द्वारका. देवभूमि द्वारका जिले के लांबा गांव में सोमवार 6 अक्टूबर की रात एक युवक ने अपने दो बच्चों को जहर देकर सुसाइड कर लिया. परिवार वालों से मिली जानकारी के मुताबिक, युवक कैंसर की आखिरी स्टेज में था. अपनी मौत और बच्चों के भविष्य की इसी चिंता के चलते उसने यह कदम उठा लिया.
लांबा गांव में रहने वाले मेरामनभाई छेत्रिया (40 साल) पिछले पांच वर्षों से मुंह के कैंसर से पीड़ित थे. वर्तमान में वे कैंसर की आखिरी स्टेज में थे और कभी भी मौत होने की आशंका थी. इसी के चलते मेरामन बहुत परेशान रहते थे. वे अक्सर परिवार से अपनी बेटी खुशी (5 साल) और बेटा माधव (3 साल) के भविष्य को लेकर बाते करते थे.
उन्हें लगातार यह चिंता सता रही थी कि उनकी मौत के बाद उनके मासूम बच्चों के भविष्य का क्या होगा. इसी तनाव में मेरामन ने सोमवार की रात दोनों बच्चों को खाने में जहर दे दिया और उसके बाद खुद भी जहर पी लिया. परिवार वालों को जब तक मालूम चलता, तब तक तीनों की मौत हो चुकी थी.
हत्या और आत्महत्या का मामला दर्ज
घटना की सूचना मिलते ही द्वारका सर्कल के डीएसपी सागर राठौड़ मौके पर पहुँचे. उन्होंने एफएसएल जांच कराने समेत अन्य कार्रवाई की और पोस्टमार्टम के लिए शवों को द्वारका के सिविल अस्पताल भिजवाया. इस मामले में मेरामन के खिलाफ हत्या और आत्महत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है.

