पाकिस्तान में जाफर एक्सप्रेस पर फिर हमला, आईईडी धमाके से ट्रेन की कई बोगियां पटरी से उतरीं

पाकिस्तान में जाफर एक्सप्रेस पर फिर हमला, आईईडी धमाके से ट्रेन की कई बोगियां पटरी से उतरीं

प्रेषित समय :13:28:23 PM / Tue, Oct 7th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

इस्लामाबाद. पाकिस्तान के बलूचिस्तान में एक बार फिर जाफर एक्सप्रेस ट्रेन पर हमला हुआ है. यह हादसा सिंध के सुल्तानकोट के पास हुआ, जब ट्रेन के ट्रैक पर लगाया गया विस्फोटक उपकरण (आईईडी) जोरदार धमाके से फट गया. धमाके की तीव्रता इतनी अधिक थी कि ट्रेन की पांच से छह बोगियां पटरी से उतर गईं और मौके पर अफरा-तफरी मच गई. बताया जा रहा है कि कई यात्री घायल हुए हैं और कुछ की हालत गंभीर है. धमाके के बाद फायरिंग की आवाजें भी सुनी गईं.

इस हमले की जिम्मेदारी बलूच रिपब्लिक गार्ड्स (बीलए) नामक विद्रोही संगठन ने ली है. संगठन ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि 'हमने सुल्तानकोट के पास जाफर एक्सप्रेस पर रिमोट-कंट्रोल ढ्ढश्वष्ठ विस्फोट किया. ट्रेन में पाकिस्तानी सेना के जवान सवार थे, जिनमें से कई मारे गए या घायल हुए. बीएलए ने यह भी दावा किया कि बलूचिस्तान की आजादी तक ऐसे हमले जारी रहेंगे.

राहत और बचाव कार्य जारी, रेल सेवा ठप

हमले के तुरंत बाद राहत और बचाव दल मौके पर पहुंचे और घायलों को पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया. सुरक्षा बलों ने इलाके को घेरकर जांच शुरू कर दी है. फिलहाल इस रूट पर रेल सेवाएं अस्थायी रूप से बंद कर दी गई हैं. अधिकारियों का कहना है कि यह हमला पहले से प्लांट किए गए बम से किया गया था.

पहले भी हो चुका है हमला

आपको बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब जाफर एक्सप्रेस को निशाना बनाया गया हो. इस साल मार्च से अब तक इस ट्रेन पर कई बार आतंकी हमले हो चुके हैं. सितंबर में मस्तुंग के स्पिजेंड इलाके में हुए हमले में 10 से ज्यादा यात्री घायल हुए थे. मार्च 2025 में बलोच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने इसी ट्रेन को हाईजैक कर 400 से ज्यादा यात्रियों को बंधक बना लिया था. उस हमले में कई लोगों की जान भी गई थी.

बलूचिस्तान में बढ़ती हिंसा ने बढ़ाई चिंता

बलूचिस्तान पाकिस्तान का वह इलाका है, जहां सरकार विरोधी विद्रोह लंबे समय से जारी है. विद्रोही समूह सुरक्षा बलों, ट्रांसपोर्ट और रेल सेवाओं को निशाना बनाकर अपना विरोध जताते हैं. बार-बार हो रहे इन हमलों से यात्रियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं और पाकिस्तान सरकार पर सख्त कार्रवाई की मांग तेज हो गई है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-