स्पाइसजेट Q400 का पहिया टेकऑफ के समय गिरा, मुंबई एयरपोर्ट पर घोषित हुई फुल इमरजेंसी-सभी 75 यात्री सुरक्षित

स्पाइसजेट Q400 का पहिया टेकऑफ के समय गिरा, मुंबई एयरपोर्ट पर घोषित हुई फुल इमरजेंसी-सभी 75 यात्री सुरक्षित

प्रेषित समय :22:00:49 PM / Fri, Sep 12th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

मुंबई. स्पाइसजेट की फ्लाइट SG-2906 ने कांडला से उड़ान भरते समय एक बड़ा हादसा 12 सितंबर 2025 को टलते-टलते बचा. विमान का दाहिना आउटर व्हील टेकऑफ के दौरान रनवे पर गिर गया. यह नजारा वहां मौजूद एटीसी कंट्रोलर ने खुद अपनी आंखों से देखा. तत्काल अलर्ट जारी हुआ, एयरसाइड जीप ने व्हील और मेटल पार्ट्स बरामद किए और विमान को मुंबई की ओर डाइवर्ट कर आपात स्थिति में उतारने की तैयारी शुरू कर दी गई.

 रनवे पर लुढ़कता दिखा पहिया
स्पाइसजेट का Bombardier DHC-8 Q400 विमान शुक्रवार दोपहर 2:39 बजे कांडला एयरपोर्ट से उड़ा. जैसे ही विमान ने रनवे छोड़ा, कंट्रोल टॉवर ने देखा कि उसके दाहिनी तरफ से एक काला भारी-सा ऑब्जेक्ट गिरा और Runway 23 पर लुढ़कता चला गया. बाद में पुष्टि हुई कि यह विमान का राइट आउटर व्हील था.

एयरपोर्ट अधिकारियों ने तुरंत फुल अलर्ट जारी किया. रनवे पर भेजी गई जीप ने गिरा हुआ व्हील और उससे जुड़े मेटल रिंग्स बरामद कर लिए.

व्हील खोने के बाद भी क्यों जारी रही उड़ान?
यह सवाल उठता है कि पहिया खोने के बाद विमान को वापस कांडला क्यों नहीं लौटाया गया. विशेषज्ञ बताते हैं कि Q400 मॉडल के लैंडिंग गियर में डुअल-व्हील असेंबली होती है. यानी हर तरफ दो-दो पहिए लगे रहते हैं. ऐसे में एक पहिए के नुकसान की स्थिति में भी विमान सुरक्षित उतर सकता है.

मुंबई को चुना गया क्योंकि यहां लंबा रनवे और बेहतर इमरजेंसी सुविधाएं मौजूद थीं. छोटे एयरपोर्ट पर उतरना ज्यादा जोखिम भरा साबित हो सकता था.

मुंबई एयरपोर्ट पर घोषित हुई फुल इमरजेंसी
जैसे ही विमान मुंबई की ओर बढ़ा, दोपहर 3:50 बजे छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर फुल इमरजेंसी घोषित कर दी गई.
फायर टेंडर, रेस्क्यू टीमें और मेडिकल स्टाफ रनवे पर पहले से तैनात कर दिए गए.

सटीक समय 15:51 बजे विमान ने Runway 27 पर लैंडिंग की. सुरक्षित टचडाउन के बाद यात्रियों की तालियों के बीच विमान ने अपने दम पर टैक्सी करते हुए टर्मिनल तक पहुंचकर सामान्य डिसऐम्बार्केशन की प्रक्रिया पूरी की.

यात्रियों और क्रू के लिए राहत 
फ्लाइट में कुल 75 लोग सवार थे. किसी भी यात्री या क्रू को चोट नहीं आई.
यात्रियों ने बताया कि टेकऑफ के समय उन्हें झटका जरूर महसूस हुआ था, लेकिन उड़ान के दौरान किसी को अंदाजा नहीं था कि इतना बड़ा तकनीकी संकट आया है.एक यात्री ने मोबाइल से वीडियो शूट किया जिसमें टेकऑफ से कुछ क्षण पहले पहिया अलग होता साफ दिख रहा है. यही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और घटना की गंभीरता उजागर हुई.

एयरलाइन का आधिकारिक बयान 
SpiceJet ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा,
“हमारे Bombardier Q400 विमान का आउटर व्हील टेकऑफ के बाद रनवे पर पाया गया. विमान ने प्रोटोकॉल के अनुसार मुंबई की ओर उड़ान जारी रखी और वहां सुरक्षित लैंडिंग की. सभी यात्री और क्रू सुरक्षित हैं.”

एयरलाइन ने आगे कहा कि DGCA (Directorate General of Civil Aviation) को सूचित कर दिया गया है और घटना की जांच शुरू कर दी गई है.

DGCA की जांच और मेंटेनेंस पर सवाल
DGCA ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच का आदेश दिया है.
जांच का मुख्य फोकस होगा:

पहिया टेकऑफ के समय कैसे अलग हुआ?

क्या मेंटेनेंस चेक समय पर और सही तरीके से हुए थे?

कहीं कोई मटीरियल फॉल्ट (Material Fatigue) या तकनीकी त्रुटि तो नहीं रही?

विमान रखरखाव प्रोटोकॉल पर सवाल खड़े हो गए हैं. एविएशन विशेषज्ञों का कहना है कि व्हील असेंबली की जांच और फिटिंग बेहद संवेदनशील प्रक्रिया होती है, और यहां चूक हुई तो यह बड़ी चेतावनी है.

एयरपोर्ट प्राधिकरण की तत्परता – बड़ी दुर्घटना टली
मुंबई एयरपोर्ट प्राधिकरण (MIAL) ने बताया कि जैसे ही सूचना मिली, पूरे एयरपोर्ट पर इमरजेंसी प्रक्रियाएं लागू कर दी गईं.
फायर ब्रिगेड, सुरक्षा टीम और मेडिकल यूनिट्स स्टैंडबाय पर रहे.

लैंडिंग के बाद पूरे रनवे का निरीक्षण किया गया और पुष्टि हुई कि कोई और मलबा मौजूद नहीं है. थोड़े समय के लिए उड़ानों की आवाजाही प्रभावित हुई, लेकिन जल्द ही सामान्य संचालन बहाल कर दिया गया.

विशेषज्ञों की राय – “सिस्टम ने खतरे को नियंत्रित किया”
एविएशन एनालिस्ट्स का कहना है कि यह घटना एक बड़ी आपदा बन सकती थी, लेकिन एयरक्रू की सतर्कता, एटीसी की तुरंत प्रतिक्रिया और विमान के डिजाइन ने खतरे को सीमित कर दिया.

विशेषज्ञों के अनुसार,
“डुअल-व्हील असेंबली और ट्राइसाइकिल गियर सिस्टम ने विमान को सुरक्षित लैंड करने में अहम भूमिका निभाई. यह इस बात का उदाहरण है कि एविएशन सुरक्षा प्रोटोकॉल कितने प्रभावी हैं.”

यात्रियों की प्रतिक्रिया – “कभी सोचा नहीं था इतना बड़ा खतरा”
कुछ यात्रियों ने बताया कि लैंडिंग के दौरान वे बेहद तनाव में थे, क्योंकि उन्हें पायलट ने आपातकालीन तैयारी के बारे में जानकारी दी थी.
हालांकि, पायलट के भरोसेमंद स्वर और क्रू की पेशेवराना तैयारी ने डर को कम कर दिया.

एक यात्री ने कहा,
“लैंडिंग के बाद हमें ही पता चला कि पहिया ही उड़ान से पहले गिर गया था. शुक्र है सब सुरक्षित रहे.”

सतर्कता से बची बड़ी दुर्घटना
SpiceJet Q400 की यह घटना भारत की एविएशन इंडस्ट्री के लिए एक बड़ा अलर्ट है.
हालांकि सभी यात्री और क्रू सुरक्षित हैं, लेकिन यह साफ है कि हवाई सुरक्षा में मेंटेनेंस और मॉनिटरिंग को और मजबूत करने की जरूरत है.

DGCA की जांच रिपोर्ट आने के बाद यह तय होगा कि जिम्मेदारी किसकी है और भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे.

फिलहाल राहत की बात यही है कि एक संभावित आपदा टल गई और सभी 75 लोग सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंच गए.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-