प्याज पर दिखने वाला काला पाउडर क्या है और क्या इसे खाना सुरक्षित है!

प्याज पर दिखने वाला काला पाउडर क्या है और क्या इसे खाना सुरक्षित है!

प्रेषित समय :15:36:49 PM / Wed, Sep 17th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

रसोई में प्याज़ का इस्तेमाल लगभग हर घर में रोज़ होता है। लेकिन अक्सर ऐसा होता है कि प्याज़ छीलते समय उसकी परतों के बीच काला पाउडर जैसा कुछ दिखाई देता है। आमतौर पर लोग इसे धोकर इस्तेमाल कर लेते हैं या फिर प्याज़ को फेंक देते हैं। लेकिन सवाल यह है कि यह काला पाउडर वास्तव में है क्या और क्या इसे खाने से सेहत को नुकसान हो सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि यह काला पाउडर दरअसल एक फंगस है जिसे वैज्ञानिक भाषा में Aspergillus niger कहा जाता है। यह फंगस मिट्टी में मौजूद रहता है और प्याज़ जैसी सब्ज़ियों पर खासतौर पर भंडारण के दौरान उग आता है।

काला फंगस कैसे बनता है

क्लीनिकल माइक्रोबायोलॉजी और इंफेक्शियस डिज़ीज़ के विशेषज्ञ डॉ. दीप नारायण मुखर्जी के अनुसार यह फंगस प्याज़ की सतह पर उगता है और उसकी ऊपरी परत को काले, धूल जैसे रूप में ढक देता है। इसे माइसीलियल फंगस कहा जाता है। यह प्याज़ की भीतरी सतह तक आमतौर पर नहीं पहुंचता लेकिन यदि प्याज़ लंबे समय तक गर्म या नम जगह पर रखा जाए तो इसका फैलाव तेज़ हो जाता है। यह संक्रमण प्याज़ की सतह तक सीमित रहता है, इसलिए स्वस्थ लोगों के लिए अक्सर हानिकारक नहीं होता।

कब हो सकता है ख़तरा

विशेषज्ञ मानते हैं कि सामान्य और स्वस्थ व्यक्तियों के लिए काले फंगस से संक्रमित प्याज़ को छीलकर धो लेना ही काफी होता है। परंतु हर किसी के लिए यह सुरक्षित नहीं है। जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, जैसे कि कैंसर के मरीज़ जो कीमोथेरेपी ले रहे हों, या फिर अस्थमा, सीओपीडी और सिस्टिक फाइब्रोसिस जैसी सांस से जुड़ी बीमारियों से पीड़ित लोग, उन्हें इस फंगस से सावधान रहना चाहिए।

इस फंगस के बीजाणु हवा में मौजूद रहते हैं और सांस के जरिए शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले व्यक्तियों में यह एलर्जिक रिएक्शन या एस्परजिलोसिस जैसी गंभीर बीमारियां पैदा कर सकता है। लक्षणों में लगातार खांसी, सांस लेने में तकलीफ, सिरदर्द, और कुछ मामलों में जानलेवा संक्रमण शामिल हो सकते हैं।

खाने से क्या असर पड़ सकता है

अगर कोई व्यक्ति गलती से फंगस लगे प्याज़ का उपयोग कर लेता है तो भी हल्के मामलों में पेट दर्द, उल्टी, सिरदर्द, दस्त और जी मिचलाने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। हालांकि यह समस्याएं आमतौर पर स्वस्थ लोगों में गंभीर नहीं होतीं, लेकिन जिनकी इम्यूनिटी कमज़ोर है उनके लिए यह खतरनाक साबित हो सकता है।

पोषण विशेषज्ञों की राय

टेक्नो इंडिया डामा अस्पताल की वरिष्ठ पोषण विशेषज्ञ डॉ. पायल कुमार रॉय कहती हैं कि काला फंगस आमतौर पर प्याज़ की बाहरी परत पर सूखे कालिख जैसे धब्बों के रूप में दिखाई देता है। अगर यह फंगस केवल सतही परत तक सीमित है तो प्याज़ की ऊपरी परतें हटाकर और अच्छे से धोकर इसे इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन अगर प्याज़ अंदर से भी बदरंग, नरम या खराब हो चुका है तो उसे तुरंत फेंक देना ही सबसे सुरक्षित विकल्प है।

प्याज़ को सुरक्षित रखने के उपाय

विशेषज्ञ इस बात पर जोर देते हैं कि प्याज़ को सही तरह से स्टोर करना सबसे ज़रूरी है। प्याज़ को हमेशा ठंडी, सूखी और हवादार जगह पर रखना चाहिए। नमी से फंगस तेजी से फैलता है। साथ ही प्याज़ को कभी भी प्लास्टिक बैग में लंबे समय तक नहीं रखना चाहिए, क्योंकि उसमें हवा का प्रवाह नहीं हो पाता और फंगस बनने की संभावना बढ़ जाती है। प्याज़ खरीदते समय यह ध्यान दें कि उन पर पहले से काले धब्बे या पाउडर न हो, क्योंकि एक खराब प्याज़ बाकी प्याज़ को भी जल्दी संक्रमित कर सकता है।

क्या करें अगर प्याज़ पर काला पाउडर दिखे

अगर प्याज़ पर हल्का काला पाउडर दिखता है तो घबराने की जरूरत नहीं है। पहले उसकी ऊपरी परतों को हटा दें और प्याज़ को बहते पानी के नीचे अच्छे से धो लें। इसके बाद उसे सूखा कर ही इस्तेमाल करें। अगर प्याज़ की गंध बदली हुई लगे, अंदर का हिस्सा नरम या काला दिखे, तो उसे बिल्कुल भी इस्तेमाल न करें।

जनता में जागरूकता क्यों ज़रूरी

आज के समय में जब लोग स्वास्थ्य को लेकर और अधिक जागरूक हो रहे हैं, ऐसे में यह जानना बेहद आवश्यक है कि रसोई में दिखने वाली छोटी-सी समस्या भी किस तरह गंभीर बीमारी का कारण बन सकती है। कई बार लोग अनजाने में फंगस लगे प्याज़ का इस्तेमाल कर लेते हैं और बाद में पेट से जुड़ी समस्याओं का सामना करते हैं। यह जानकारी होना जरूरी है कि किन परिस्थितियों में प्याज़ सुरक्षित है और कब इसे फेंक देना चाहिए।

प्याज़ पर दिखाई देने वाला काला पाउडर कोई साधारण धूल नहीं बल्कि Aspergillus niger नाम का फंगस है। यह हर जगह पाया जाता है और नम वातावरण में तेजी से फैलता है। स्वस्थ लोगों के लिए यह आमतौर पर नुकसानदायक नहीं होता, लेकिन कमजोर इम्यूनिटी वाले मरीजों के लिए यह गंभीर खतरा बन सकता है। इसलिए प्याज़ का इस्तेमाल करने से पहले उसकी परतों को अच्छी तरह जांचना, खराब हिस्से को फेंकना और उसे सही तरीके से स्टोर करना बेहद ज़रूरी है।