जबलपुर इंजीनियरिंग कालेज के हॉस्टल से लापता छात्र बनारस में मिला, सुसाइट नोट छोड़कर निकला था..!

जबलपुर इंजीनियरिंग कालेज के हॉस्टल से लापता छात्र बनारस में मिला, सुसाइट नोट छोड़कर निकला था..!

प्रेषित समय :14:59:43 PM / Sun, Oct 19th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

जबलपुर. एमपी के जबलपुर स्थित शासकीय इंजीनियरिंग कालेज रांझी के हॉस्टल से लापता छात्र विजय सिंह सैयाम बनारस यूपी में मिला है. जिसे पुलिस की टीम सकुशल जबलपुर लेकर आ गई है. विजय हॉस्टल में एक सुसाइड नोट छोड़कर निकला था, जिसमें लिखा था कि मम्मा-पापा माफ कर देना, अब नहीं जी पाऊंगा. 6 दिन बाद छात्र के मिलने से परिजनों से लेकर कालेज प्रबंधन ने राहत की सांस ली है.

इस संबंध में रांझी थाना प्रभारी उमेश गोल्हानी ने बताया कि रांझी स्थित  शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में बीई फस्ट ईयर की पढ़ाई कर रहा छात्र विजय सिंह सैयाम अचानक ही हॉस्टल से गायब हो गया था. छात्र के लापता होने पर साथियों से लेकर कालेज के अधीक्षक ने अपने स्तर पर तलाश की लेकिन कहीं पता नहीं चल सका. इसके बाद रांझी थाना को खबर दी गई. पुलिस तलाश में जुटी रही इस बीच विजय ने पिता ढाल सिंह को कॉल किया. उसने बताया कि वह बनारस के काशीघाट में बैठा हुआ है. खबर मिलते ही रांझी थाना टीआई उमेश गोल्हानी ने यूपी पुलिस से संपर्क किया और छात्र को सकुशल थाने ले आए. जबलपुर से पुलिस की एक टीम काशी पहुंची, जहां से छात्र को बरामद करते हुए उसे परिवार वालों को सौंप दिया.

ऑन लाइन फ्रॉड होने के कारण आत्महत्या करने की ठान ली-
पुलिस को पूछताछ में छात्र ने बताया कि उसके साथ मोबाइल खरीदने के दौरान ऑनलाइन फ्रॉड हो गया था. इसके लिए दोस्तों से भी पैसे लिए थे. यही वजह है कि डर कर मैंने आत्महत्या करने की ठान ली. कमरे में एक सुसाइड नोट छोड़कर बिना किसी से कुछ कहे हॉस्टल छोड़ दिया था.

सुसाइड नोट में लिखा-
मम्मा-पापा मुझे माफ कर देना, मैं नहीं रह सकता हूं, अब नहीं जी पाऊंगा. मुझे ढूंढने की कोशिश मत करना. मैं आपको अब कभी नहीं मिल सकता है. मैंने आत्महत्या करने का पूरी तरह से फैसला कर लिया है. मैं जा रहा हूं. यह सुसाइड मैं इसलिए कर रहा हूं क्योंकि मेरे साथ फोन वाला स्कैम हो गया है. जिस नंबर से मेरी बात हुई थी, उसका नंबर और पता स्क्रीनशॉट लिखा हुआ है. पुलिस में शिकायत कर देना. मुझे माफ कर देना.

फेसबुक पर किया था सर्च
उमरिया जिले का रहने वाला विजय सिंह सैयाम उम्र 18 वर्ष  इंजीनियरिंग कॉलेज से बीई की पढ़ाई कर रहा है. गोकलपुर हॉस्टल में रहने वाले छात्र ने फेसबुक पर मोबाइल खरीदने के लिए ऑनलाइन लिंक पर क्लिक किया. उसे एक मोबाइल पसंद आया. जिसकी कीमत 29 हजार 800 रुपए थी. मोबाइल खरीदने के लिए छात्र विजय ने पिता के दिए गए पैसे और कुछ दोस्तों से उधार लेकर ऑनलाइन पेमेंट कर दिया. 2 दिन बाद भी जब छात्र के पास मोबाइल से संबंधित जानकारी नहीं आई तो उसने उस नंबर पर कॉल किया जिस पर पेमेंट किया था. पता चला कि वह नंबर फर्जी है उसके साथ ऑनलाइन फ्रॉड हुआ है. 
 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-