रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का पाकिस्तान को सख्त संदेश: ब्रह्मोस मिसाइल की रेंज में है पाक की पूरी ज़मीन

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का पाकिस्तान को सख्त संदेश: ब्रह्मोस मिसाइल की रेंज में है पाक की पूरी ज़मीन

प्रेषित समय :22:07:39 PM / Sat, Oct 18th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

लखनऊ । दीपावली से ठीक पहले धनतेरस के अत्यंत शुभ अवसर पर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने  लखनऊ में ब्रह्मोस मिसाइलों के पहले बैच को हरी झंडी दिखाते हुए पाकिस्तान को एक सख्त और निर्णायक संदेश दिया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में, रक्षा मंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पाकिस्तान की हर इंच जमीन अब ब्रह्मोस मिसाइलों की मारक क्षमता के दायरे में है, और हाल ही में संपन्न हुआ ऑपरेशन सिंदूर तो सिर्फ एक ट्रेलर था जिसने यह साबित कर दिया है कि जीतना अब भारत की आदत बन चुकी है।

लखनऊ के सरोजिनी नगर स्थित ब्रह्मोस इंटीग्रेशन एंड टेस्टिंग फैसिलिटी सेंटर में निर्मित चार ब्रह्मोस मिसाइलों के पहले बैच को रवाना करने के बाद राजनाथ सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने यह प्रमाणित कर दिया है कि मिसाइलें अब परीक्षणों से बहुत आगे निकल चुकी हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा की सबसे बड़ी व्यावहारिक प्रमाण बन गई हैं। उन्होंने जोर देकर कहा, "ऑपरेशन सिंदूर इस बात का प्रमाण है कि जीतना हमारी आदत बन गई है, और अब हमें अपनी क्षमताओं को और बढ़ाना होगा। यह ऑपरेशन तो केवल एक ट्रेलर था। इसने पाकिस्तान को यह अहसास करा दिया है कि आगे क्या हो सकता है।" उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन ने भारतीयों के बीच एक नया आत्मविश्वास भरा है और दुनिया को ब्रह्मोस की प्रभावशीलता साबित कर दी है, और इस आत्मविश्वास को बनाए रखना अब हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है।

आत्मनिर्भरता और अर्थव्यवस्था का संगम

रक्षा मंत्री ने इस अवसर को राष्ट्रीय सुरक्षा और अर्थव्यवस्था के लिए एक विशेष संयोग बताया। उन्होंने कहा, "आज हम सभी धनतेरस का त्योहार मना रहे हैं और इस शुभ दिन पर चार ब्रह्मोस मिसाइलें भी डिलीवर की जा रही हैं। एक तरह से हम कह सकते हैं कि आज लक्ष्मी जी की कृपा न केवल सुरक्षा क्षेत्र पर बल्कि अर्थव्यवस्था पर भी समान रूप से बरस रही है।"

उन्होंने मिसाइल की खूबियों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह पारंपरिक वारहेड और एक उन्नत गाइडेड सिस्टम से लैस है, जिसमें सुपरसोनिक गति से लंबी दूरी तक हमला करने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि गति, सटीकता और शक्ति का यह संयोजन ब्रह्मोस को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ प्रणालियों में से एक बनाता है और यह हमारे सशस्त्र बलों की रीढ़ बन चुकी है।

उत्तर प्रदेश में औद्योगिक क्रांति

राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समर्थन की सराहना करते हुए कहा कि उनके सहयोग के कारण ही उद्घाटन के पाँच महीने के भीतर ब्रह्मोस इकाई का संचालन शुरू हो सका। उन्होंने कहा कि एक समय में उत्तर प्रदेश गुंडाराज और बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए जाना जाता था, जहाँ निवेशक आने से कतराते थे, लेकिन आज योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश परिवर्तित हो चुका है और औद्योगिक क्रांति का गवाह बन रहा है। लखनऊ की इस इकाई ने उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारे में पहली ऐसी इकाई बनने का गौरव हासिल किया है, जो संपूर्ण विनिर्माण और परीक्षण प्रक्रिया स्वदेशी रूप से प्रबंधित कर रही है, जो रणनीतिक स्वायत्तता और औद्योगिक विकास दोनों को मजबूत करता है।

रक्षा मंत्री ने बताया कि इस सुविधा में प्रति वर्ष लगभग 100 मिसाइल प्रणालियों का उत्पादन होगा। उन्होंने अनुमान लगाया कि अगले वित्तीय वर्ष से ब्रह्मोस लखनऊ इकाई का टर्नओवर लगभग 3,000 करोड़ रुपये होगा, जिसमें जीएसटी संग्रह लगभग 500 करोड़ रुपये रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस उत्पादन से प्राप्त होने वाले करों से राज्य सरकार कई स्कूल और अस्पताल बना सकती है और सीधे जनता को लाभ पहुँचाने वाली योजनाएँ लागू कर सकती है।

भारत अब लेने वाला नहीं, देने वाला

रक्षा मंत्री ने कहा कि ब्रह्मोस टीम ने पिछले एक महीने में दो देशों के साथ लगभग 4,000 करोड़ रुपये के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि चाहे वह फिलीपींस को ब्रह्मोस का निर्यात हो या भविष्य में अन्य देशों के साथ सहयोग, भारत अब सिर्फ लेने वाला नहीं, बल्कि देने वाला राष्ट्र की भूमिका निभा रहा है।

उन्होंने यह भी घोषणा की कि उन्होंने लखनऊ में पीटीसी इंडस्ट्रीज के स्ट्रेटेजिक मैटेरियल्स टेक्नोलॉजी कॉम्प्लेक्स में एक टाइटेनियम और सुपरअलॉय सामग्री संयंत्र राष्ट्र को समर्पित किया है। ₹1,000 करोड़ के निवेश से स्थापित यह संयंत्र विमानन-ग्रेड टाइटेनियम और सुपरअलॉय को स्वदेशी और पुनर्नवीनीकरण स्रोतों से उत्पादन करने में सक्षम बनाएगा, जिससे भारत रक्षा और एयरोस्पेस के लिए दुर्लभ सामग्री बनाने वाले चुनिंदा देशों के समूह में शामिल हो गया है। सिंह ने विश्वास जताया कि भविष्य में उत्तर प्रदेश न केवल एक विनिर्माण केंद्र बनेगा, बल्कि उद्यमियों के लिए नवाचार और रोजगार का भी एक नया केन्द्रबिंदु बनेगा।

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-