ट्रेन में कंबल के साथ मिलेगा प्रिंटेड कवर, जयपुर से पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत, देशभर में लागू करने की योजना

ट्रेन में कंबल के साथ मिलेगा प्रिंटेड कवर, जयपुर से पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत

प्रेषित समय :20:29:54 PM / Thu, Oct 16th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

जयपुर: यात्रियों के सफर को आरामदायक और स्वच्छ बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को जयपुर दौरे के दौरान रेलवे में एक नई सुविधा की शुरुआत की है। उन्होंने जयपुर-अहमदाबाद ट्रेन में यात्रियों को प्रिंटेड लिनेन कंबल कवर देने की व्यवस्था का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम का आयोजन जयपुर के खातीपुरा रेलवे स्टेशन पर किया गया। यह पहल उन पुरानी चिंताओं को दूर करने के उद्देश्य से की गई है जो ट्रेन में दिए जाने वाले कंबलों की स्वच्छता को लेकर यात्रियों के मन में अक्सर बनी रहती थीं।

कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए रेल मंत्री वैष्णव ने इस पहल को यात्रियों के जीवन में एक "बड़ा बदलाव लाने का प्रयास" बताया। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि रेलवे के सिस्टम में कंबल देने की व्यवस्था तो हमेशा से रही है, "लेकिन कंबल को लेकर एक संशय रहता था, जिसे खत्म करने के लिए कंबल के कवर की व्यवस्था शुरू की गई है।" यह कवर यात्री को स्वच्छ और हाइजीनिक अनुभव प्रदान करेगा।

रेल मंत्री ने स्पष्ट किया कि जयपुर-अहमदाबाद ट्रेन में शुरू किया गया यह कदम अभी एक पायलट प्रोजेक्ट है। उन्होंने कहा, "अगर यह एक्सपेरिमेंट सफल रहता है तो इसे देश भर में फैलाया जाएगा।" यह घोषणा भारतीय रेल की यात्री सेवाओं में स्वच्छता और सुविधा के मानकों को ऊँचा उठाने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यदि यह नई व्यवस्था यात्रियों के बीच संतोषजनक परिणाम देती है, तो जल्द ही देश भर की लंबी दूरी की ट्रेनों में भी कंबलों के साथ प्रिंटेड लिनेन कवर मिलने शुरू हो जाएंगे, जिससे करोड़ों रेल यात्रियों को फायदा होगा।

65 छोटे स्टेशनों पर सुविधाओं का लोकार्पण

कंबल कवर की नई व्यवस्था शुरू करने के साथ ही, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उत्तर पश्चिम रेलवे (NWR) के अंतर्गत आने वाले 65 छोटे और मध्यम स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं के लोकार्पण का शुभारंभ भी किया। यह लोकार्पण दर्शाता है कि सरकार केवल बड़े स्टेशनों पर ही नहीं, बल्कि देश के छोटे कस्बों और ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित रेलवे स्टेशनों पर भी सुविधाओं के विकास पर समान रूप से ध्यान केंद्रित कर रही है।

वैष्णव ने ज़ोर देकर कहा कि उनका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि "जो छोटे स्टेशन हैं, ऐसे स्टेशनों पर भी सुविधा बढ़े।" उन्होंने विशेष रूप से जिन सुविधाओं के विकास की बात की, उनमें प्लैटफॉर्म की हाइट (ऊँचाई), साइन बोर्ड, और उन्नत सूचना प्रणाली (Integrated Passenger Information System) जैसी मूलभूत आवश्यकताएँ शामिल हैं। इन 65 स्टेशनों में अब यात्री प्लेटफॉर्म विस्तार, उन्नयन और एकीकृत यात्री सूचना प्रणाली जैसी नई सुविधाओं का लाभ उठा पाएँगे। रेल मंत्री ने आश्वासन दिया कि "आने वाले समय में और भी विकास कार्य होंगे।"

ज्ञात हो कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव अपने निर्धारित जयपुर दौरे पर थे। वह दिल्ली कैंट रेलवे स्टेशन से रवाना होकर सुबह खातीपुरा रेलवे स्टेशन पहुंचे थे, जहाँ उन्होंने इस महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम में हिस्सा लिया। सभी निर्धारित कार्यक्रमों में भाग लेने के बाद, मंत्री शाम 5:40 बजे जयपुर रेलवे स्टेशन से दिल्ली कैंट रेलवे स्टेशन के लिए वापस रवाना हो गए। रेल मंत्री का यह दौरा और उनकी घोषणाएँ, भारतीय रेलवे में यात्री केंद्रित सुधारों और बुनियादी ढाँचे के आधुनिकीकरण के प्रति सरकार की निरंतर प्रतिबद्धता को रेखांकित करती हैं।

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-