‘सितारे ज़मीन पर’ ने यूट्यूब पे-पर-व्यू पर किया 20 गुना ज़्यादा कारोबार आमिर खान का बयान

‘सितारे ज़मीन पर’ ने यूट्यूब पे-पर-व्यू पर किया 20 गुना ज़्यादा कारोबार आमिर खान का बयान

प्रेषित समय :23:16:36 PM / Mon, Sep 15th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

मुंबई. आमिर खान ने अपनी फिल्म सितारे ज़मीन पर को यूट्यूब पर पे-पर-व्यू मॉडल के ज़रिए रिलीज़ करने के फैसले का बचाव किया है. उनका दावा है कि इस प्रयोग ने अब तक “सामान्य कारोबार से 20 गुना ज़्यादा कमाई” की है और यह भारत में एक अधिक टिकाऊ फिल्म कारोबार प्रणाली का रास्ता खोल सकता है.

गेम चेंजर्स पॉडकास्ट के ताज़ा एपिसोड में आमिर ने माना कि शुरुआत में उन्हें डर लग रहा था, लेकिन उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी (थिएटर) सेक्टर को फिर से मज़बूत बनाने के लिए यह ज़रूरी था, क्योंकि महामारी के दौरान प्रोड्यूसर लगातार OTT प्लेटफ़ॉर्म्स पर निर्भर हो गए थे.

आमिर ने कहा—“मैं किसी को दोष नहीं देना चाहता क्योंकि उनका पैसा फँसा हुआ था. हर कोई इतना लंबा इंतज़ार नहीं कर सकता.”

उन्होंने तर्क दिया कि जिन फिल्मों को लोगों की ज़ुबानी तारीफ़ मिलती है, जैसे सितारे ज़मीन पर और किरण राव की लापता लेडीज़, उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है क्योंकि दर्शक कुछ ही हफ़्तों में स्ट्रीमिंग का इंतज़ार करने लगते हैं. आमिर बोले—“शॉर्ट टर्म में तो यह चल सकता है, लेकिन लंबे समय में यह समस्या बनेगा.”

उन्होंने यह भी कहा कि सभी OTT प्लेटफ़ॉर्म मिलाकर भी भारत में केवल 4–5 करोड़ लोगों तक पहुँच पाते हैं, जबकि यूट्यूब रोज़ाना 50–60 करोड़ लोगों तक पहुँचता है.

भारत की सीमित थिएटर इंफ्रास्ट्रक्चर पर आमिर ने कहा—“हमारे पास सिर्फ़ 9,000 स्क्रीन्स हैं, जिनमें से आधी दक्षिण भारत में हैं. जबकि चीन में 1 लाख और अमेरिका में 35,000 स्क्रीन्स हैं. अगर हमें चीन से मुकाबला करना है तो थिएटरों की संख्या कैसे बढ़ाएंगे?”

आमिर ने यह भी बताया कि उन्हें OTT प्लेटफ़ॉर्म से 125 करोड़ रुपये की डील का ऑफ़र मिला था, लेकिन उन्होंने पे-पर-व्यू मॉडल को इसलिए चुना क्योंकि यह “सही समय” था—आज इंटरनेट और UPI पेमेंट आसानी से उपलब्ध हैं.

उन्होंने साफ़ किया कि उन्हें OTT प्लेटफ़ॉर्म से कोई दिक़्क़त नहीं है—“मैंने कभी नहीं कहा कि मैं अपनी फिल्म OTT को नहीं बेचूंगा. ऐसा क्यों करूंगा? मुझे केवल थिएटर और स्ट्रीमिंग रिलीज़ के बीच के समय को लेकर आपत्ति है.”

हालांकि यूट्यूब की पॉलिसी के कारण आमिर ने सटीक आँकड़े साझा नहीं किए, लेकिन उन्होंने कहा कि पे-पर-व्यू का यह प्रयोग अभी शुरुआती दौर में है और पहले ही “सामान्य बिज़नेस से 20 गुना ज़्यादा” कर चुका है.

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