मुंबई/नई दिल्ली। दिवाली 2025 से पहले भारतीय शेयर बाजार में जोरदार रौनक देखने को मिल रही है, जिसके साथ ही निवेशकों की निगाहें अब परंपरा से हटकर आयोजित होने वाले मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन पर टिक गई हैं। शुक्रवार के कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी ने 52 सप्ताह का नया उच्चतम स्तर छुआ, वहीं बैंक निफ्टी इंडेक्स ने ऑलटाइम हाई लेवल हिट किया है, जिसने त्योहारी माहौल को और भी उत्साहपूर्ण बना दिया है। लेकिन इस बार मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन को लेकर निवेशकों के लिए एक बड़ा बदलाव और कुछ भ्रम की स्थिति है, जिसे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) ने स्पष्ट कर दिया है।
इस बार दिवाली के दिन आयोजित होने वाले स्पेशल ट्रेडिंग सेशन की सदियों पुरानी परंपरा टूटने जा रही है। कई सालों बाद यह पहली बार होगा कि दिवाली के दिन यह विशेष कारोबार शाम के बजाय दोपहर में आयोजित किया जाएगा। यह स्पेशल ट्रेडिंग सेशन हर साल दिवाली के दिन निवेश करने की मान्यता को देखते हुए रखा जाता है, क्योंकि भारत में लोग दिवाली के दिन निवेश को अत्यंत शुभ मानते हैं और यह अवसर समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है।
मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन हिंदू कैलेंडर के नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत का प्रतीक भी होता है और इसलिए निवेशकों के लिए इसका खास महत्व है। इस सत्र में की गई खरीद और बिक्री सामान्य ट्रेडिंग की तरह ही निपटाए जाते हैं, लेकिन कई निवेशक इसे लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट या शुभ शुरुआत के रूप में देखते हैं। इसी कारण से निवेशक इस स्पेशल एक घंटे के कारोबार में हिस्सा लेने के लिए उत्सुक रहते हैं।
चूँकि इस बार देश में मुख्य रूप से 20 अक्टूबर को दिवाली का पर्व मनाया जा रहा है, जबकि कुछ जगहों पर 21 अक्टूबर को भी दिवाली है, इसलिए निवेशकों में भ्रम की स्थिति थी कि NSE और BSE पर किस दिन मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन आयोजित किया जाएगा। इस भ्रम को दूर करते हुए स्टॉक एक्सचेंजों ने स्पष्ट कर दिया है कि 20 अक्टूबर को शेयर बाजार पर नियमित कारोबार होगा, जबकि 21 अक्टूबर को मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन 2025 आयोजित किया जाएगा।
समय को लेकर हुआ सबसे बड़ा बदलाव। इस बार मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन की टाइमिंग भी पारंपरिक शाम के समय से हटकर दोपहर 1:45 बजे से 2:45 बजे तक निर्धारित की गई है, यानी यह स्पेशल ट्रेडिंग सेशन ठीक एक घंटे तक चलेगा। वहीं, इससे पहले का प्री-ओपन सेशन दोपहर 12:30 बजे से 1:45 बजे तक चलेगा, जिसमें ऑर्डर प्लेस किए जाते हैं।
यह बदलाव भारतीय शेयर बाजार के परिचालन और समय प्रबंधन को लेकर किए जा रहे व्यापक फैसलों का हिस्सा हो सकता है, लेकिन इसका सीधा असर उन लाखों निवेशकों पर पड़ेगा जो पारंपरिक रूप से शाम को शुभ मुहूर्त में निवेश करने के लिए तैयार रहते थे। एक्सचेंज द्वारा दी गई इस स्पष्टता से अब निवेशकों को अपनी निवेश योजनाओं को 21 अक्टूबर की दोपहर के अनुसार व्यवस्थित करना होगा। यह विशेष ट्रेडिंग सेशन एक घंटे का ही होता है, लेकिन यह निवेशकों के लिए एक भावनात्मक और सांस्कृतिक महत्व रखता है, क्योंकि वे इसे नए संवत वर्ष में अपनी वित्तीय यात्रा की शुभ शुरुआत मानते हैं। शेयर बाजार में रिकॉर्ड तोड़ तेजी और इस विशेष ट्रेडिंग सत्र के अनूठे समय के कारण इस बार दिवाली की रौनक दलाल स्ट्रीट पर भी दोपहर में ही देखने को मिलेगी, जो भारत के वित्तीय इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ेगा।
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

