सरे: लोकप्रिय भारतीय कॉमेडियन कपिल शर्मा के कनाडा के सरे स्थित 'कैप्स' (Kaps) कैफे पर तीसरी बार हमला हुआ है। हाल ही में हुई गोलीबारी की इस घटना की जिम्मेदारी कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गिरोह ने ली है। यह हमला कपिल शर्मा के प्रतिष्ठान पर निरंतर जारी हमलों की श्रृंखला में नवीनतम है, जिसने कनाडा में भारतीय समुदाय के बीच भय और असुरक्षा का माहौल पैदा कर दिया है।
इस हमले का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक व्यक्ति चलती कार के अंदर से कैफे पर कई राउंड फायरिंग करता हुआ दिखाई दे रहा है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो गया है। फायरिंग की इस घटना से कैफे और आस-पास के क्षेत्र में दहशत फैल गई।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े सदस्यों ने सोशल मीडिया पर इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए दावा किया है कि उन्होंने यह घटनाएँ अंजाम दी हैं। हमलावरों ने अपनी पहचान कुलदीप सिद्धू और गोल्डी ढिल्लों के रूप में बताई और घोषणा की, "मैं, कुलदीप सिद्धू और गोल्डी ढिल्लों, कैप्स कैफे में हुई तीनों गोलीबारी की जिम्मेदारी लेते हैं। आम जनता से हमारी कोई दुश्मनी नहीं है।" इस बयान में गिरोह ने उन लोगों को चेतावनी भी दी है जिनके साथ उनका विवाद है, और उन लोगों को भी जो "अवैध काम" करते हैं और लोगों को भुगतान नहीं करते हैं, उन्हें भी परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
यह नवीनतम हमला ऐसे समय में हुआ है जब कुछ ही दिन पहले बिश्नोई गिरोह ने इसी स्थान पर हुए एक पिछले हमले की जिम्मेदारी ली थी। उस समय गिरोह ने अभिनेता सलमान खान के साथ कपिल शर्मा की कथित निकटता को हमले का मकसद बताया था। यह सर्वविदित है कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई लंबे समय से सलमान खान को धमकी देता रहा है। इस संबंध को जोड़ते हुए कपिल शर्मा के कैफे को निशाना बनाना प्रतिशोध और धमकी की एक नई रणनीति प्रतीत होती है।
कपिल शर्मा के कैफे पर पहला हमला 10 जुलाई 2025 को हुआ था, जो कि कैफे के उद्घाटन के कुछ ही दिनों बाद की घटना थी। इसके बाद दूसरी घटना 7 अगस्त 2025 को हुई। अब यह तीसरी फायरिंग की घटना इस बात को दर्शाती है कि यह गिरोह न केवल कनाडा में सक्रिय है, बल्कि विशेष समुदायों और लोगों को निशाना बनाकर डर का माहौल पैदा करने की कोशिश कर रहा है।
इस गंभीर स्थिति के मद्देनज़र, कनाडा सरकार ने पिछले महीने ही लॉरेंस बिश्नोई के गिरोह को एक आतंकवादी इकाई (Terrorist Entity) के रूप में सूचीबद्ध किया था। कनाडा के लोक सुरक्षा मंत्री माननीय गैरी आनंदसांगरी ने इस संबंध में एक प्रेस रिलीज़ जारी कर कहा था, "कनाडा में हिंसा और आतंक के कृत्यों का कोई स्थान नहीं है, विशेष रूप से वे जो भय और धमकी का माहौल बनाने के लिए विशिष्ट समुदायों को लक्षित करते हैं। इसीलिए, कनाडा सरकार ने क्रिमिनल कोड के तहत बिश्नोई गिरोह को एक आतंकवादी इकाई के रूप में सूचीबद्ध किया है।"
इस सूची में शामिल होने के बाद, बिश्नोई गिरोह कनाडा के क्रिमिनल कोड के तहत 'आतंकवादी समूह' की परिभाषा पर खरा उतरा है। कनाडा सरकार के अनुसार, आतंकवादी इकाई के रूप में सूचीबद्ध होने का मतलब है कि उस समूह के स्वामित्व वाली कनाडा में मौजूद किसी भी संपत्ति, वाहन, या धन को जब्त या फ्रीज़ किया जा सकता है। यह कदम कनाडाई कानून प्रवर्तन एजेंसियों को आतंकी अपराधों, जिसमें फाइनेंसिंग, यात्रा और भर्ती से संबंधित अपराध शामिल हैं, उन पर मुकदमा चलाने के लिए अधिक कानूनी उपकरण प्रदान करता है।
कपिल शर्मा के व्यापारिक प्रतिष्ठान पर बार-बार होने वाले ये हमले न केवल अभिनेता की व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए चिंता का विषय हैं, बल्कि यह कनाडा में व्यापार करने वाले भारतीय प्रवासियों की सुरक्षा और शांति पर भी सवाल खड़े करते हैं। कनाडा सरकार की कड़ी कार्रवाई के बावजूद, इस गिरोह की सरे जैसे क्षेत्रों में निरंतर सक्रियता एक बड़ी चुनौती बनी हुई है, जिसके लिए दोनों देशों की एजेंसियों के बीच मज़बूत समन्वय की आवश्यकता है ताकि इस तरह के संगठित अपराध और आतंक को प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया जा सके।
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

