भारतीय पंचांग के अनुसार 21 अक्टूबर 2025 अमावस्या तिथि से शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा में प्रवेश का दिन है. इस संक्रमण के साथ तुला राशि में नवचंद्र का उदय हो रहा है, जिसने पूरे आकाशीय परिदृश्य को एक नई ऊर्जा से भर दिया है. सूर्य भी तुला राशि में स्थित हैं, जिससे संतुलन, सहयोग और साझेदारी के भाव को बढ़ावा मिल रहा है. इस ग्रहस्थिति का असर न केवल व्यक्तिगत जीवन पर बल्कि सामाजिक और वैश्विक स्तर पर भी दिखाई देगा. तुला राशि में सूर्य और चंद्रमा का यह संयोजन एक नए चक्र की शुरुआत का प्रतीक है—पुराने विवादों के समाधान और नई दिशा की तलाश का संकेत.
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार यह नवचंद्र योग वैश्विक कूटनीति और साझेदारी के क्षेत्र में नई हलचलों का संकेत दे रहा है. जिन देशों के बीच बातचीत ठहरी हुई थी, वे पुनः संवाद की ओर लौट सकते हैं. भारत के लिए यह गोचर कूटनीतिक मोर्चे पर सशक्त समय माना जा रहा है. व्यापारिक साझेदारियों और तकनीकी सहयोग में बढ़ोतरी की संभावना है. आर्थिक दृष्टि से यह समय पुनर्गठन और योजनाओं की समीक्षा का है. सरकार और निजी क्षेत्र को वित्तीय अनुशासन की दिशा में कदम बढ़ाने की प्रेरणा मिलेगी.
इस दिन चंद्रमा तुला से वृश्चिक में प्रवेश करता है, जिससे मानसिक गहराई और भावनात्मक उतार-चढ़ाव की स्थिति बनती है. इस कारण कई लोगों में आत्ममंथन और भीतर की असंतुलन को ठीक करने की प्रवृत्ति बढ़ेगी. राजनीतिक स्तर पर कुछ निर्णय अचानक बदलाव के रूप में सामने आ सकते हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गुप्त समझौतों, गहन जांच या पुनर्गठन जैसी घटनाओं की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.
देश के भीतर यह समय सामाजिक संतुलन, कला, मीडिया और कूटनीति से जुड़े लोगों के लिए विशेष रूप से प्रेरक है. पत्रकारिता और जनसंचार के क्षेत्र में नए विचार और रचनात्मक प्रयोग उभर सकते हैं. हालांकि कुछ क्षेत्रों में भ्रम या विरोधाभास की स्थिति भी बन सकती है, क्योंकि नवचंद्र के साथ भावनाएँ प्रबल होती हैं और निर्णयों पर प्रभाव डालती हैं.
21 अक्टूबर का अभिजित मुहूर्त लगभग 11:48 से 12:34 के बीच रहेगा, जो किसी भी शुभ कार्य या नई शुरुआत के लिए उत्तम माना गया है. राहुकाल और यमगंड जैसे अशुभ समय से बचते हुए इस दिन नई योजनाओं की नींव रखी जा सकती है.
अब बात 12 राशियों के प्रभाव की — हर राशि के लिए यह गोचर अलग संकेत लेकर आया है.
मेष (Aries) राशि वालों के लिए यह नवचंद्र साझेदारी और सहयोग के नए अवसर लेकर आया है. कार्यस्थल पर टीमवर्क से लाभ मिलेगा और पुराने मतभेद सुलझ सकते हैं. हालांकि भावनाओं में बहकर कोई त्वरित निर्णय लेने से बचना चाहिए.
वृषभ (Taurus) जातकों के लिए यह समय आर्थिक स्थिरता का संकेत देता है. व्यावसायिक साझेदारी से लाभ होगा, पर खर्चों पर नियंत्रण आवश्यक है. परिवार में कुछ बहसें संभव हैं, जिन्हें संवाद से सुलझाया जा सकता है.
मिथुन (Gemini) के लिए यह दिन संवाद और रचनात्मकता से भरा रहेगा. नए लोगों से संपर्क बढ़ेगा और उनके माध्यम से अवसर मिल सकते हैं. मगर मानसिक अस्थिरता से बचना जरूरी है—जो बात कहें, सोचकर कहें.
कर्क (Cancer) राशि के लिए यह गोचर आत्मविश्वास बढ़ाने वाला है. पुराने रिश्तों में सुधार के योग हैं. घर-परिवार से जुड़ी खुशखबर मिल सकती है. स्वास्थ्य पर थोड़ा ध्यान देना चाहिए, क्योंकि थकान बढ़ सकती है.
सिंह (Leo) जातकों के लिए यह समय नेतृत्व क्षमता को निखारने वाला है. करियर में नई दिशा दिख सकती है. हालांकि अहं और आत्ममुग्धता से बचना होगा, नहीं तो रिश्तों में दूरी आ सकती है.
कन्या (Virgo) राशि वालों को विश्लेषण और योजनाओं में सफलता मिलेगी. कार्यक्षेत्र में मेहनत रंग लाएगी, पर अधिक सोचने की आदत निर्णयों को टाल सकती है. घर की जिम्मेदारियाँ बढ़ेंगी, लेकिन संतुलन बना रहेगा.
तुला (Libra) के लिए यह नवचंद्र विशेष है, क्योंकि सूर्य और चंद्र दोनों इसी राशि में हैं. नए अध्याय की शुरुआत का यह सही समय है. साझेदारी, प्रेम और आत्मविश्वास से जीवन में सकारात्मक मोड़ आएगा. खुद पर भरोसा बढ़ेगा.
वृश्चिक (Scorpio) राशि के लिए यह गोचर भावनात्मक गहराई लाता है. कुछ पुराने अनुभव फिर से याद दिला सकते हैं, लेकिन यही समय आत्मशक्ति को समझने का है. निवेश या बड़े निर्णय सोच-समझकर लें.
धनु (Sagittarius) जातकों के लिए यह गोचर यात्राओं और नए अवसरों से जुड़ा है. विदेश या दूरस्थ स्थान से लाभ की संभावना है. कानूनी या शिक्षा से जुड़े कार्यों में प्रगति होगी. जल्दबाजी में निर्णय न लें.
मकर (Capricorn) के लिए यह समय कार्यस्थल पर स्थिरता का है. पुरानी योजनाओं को पूरा करने का अवसर मिलेगा. आर्थिक मोर्चे पर राहत के संकेत हैं. लेकिन भावनात्मक मामलों में धैर्य रखें.
कुंभ (Aquarius) राशि वालों के लिए यह गोचर रचनात्मकता को बढ़ाएगा. नए विचार और योजनाएँ जन्म लेंगी. करियर में दिशा परिवर्तन संभव है. बस ऊर्जा को सही दिशा में लगाना होगा, अन्यथा भ्रम बढ़ सकता है.
मीन (Pisces) जातकों के लिए यह समय आध्यात्मिक उन्नति और आत्मचिंतन का है. भीतर के बदलाव बाहरी जीवन में संतुलन लाएंगे. आर्थिक दृष्टि से सावधानी जरूरी है, पर मन की शांति प्रमुख होगी.
ग्रहों की यह चाल बताती है कि 21 अक्टूबर का दिन नए आरंभ, सुधार और संतुलन की दिशा में कदम बढ़ाने का है. राजनीति से लेकर निजी जीवन तक, हर स्तर पर संवाद की भूमिका अहम होगी. दुनिया जिस दिशा में जा रही है, वहाँ संतुलन, साझेदारी और संवेदना ही सबसे बड़ा मंत्र बनेगा.
भारत में यह दिन कूटनीतिक और आर्थिक दृष्टि से सक्रिय रहने का संकेत देता है. सरकारों को जहाँ वित्तीय नीतियों में सुधार का अवसर मिलेगा, वहीं आम नागरिकों को अपने जीवन में संतुलन बनाने का संदेश मिलेगा.
इस दिन तुला की ऊर्जा हर व्यक्ति को यह सिखाती है कि परिवर्तन के बीच भी संतुलन बनाए रखना ही स्थायी शांति की कुंजी है. नवचंद्र का यह उजाला भले ही सूक्ष्म हो, पर यह उस नई सुबह की आहट है जो भीतर के अंधकार को मिटाकर नई संभावनाओं का द्वार खोलती है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

