बांके बिहारी मंदिर के खजाने पर बैठा था काला सांप, डर के भागी टीम, वनकर्मियों ने किया रेस्क्यू

बांके बिहारी मंदिर के खजाने पर बैठा था काला सांप, डर के भागी टीम, वनकर्मियों ने किया रेस्क्यू

प्रेषित समय :17:16:57 PM / Sat, Oct 18th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

मथुरा. कृष्ण नगरी वृंदावन के ठाकुर श्रीबांकेबिहारी जी महाराज के मंदिर में पिछले 54 वर्षों से बंद पड़े तोशखाने (खजाना) का रहस्य वर्षों से गहराया हुआ है. सेवायतों और भक्तों की वर्तमान पीढ़ी के तमाम आग्रह एवं अदालत के प्रयासों के बावजूद खजाना नहीं खोला जा सका है, लेकिन अब हाई पावर्ड मंदिर प्रबंधन कमेटी के आदेश पर धनतेरस पर आज ये खजाना खोला जा रहा है. इस दौरान मंदिर के अंदर एक सर्प निकला, जिसे रेस्क्यु किया गया.

टीम मंदिर के अंदर प्रवेश कर चुकी है. वहीं गोस्वामी हंगामा कर रहे हैं. उनकी मांग है कि ताशखाने के अंदर जो भी प्रक्रिया की जा रही है, उसे मंदिर के बाहर स्क्रीन लगाकर लाइव किया जाए. जानकारी के अनुसार तोशखाने में प्रवेश करने वाली टीम को भारी परेशानी हो रही है, क्योंकि 54 साल से बंद इस ताशखाने में काफी गैस है. 

1971 में खोला गया तोशखाना

इतिहासकार के अनुसार वर्ष 1971 में तत्कालीन मंदिर प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष प्यारेलाल गोयल के नेतृत्व में अंतिम बार तोशखाना खोला गया था. ऐसे में कुछ सामान एक सूची बनाकर संपूर्ण सामान को एक बक्से में सील सहित बंद कर मथुरा की भूतेश्वर स्थित स्टेट बैंक में जमा कर दिया गया था. उन्होंने बताया कि मौजूदा मंदिर के निर्माण के वक्त इसमें पूजित करके खजाना स्थापित किया गया था. उसके बाद ठाकुरजी पर चढ़ाए गए पन्ना निर्मित मयूराकृति हार सहित अनेक आभूषण, चांदी, सोने के सिक्के, भरतपुर, करौली, ग्वालियर आदि रियासतों द्वारा प्रदत्त दान-सेवा पत्र भी रखे गए थे. श्रीबिहारीजी के दाहिने हाथ की ओर बने दरवाजे से करीब दर्जनभर सीढ़ी उतरने के बाद बायें ओर की तरफ ठाकुरजी के सिंहासन के एकदम बीचों बीच तोशखाना स्थापित है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-