नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने गृहराज्य गुजरात के दौरे पर हैं. पीएम मोदी के इस दौरे की शुरुआत भावनगर से हुई है. जहां वह सबसे पहले रोड शो कर रहे हैं. उसके बाद पीएम मोदी भावनगर में ही हजारों करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. पीएम मोदी अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान कई कार्यक्रमों में भाग लेंगे. पीएम मोदी के इस दौरे पर उनका फोकस भावनगर, धोलेरा, लोथल में समुद्री और औद्योगिक विकास पर रहेगा.
पीएम मोदी ने कहा कि देशवासी ये जानकर हैरान रह जाएंगे कि आज भारत हर साल करीब 75 बिलियन डॉलर यानी लगभग 6 लाख करोड़ रुपये विदेशी शिपिंग कंपनियों को शिपिंस सर्विस यानी किराया देता है ये आज भारत का जितना डिफेंस बजट है करीब उतना पैसा किराए में दिया जा रहा है. सात दशकों में कितना पैसा हमने भाड़े रूप में दूसरे देशों को दिया है. हमारे पैसे से विदेशों में लाखों नौकरियां बनी हैं. इतने सारे पैसे का अगर एक छोटा सा हिस्सा भी अगर पहले की सरकारें अपनी शिपिंग इंडस्ट्री पर लगातीं तो आज दुनिया हमारे जहाज इस्तेमाल कर रही होतीं.
विदेशी जहाजों पर हमारी निर्भरता मजबूरी बन गई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि, कांग्रेस ने भारत में जहाज निर्माण पर जोर देने के बजाय विदेशी जहाजों को किराया-भाड़ा देना उचित समझा. इससे भारत में शिप बिल्डिंग ईको सिस्टम ठप हो गया. इससे विदेशी जहाजों पर हमारी निर्भरता मजबूरी बन गई. परिणाम ये हुआ कि 50 साल पहले जहां 40 प्रतिशत व्यापार भारतीय जहाजों पर होता था वो हिस्सा घटकर 5 प्रतिशत रह गया. यानी अपने 95 प्रतिशत ट्रेड के लिए हम विदेशी जहारों पर निर्भर हो गए. जिसका हमें बहुत बड़ा नुकसान उठाना पड़ा.
कांग्रेस की कुनीतियों का शिकार हुआ भारत
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस सरकारों की नीतियों ने देश के नौजवानों का बहुत नुकसान किया है. इन नीतियों ने भारत की असली ताकत को सामने आने से रोक दिया. देश का कितना नुकसान हुआ है. इसका एक बहुत बड़ा उदाहरण हमारा शिपिंग सेक्टर है. भारत सदियों से एक बड़ी समुद्री ताकत था. हम दुनिया में शिप बिल्डिंग के सबसे बड़ा सेंटर हुआ करते थे. भारत के तटीय राज्यों में बने जहाज देश और दुनिया के व्यापार कारोबार को गति देते थे. 50 साल पहले तक भी हम भारत में बने जहाजों का उपयोग करते थे. उस दौर में भारत का 40 प्रतिशत से अधिक इंपोर्ट एक्सपोर्ट देश में ही बने जहाजों से होता था, लेकिन फिर देश का शिपिंग सेक्टर भी कांग्रेस की कुनियों का शिकार हो गया.
कांग्रेस ने भारत के हर सामर्थ्य को नजरअंदाज किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि, भारत में सामर्थ्य की कोई कमी नहीं है लेकिन आजादी के बाद कांग्रेस ने भारत के हर सामर्थ्य को नजरअंदाज किया. इसलिए आजादी के 6-7 दशक के बाद भी भारत वो सफलता हासिल नहीं कर पाया जिसके हम हकदार थे. पीएम मोदी ने कहा कि, इसके दो बड़े कारण रहे लंबे समय तक कांग्रेस सरकार ने लाइसेंस कोटा राज में उलझाए रखा. दुनिया के बाजार से अलग-थलग रखा. जब ग्लोबलाइजेशन का दौर आया तो इंपोर्ट का ही रास्ता पकड़ लिया गया. उसमें हजारों लाखों करोड़ के घोटाले कर दिए.
सौ दुखों की एक ही दवाई है वो है आत्मनिर्भर भारत
पीएम मोदी ने कहा कि, देश के विकास के संकल्प को हम दूसरों की निर्भरता पर नहीं छोड़ सकते, हम भावी पीढ़ी के भविष्य को दांव पर नहीं लगा सकते. पीएम मोदी ने कहा कि सौ दुखों की एक ही दवाई है वो है आत्मनिर्भर भारत. पीएम मोदी ने कहा कि इसके लिए हमें चुनौतियों से टकराना होगा. इसके लिए दूसरे देशों पर हमें लगातार अपनी निर्भरता को घटाना होगा. अब भारत को आत्मनिर्भरत बनकर दुनिया के सामने मजबूती के साथ खड़ा होना ही होगा.
140 करोड़ देशवासियों के भविष्य को हम दूसरों पर नहीं छोड़ सकते
पीएम मोदी ने कहा कि, यही हमारा सबसे बड़ा दुश्मन है, हमें मिलकर भारत के इस दुश्मन को निर्भरता वाले दुश्मन को हराना होगा. हमें ये बाद हमें हमेशा दुहरानी है जितनी ज्यादा विदेशी निर्भरता उतनी ज्यादा देश की विफलता. पीएम मोदी ने कहा कि विश्व में शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाले देश को आत्मनिर्भर बनना ही होगा. हम दूसरों पर निर्भर रहेंगे तो हमारा आत्म सम्मान भी चोटिल होगा. 140 करोड़ देशवासियों के भविष्य को हम दूसरों पर नहीं छोड़ सकते हैं.
दूसरे देशों पर हमारी निर्भरता भारत का सबसे बड़ा दुश्मन
पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी का भारत आज समुद्र को बहुत बड़े अवसर के रूप में देख रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि थोड़ी देर पहले यहां पोर्टलेड विकास को गति देने के लिए हजारों करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया गया. देश में क्रूज टूरिज्म को प्रमोट करने के लिए आज मुंबई में इंटरनेशन क्रूज टर्मिनल का भी उद्घाटन किया गया है. भावनगर के गुजरतार के विकास से जुड़े अनेक प्रोजेक्ट भी शुरू हुए हैं. भारत आज विश्वबंधु की भावना से आगे बढ़ रहा है. दुनिया में हमारा कोई बड़ा दुश्मन नहीं है. सच्चे अर्थ में अगर हमारा कोई दुश्मन है तो वो है दूसरे देशों पर हमारी निर्भरता.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-




