उमरिया. मध्य प्रदेश के उमरिया जिले के अंतर्गत बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पनपथा बफर जोन के अंतर्गत आने वाले सालखनिया बीट (पी-610) में गश्त के दौरान एक बाघ का शव मिलने से वन विभाग में हड़कंप मच गया. घटना की जानकारी मिलते ही विभागीय अधिकारी मौके पर पहुंचे और राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के दिशा-निर्देशों के अनुसार सभी आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी गई.
वन विभाग के मुताबिक, जब नियमित गश्त के दौरान वन कर्मियों ने जंगल के भीतर बाघ का शव देखा. सूचना तुरंत उच्च अधिकारियों तक पहुंचाई गई, जिसके बाद क्षेत्र संचालक, सहायक संचालक और वन्य प्राणी विशेषज्ञों की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की. घटनास्थल पर पहुंचकर डॉग स्क्वॉड की मदद से पूरे क्षेत्र की गहन सर्चिंग कराई गई ताकि किसी भी तरह के शिकार या आपराधिक गतिविधि के साक्ष्य तलाशे जा सकें. इसके साथ ही मेटल डिटेक्टर से भी आसपास के इलाके की बारीकी से जांच की गई. जांच के दौरान किसी तरह के फंदे, हथियार या अन्य संदिग्ध सामग्री नहीं मिली.
वन्य प्राणी चिकित्सकों और विशेषज्ञों की देखरेख में बाघ के शव का पोस्टमार्टम किया गया. जांच के दौरान यह पाया गया कि बाघ के सभी अंग सुरक्षित हैं और शरीर पर चोट या संघर्ष के कोई निशान नहीं हैं. वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार बाघ की मौत स्वाभाविक प्रतीत होती है, हालांकि अंतिम पुष्टि विस्तृत रिपोर्ट आने के बाद ही की जाएगी. पोस्टमार्टम के बाद एनटीसीए के प्रोटोकॉल के तहत बाघ का विधिवत दाह संस्कार किया गया. इस दौरान पूरी प्रक्रिया वीडियो रिकॉर्डिंग के साथ की गई ताकि पारदर्शिता बनी रहे.
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