रविचंद्रन अश्विन ने फर्जी एडम ज़म्पा को दिया ज़ोरदार झटका धोनी का नंबर मांग कर किया साइबर फ्रॉड का शिकार

रविचंद्रन अश्विन ने फर्जी एडम ज़म्पा को दिया ज़ोरदार झटका धोनी का नंबर मांग कर किया साइबर फ्रॉड का शिकार

प्रेषित समय :00:12:07 AM / Mon, Oct 20th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

नई दिल्ली/चेन्नई. भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज ऑफ-स्पिनर रविचंद्रन अश्विन एक बार फिर अपनी जबरदस्त चतुराई और हास्यबोध के कारण सुर्खियों में हैं, लेकिन इस बार मैदान पर नहीं, बल्कि सोशल मीडिया पर. अश्विन ने रविवार को खुलासा किया कि उन्हें ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर एडम ज़म्पा बनकर आए एक फर्जी व्यक्ति ने व्हाट्सएप पर संपर्क किया और कई भारतीय क्रिकेटरों के निजी संपर्क नंबर (Contacts) मांगने की कोशिश की. अश्विन ने इस अजीबोगरीब साइबर ठगी के प्रयास को जिस सहजता और मज़ाकिया अंदाज में संभाला, उसने प्रशंसकों और साथी क्रिकेटरों को हँसने पर मजबूर कर दिया.अश्विन ने इस पूरे वाकये का स्क्रीनशॉट अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर साझा किया, जिसके साथ उन्होंने मज़ाकिया कैप्शन दिया, "नकली एडम ज़म्पा वार करने की कोशिश करता है." यह पोस्ट तत्काल वायरल हो गया और इसने एक बार फिर साइबर धोखाधड़ी के खतरों को उजागर किया, खासकर मशहूर हस्तियों के बीच.

धोनी का नंबर मांग कर दिया चकमा:

अश्विन द्वारा साझा किए गए स्क्रीनशॉट के अनुसार, ठग ने खुद को ज़म्पा बताकर अश्विन को टेक्स्ट करना शुरू किया. उस व्यक्ति ने भारतीय खिलाड़ियों के नंबरों की एक लंबी सूची मांगी, जिसमें अभिषेक शर्मा, जसप्रीत बुमराह, संजू सैमसन, जितेश शर्मा, रिंकू सिंह और शिवम दुबे जैसे खिलाड़ी शामिल थे.

अश्विन ने भांप लिया कि यह कोई फर्जीवाड़ा है, लेकिन उन्होंने सीधे तौर पर प्रतिक्रिया देने के बजाय, खेलने का फैसला किया.

फर्जी ज़म्पा ने लिखा, "भाई, कृपया ये संपर्क साझा करें, मुझे इनकी आवश्यकता है: अभिषेक शर्मा, जसप्रीत बुमराह, संजू सैमसन, जितेश शर्मा, रिंकू सिंह, शिवम दुबे."

अश्विन ने ज़म्पा की इस लंबी माँग को पढ़कर मज़ाक में जवाब दिया, "लिस्ट थोड़ी देर में भेज रहा हूँ. क्या इतने खिलाड़ी काफी हैं?"

जब तथाकथित "ज़म्पा" ने हाँ में जवाब दिया, तो अश्विन ने एक 'मास्टरस्ट्रोक' खेला. उन्होंने नकली ज़म्पा से पूछा, "क्या तुम्हारे पास धोनी का नंबर है? या वह भी खो दिया?"

फर्जी अकाउंट चलाने वाला व्यक्ति जाहिर तौर पर इस अप्रत्याशित मोड़ के लिए तैयार नहीं था और उसने अपनी बात बनाए रखने की कोशिश करते हुए जवाब दिया, "धोनी का नंबर मेरे पास है." अश्विन ने तपाक से जवाब दिया, "क्या तुम वह मेरे साथ साझा कर सकते हो?"

विनम्रता से दिया 'एक्सेल शीट' का जवाब:

बातचीत आगे बढ़ी और जालसाज ने एक बार फिर जिद की, "मेरे पास जितने भी खिलाड़ियों के संपर्क हैं, वे सब मुझे भेज दो."

अश्विन ने अंत में अपनी चतुराई का प्रदर्शन करते हुए इस मज़ाकिया बातचीत को समाप्त किया. उन्होंने जवाब दिया, "एक्सेल में संकलित कर रहा हूँ, तुम्हारे लिए तैयार कर रहा हूँ." यह जवाब एक संकेत था कि अश्विन को इस पूरी धोखाधड़ी के प्रयास की जानकारी है और वह फर्जी व्यक्ति की मूर्खता पर मुस्कुरा रहे हैं.

वरिष्ठ ऑफ-स्पिनर के इस हास्यपूर्ण और सूझबूझ भरे जवाब ने प्रशंसकों और साथी क्रिकेटरों के बीच प्रशंसा बटोरी. कई लोगों ने उनकी हाजिर जवाबी और शांत स्वभाव की तारीफ की. यह पोस्ट देखते ही देखते सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जंगल की आग की तरह फैल गया, जिसने खिलाड़ियों के निजी डेटा की सुरक्षा और पहचान की धोखाधड़ी जैसे साइबर खतरों पर भी नए सिरे से चर्चा छेड़ दी. अश्विन ने इस घटना से यह स्पष्ट कर दिया कि मशहूर हस्तियां भी ऑनलाइन ठगी के प्रयासों का निशाना बन सकती हैं, लेकिन अपनी सूझबूझ से इन्हें बेअसर किया जा सकता है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-