मुंबई. बॉलीवुड के अभिनेता अक्षय कुमार ने मुंबई में आयोजित एक साइबर सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम में खुलासा किया कि उनकी किशोर बेटी से ऑनलाइन गेम खेलते समय न्यूड फोटो साझा करने के लिए कहा गया. यह घटना केवल व्यक्तिगत चिंता का विषय नहीं है, बल्कि बच्चों और किशोरों के लिए ऑनलाइन सुरक्षा की गंभीर चुनौती को उजागर करती है.
अक्षय ने बताया कि यह घटना कुछ महीने पहले हुई थी. उनकी बेटी एक ऑनलाइन वीडियो गेम खेल रही थी, जब एक अजनबी ने उसे दोस्ताना और सहायक संदेश भेजना शुरू किया. शुरुआत में बातचीत सामान्य और हल्की थी, लेकिन धीरे-धीरे अजनबी ने व्यक्तिगत सवाल पूछना शुरू कर दिया. उसने बेटी से पूछा कि वह पुरुष है या महिला, और जब उत्तर मिला कि वह महिला है, तो उसने न्यूड फोटो भेजने का अनुरोध किया.
अक्षय ने बताया कि उनकी बेटी ने तुरंत डिवाइस बंद कर दिया और अपनी मां को पूरी घटना बताई. अभिनेता ने कहा, “यही से सब शुरू होता है. यह अच्छी बात है कि मेरी बेटी ने मेरी पत्नी से इसके बारे में बात की.”
साइबर सुरक्षा के खतरे और बच्चों का ऑनलाइन व्यवहार
आधुनिक युग में बच्चे और किशोर मोबाइल गेम्स, सोशल मीडिया और विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अधिक समय बिताते हैं. यह उनकी सामाजिक और मानसिक वृद्धि के लिए लाभकारी हो सकता है, लेकिन साथ ही साइबर अपराधियों के लिए आसान निशाना भी बन जाता है.
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ऑनलाइन मित्रता का खतरा: बच्चों को अक्सर लगता है कि इंटरनेट पर दोस्त बनाना सुरक्षित है, लेकिन कई बार ये दोस्त छल और धोखे के माध्यम बन जाते हैं.
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निजी जानकारी का खुलासा: बच्चे अनजाने में अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा कर देते हैं, जिससे उनका शोषण हो सकता है.
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नापाक अनुरोध: जैसे कि इस मामले में हुआ, किशोरों से अश्लील सामग्री भेजने के लिए कहा जाना बढ़ता जा रहा है.
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में सतर्कता और तुरंत प्रतिक्रिया बेहद जरूरी है, ताकि किसी भी प्रकार की मानसिक या शारीरिक नुकसान से बचा जा सके.
माता-पिता की जिम्मेदारी
अक्षय कुमार ने इस अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से अनुरोध किया कि कक्षा 7 से 10 तक साइबर सुरक्षा शिक्षा अनिवार्य रूप से लागू की जाए. उन्होंने कहा, “साइबर सुरक्षा सड़क अपराध से भी बड़ा खतरा है और हमें इसे रोकने के लिए बच्चों को प्रशिक्षित करना होगा.”
माता-पिता के लिए कुछ जरूरी कदम:
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बच्चों के ऑनलाइन व्यवहार पर नजर रखना.
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संवेदनशील मुद्दों पर बच्चों से खुलकर बातचीत.
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सुरक्षित और विश्वसनीय गेम्स और ऐप्स का चयन.
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किसी संदिग्ध घटना की तुरंत रिपोर्टिंग.
अक्षय ने उदाहरण के माध्यम से यह भी बताया कि उनकी बेटी ने सही कदम उठाया और तुरंत माता-पिता को सूचित किया. यह घटना सकारात्मक ऑनलाइन व्यवहार और जागरूकता का एक उदाहरण है.
साइबर जागरूकता कार्यक्रम
कार्यक्रम में अभिनेत्री रानी मुखर्जी भी उपस्थित थीं. यह आयोजन महिलाओं और बच्चों को लक्षित साइबर अपराधों के प्रति जागरूक करने के लिए किया गया था. विशेषज्ञों ने बच्चों और किशोरों को ऑनलाइन खतरे, डेटा सुरक्षा और सोशल मीडिया की सुरक्षित आदतें सिखाने पर जोर दिया.
अक्षय कुमार का खुलासा यह साबित करता है कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बच्चों की सुरक्षा एक गंभीर मुद्दा है. माता-पिता और स्कूलों को बच्चों को सुरक्षित ऑनलाइन आदतें सिखाने और उन्हें जागरूक करने की जिम्मेदारी निभानी होगी.
इस घटना ने यह भी दिखाया कि सतर्कता और समय पर कार्रवाई बच्चों को ऑनलाइन खतरों से बचा सकती है. भविष्य में यह आवश्यक है कि राज्य और केंद्र सरकारें साइबर सुरक्षा शिक्षा को स्कूल पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाएं और माता-पिता को भी इसके प्रति प्रशिक्षित करें.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

