शादी भारतीय संस्कृति का सबसे महत्वपूर्ण संस्कार माना जाता है. यही वजह है कि विवाह का शुभ मुहूर्त चुनने के लिए परिवारजन महीनों पहले से तैयारियां शुरू कर देते हैं. पंचांग और ग्रह-नक्षत्रों की गणना के आधार पर ज्योतिषाचार्यों ने वर्ष 2025 और 2026 के लिए विवाह के शुभ समय घोषित किए हैं.
विवाह मुहूर्त 2025
नवंबर और दिसंबर 2025 में कुल दस शुभ तिथियाँ उपलब्ध हैं. नवंबर में 20, 21, 23, 24, 26, 27 और 30 को विवाह योग्य संयोग बनेंगे. इन दिनों में गुरु (बृहस्पति) वृषभ और मिथुन राशियों में गोचर करेंगे, जो दांपत्य जीवन को स्थिरता और सौभाग्य देने वाले माने जाते हैं. वहीं, शुक्र ग्रह तुला और वृश्चिक राशियों में स्थिति लेकर वैवाहिक जीवन में प्रेम और सामंजस्य का संचार करेंगे. दिसंबर माह में 1, 4 और 5 को भी ग्रहों की युति शुभ फलदायी होगी. विशेष रूप से 4 दिसंबर को चंद्रमा की अनुकूल स्थिति विवाह के लिए अत्यंत मंगलकारी रहेगी.
विवाह मुहूर्त 2026
2026 का वर्ष विवाह संस्कार के लिए और भी समृद्ध माना जा रहा है क्योंकि इसमें कई महीनों में व्यापक तिथियाँ उपलब्ध होंगी.
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जनवरी में 29 तारीख को शुभ योग रहेगा.
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फरवरी में 5, 6, 8, 15, 19, 20, 22, 25 और 26 को विवाह के मुहूर्त निकलेंगे. इस समय गुरु मेष राशि में रहेंगे, जो नए जीवन की शुरुआत के लिए सकारात्मक माना जाता है.
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मार्च में 4, 9, 11 और 13 को विवाह योग्य समय है. इन तिथियों में शुक्र मीन राशि में रहकर रिश्तों में भावनात्मक गहराई जोड़ेंगे.
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अप्रैल में 17, 20, 26 और 30 को विवाह शुभ रहेगा.
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मई में 1, 6, 8, 10 और 13 को मांगलिक कार्य सफलतापूर्वक संपन्न होंगे.
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जून में 19, 24, 25, 26, 28 और 29 को विवाह हेतु विशेष योग बनेंगे. इस अवधि में गुरु वृषभ राशि में होंगे और चंद्रमा का अनुकूल गोचर वैवाहिक जीवन में शांति और स्थिरता प्रदान करेगा.
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जुलाई माह की शुरुआत भी मंगलमय होगी. 1, 2, 3, 6, 9 और 12 तारीख को विवाह के लिए उपयुक्त समय रहेगा.
ग्रहों की अनुकूलता का महत्व
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार विवाह मुहूर्त तभी शुभ माना जाता है जब गुरु और शुक्र दोनों ग्रह अनुकूल स्थिति में हों. गुरु विवाह का कारक ग्रह है और दांपत्य जीवन को संतान, समृद्धि और स्थिरता प्रदान करता है. वहीं शुक्र प्रेम, आकर्षण और सामंजस्य का प्रतीक है. जब ये दोनों ग्रह शुभ राशियों और नक्षत्रों में रहते हैं, तभी विवाह संस्कार को शुभ और फलदायी माना जाता है.
साफ है कि 2025 और 2026 में विवाह बंधन में बंधने वाले दंपतियों के लिए कई अवसर उपलब्ध रहेंगे. ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार इन तिथियों पर किए गए विवाह जीवनभर सुख, शांति और मंगल का आशीर्वाद लेकर आएंगे. परिवारजन अब इन मुहूर्तों के आधार पर अपनी तैयारियां शुरू कर सकते हैं. आने वाले वर्ष शहनाइयों की गूँज और मंगल गीतों से घर-आंगन को भरने वाले साबित होंगे.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

