महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजी नगर जिले के गदीवाट गांव का एक सरकारी ZP स्कूल शिक्षा और तकनीक के क्षेत्र में मिसाल बन गया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में छात्रों को जापानी भाषा में धाराप्रवाह बोलते और हाई-टेक रोबोटिक्स के प्रयोग करते देखा गया। यह सब उनके शिक्षकों के मार्गदर्शन और सही दिशा निर्देश के कारण संभव हो पाया है। इस वीडियो ने न केवल छात्रों की अद्भुत प्रतिभा को उजागर किया है, बल्कि ग्रामीण शिक्षा में प्रगति की संभावनाओं को भी दिखाया है।
इंस्टाग्राम क्रिएटर @Siddhesh Lokare ने इस स्कूल को अपने व्लॉग में पेश किया। लोकरे महाराष्ट्र में 30 स्कूलों का दौरा कर रहे हैं और फंडरेज़िंग के जरिए इन स्कूलों को सपोर्ट देने का प्रयास कर रहे हैं। अपने 12वें दिन स्कूलों का दौरा करते हुए उन्होंने गदीवाट गांव के इस सरकारी स्कूल का दौरा किया और छात्रों द्वारा जापानी शैली में स्वागत देख कर चकित रह गए।
वीडियो में छात्र बताते हैं कि उन्होंने स्कूल में जापानी भाषा सीखी है और भविष्य में जापान जाकर अपनी करियर संभावनाओं को आगे बढ़ाना चाहते हैं। इसके साथ ही, छात्र अपने बनाए हुए रोबोटिक डिवाइस का प्रयोग भी कर रहे हैं। उन्होंने अपने प्रयोग दर्शाए, जिससे व्लॉगर और सोशल मीडिया फैंस दोनों प्रभावित और आश्चर्यचकित रह गए।
छात्र अब कोडिंग भाषाओं के माध्यम से अपने खुद के वीडियो गेम्स भी विकसित कर रहे हैं। यह पहल न केवल तकनीकी ज्ञान को बढ़ावा देती है, बल्कि बच्चों में रचनात्मकता और समस्या सुलझाने की क्षमता को भी प्रोत्साहित करती है।
स्कूल के शिक्षक नवपुते सर ने बताया कि उनका लक्ष्य 2030 तक इस स्कूल को पूरे जिले के टॉप पांच स्कूलों में लाना है। उन्होंने यह भी कहा कि वह अपने स्कूल में एडवांस्ड-लेवल की प्रयोगशालाओं की स्थापना करना चाहते हैं। इसका उद्देश्य छात्रों को आधुनिक तकनीक और विज्ञान में दक्ष बनाना है, ताकि उन्हें वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार किया जा सके।
गौरतलब है कि ग्रामीण महाराष्ट्र में स्थित यह स्कूल शिक्षा और तकनीकी कौशल के क्षेत्र में प्रेरणास्पद उदाहरण बन चुका है। छात्रों की जापानी भाषा में दक्षता और रोबोटिक्स प्रयोग इस बात का संकेत है कि ग्रामीण स्कूल भी आधुनिक शिक्षा और विज्ञान के क्षेत्र में किसी से कम नहीं हैं।
वीडियो में दिखाई गई इस पहल ने यह साबित कर दिया है कि सही मार्गदर्शन, शिक्षकों का समर्पण और छात्रों की लगन से ग्रामीण शिक्षा में भी चमत्कार संभव हैं। इस स्कूल के छात्रों ने यह दिखाया है कि शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं है, बल्कि इसे आधुनिक तकनीक और वैश्विक भाषाओं के साथ जोड़कर छात्रों का सर्वांगीण विकास किया जा सकता है।
स्थानीय प्रशासन ने भी इस पहल की सराहना की है और कहा है कि इस तरह के स्कूल मॉडल अन्य गांवों में भी लागू किए जा सकते हैं। इससे ग्रामीण बच्चों के करियर और तकनीकी ज्ञान को नए आयाम मिलेंगे। स्कूल के शिक्षक और छात्र दोनों मिलकर इस पहल को आगे बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।
छात्रों का उत्साह, उनके द्वारा सीखी गई जापानी भाषा और रोबोटिक्स में उनकी दक्षता यह दिखाती है कि ग्रामीण महाराष्ट्र में शिक्षा और विज्ञान का स्तर लगातार उन्नति की ओर बढ़ रहा है। इस स्कूल की कहानी ने पूरे राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में एक नई मिसाल कायम की है और अन्य स्कूलों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है।
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

