मुंबई. बॉलीवुड सुपरस्टार आमिर खान की बेटी इरा खान ने अपनी मानसिक स्वास्थ्य यात्रा में एक बड़ा और भावुक मील का पत्थर पार कर लिया है. डिप्रेशन से जूझ रही इरा, जो लंबे समय से अपने संघर्षों को खुलकर साझा करती रही हैं, ने 20 अक्टूबर को एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए दुनिया को बताया कि उन्होंने आठ साल की मनोविश्लेषण चिकित्सा (Psychoanalysis) के बाद अपनी आखिरी थेरेपी सत्र को पूरा कर लिया है. इस खबर को उन्होंने 'मैं पास हो गई!' के रूप में मनाते हुए साझा किया, जिसके बाद इंटरनेट पर प्रशंसकों और मानसिक स्वास्थ्य समर्थकों ने उन्हें खूब हिम्मत और साहस के लिए शुभकामनाएं दी हैं.
इरा खान ने अपनी इस उपलब्धि को एक भावनात्मक पोस्ट में व्यक्त किया. उन्होंने अपनी सादगी भरी तस्वीरों की एक श्रृंखला साझा करते हुए लिखा, "13 अक्टूबर को, मेरा आखिरी थेरेपी सत्र था. आठ साल के मनोविश्लेषण के बाद – जिसमें मैं सप्ताह में तीन बार थेरेपी लेती थी – अब मैं थेरेपी में नहीं हूँ."
अपनी प्रगति पर विचार करते हुए, इरा ने स्पष्ट किया कि 'थेरेपी में न होने' का मतलब यह नहीं है कि वह पूरी तरह से 'ठीक' हो गई हैं. उन्होंने लिखा, "तो क्या अब आप ठीक हो गई हैं? मैं अभी भी दवाओं पर हूँ, और शायद भविष्य में भी रहूँगी. अब थेरेपी में न होने का मतलब यह है कि मेरे थेरेपिस्ट और मुझे विश्वास है कि मैंने बहुत सी चीजें सीख ली हैं, मैंने अपने जीवन को अधिक सहायक तरीके से जीना शुरू कर दिया है, और मैं अब अपने दम पर सब कुछ संभाल पाऊँगी – जिम्मेदारी से अपनी देखभाल कर पाऊँगी और जीवन में मौज-मस्ती करना याद रखूँगी."
इरा ने अपने मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा कि वह "डिप्रेशन से छूट" (Remission from depression) की अवस्था में हैं और दवाओं के सहारे इसे प्रबंधित कर रही हैं. उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज में अपनी इस सफलता को नाम दिया. इरा ने लिखा, "यह कोई वास्तविक शब्द या प्रक्रिया नहीं है, लेकिन मुझे यह कहना पसंद है – मैंने थेरेपी से ग्रेजुएशन कर लिया! मैं पास हो गई!"
यह पोस्ट तुरंत सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. एक ओर जहाँ इरा की ईमानदारी और साहस की खूब प्रशंसा हुई, वहीं दूसरी ओर उन्हें ऑनलाइन यूजर्स की क्रूर टिप्पणियों का भी सामना करना पड़ा. उनकी तस्वीरों पर "अरे ये भैंस जैसी टाँगे न दिखाया कर" और "तुम्हारे पैर खराब लग रहे हैं" जैसे कमेंट्स की बाढ़ आ गई, जो सोशल मीडिया की निर्मम आलोचना की कड़वी सच्चाई को दर्शाते हैं.
हालांकि, नकारात्मकता के बावजूद, इरा को उनके प्रशंसकों और मानसिक स्वास्थ्य अधिवक्ताओं से जबरदस्त समर्थन मिला. कई यूजर्स ने उनकी खुलेपन की सराहना की और उन्हें प्रेरणास्रोत बताया. एक यूजर ने लिखा, "डिप्रेशन के बारे में सार्वजनिक रूप से बात करने के लिए वास्तविक ताकत चाहिए. आप दूसरों को कम अकेला महसूस करने में मदद कर रही हैं." एक अन्य कमेंट में लिखा था, "थेरेपी को सामान्य बनाने और यह दिखाने के लिए आप पर बहुत गर्व है कि ठीक होना संभव है." इरा खान की यह यात्रा न केवल उनकी व्यक्तिगत जीत है, बल्कि यह सार्वजनिक रूप से मानसिक स्वास्थ्य पर संवाद को सामान्य बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

