में लाखों अभ्यर्थी शामिल होने जा रहे हैं. आयोग के अनुसार अब तक प्राप्त आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि आवेदन की संख्या पिछली बार की तुलना में अधिक है. इसके पीछे कारण यह माना जा रहा है कि हाल के वर्षों में बिहार लोक सेवा आयोग ने नियमित अंतराल पर भर्ती परीक्षाएं आयोजित की हैं और प्रशासनिक सेवा में करियर बनाने की इच्छा रखने वाले युवाओं की संख्या बढ़ी है.
अभ्यर्थियों के बीच सोशल मीडिया पर भी इस परीक्षा को लेकर लगातार चर्चा हो रही है. कई कोचिंग संस्थान और शिक्षण मंच लगातार तैयारी से जुड़े सुझाव साझा कर रहे हैं. परीक्षार्थियों को बार बार यह याद दिलाया जा रहा है कि केवल पढ़ाई ही नहीं बल्कि परीक्षा से संबंधित नियमों का पालन करना भी उतना ही जरूरी है. यदि कोई अभ्यर्थी तैयारी तो अच्छे से कर ले लेकिन दिशा निर्देशों का पालन न करे तो उसकी मेहनत व्यर्थ जा सकती है.
परीक्षा केंद्रों की सूची जारी होने के बाद अभ्यर्थियों को यह भी सलाह दी गई है कि वे केंद्र की दूरी और वहां पहुंचने में लगने वाले समय का आकलन पहले से कर लें. कई बार ऐसा होता है कि परीक्षार्थी केंद्र तक देर से पहुंचने के कारण परीक्षा से वंचित रह जाते हैं. आयोग ने उम्मीदवारों को साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि समय का पालन करना उनकी व्यक्तिगत जिम्मेदारी होगी.
परीक्षा के दिन उम्मीदवारों को शांत और संयमित रहकर प्रश्नपत्र हल करने की सलाह दी गई है. कई बार घबराहट और जल्दबाजी के कारण परीक्षार्थी साधारण प्रश्नों में भी गलती कर बैठते हैं. आयोग ने कहा है कि इस परीक्षा का उद्देश्य केवल चयन करना ही नहीं बल्कि यह भी देखना है कि अभ्यर्थी दबाव की स्थिति में कितनी समझदारी से निर्णय ले सकता है.
विशेषज्ञों का मानना है कि बीपीएससी की यह प्रारंभिक परीक्षा राज्य के युवाओं के लिए करियर निर्माण का महत्वपूर्ण अवसर है. इसके जरिए हजारों उम्मीदवारों को राज्य प्रशासनिक ढांचे में स्थान मिलता है. यही कारण है कि तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों में इस परीक्षा को लेकर विशेष उत्साह और गंभीरता दिखाई दे रही है.
कुल मिलाकर बीपीएससी इकहत्तरवीं प्री लिम्स परीक्षा दो हजार पच्चीस के लिए परीक्षा केंद्रों की सूची और दिशा निर्देश जारी होने के बाद अब उम्मीदवारों की तैयारी अंतिम दौर में पहुंच चुकी है. आयोग ने स्पष्ट संदेश दिया है कि पारदर्शिता और अनुशासन से कोई समझौता नहीं होगा और जो उम्मीदवार निर्धारित नियमों का पालन करेंगे वही सफलतापूर्वक परीक्षा में सम्मिलित हो पाएंगे.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

