मुंबई वर्ली में समुद्र के सामने एक अपार्टमेंट की ₹600 करोड़ डील, बाहरी उपनगरों में ₹60 लाख में सिर्फ 200 sq ft घर

मुंबई वर्ली में समुद्र के सामने एक अपार्टमेंट की ₹600 करोड़ डील

प्रेषित समय :18:17:03 PM / Thu, Oct 23rd, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

मुंबई. देश की आर्थिक राजधानी मुंबई का रियल एस्टेट बाजार 2025 में विरोधाभास की एक अजीब दास्तां पेश कर रहा है. एक तरफ, अति-धनी लोग रिकॉर्ड तोड़ लग्जरी प्रॉपर्टी डील कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ मध्यम वर्ग के खरीदारों के लिए एक स्टूडियो अपार्टमेंट भी खरीदना मुश्किल हो गया है. शहर की आवास अर्थव्यवस्था में इस असंतुलन का सीधा असर आम आदमी पर पड़ रहा है.

इस साल की शुरुआत में, वर्ली में समुद्र के सामने एक अपार्टमेंट ₹600 करोड़ से अधिक में बिका, जिसकी कीमत प्रति वर्ग फुट ₹3 लाख तक पहुंच गई. लेकिन कीमतों के दूसरे छोर पर भी हालात भयावह हैं. मुंबई के बाहरी उपनगरों में भी अब ₹50 से ₹60 लाख में मुश्किल से 200 वर्ग फुट की जगह ही मिल पा रही है.

Zapkey.com के आंकड़ों से पता चलता है कि कीमतों में कितनी तेज वृद्धि हुई है. हाल ही में, दहिसर वेस्ट में एक 235 वर्ग फुट का स्टूडियो अपार्टमेंट ₹62 लाख में बिका, जिसका अर्थ है ₹26,000 प्रति वर्ग फुट से अधिक की दर. जो इलाके कभी किफायती माने जाते थे, वे भी अब पहली बार घर खरीदने वालों की पहुँच से बाहर हो चुके हैं.

मध्य मुंबई के दादर जैसे इलाकों में, 160 वर्ग फुट का एक अपार्टमेंट ₹49 लाख में बिका, जिसकी कीमत ₹30,000 प्रति वर्ग फुट से अधिक थी. यहां तक कि पूर्वी उपनगरों में भी, जहाँ दरें पारंपरिक रूप से मध्यम थीं, एक 259 वर्ग फुट का अपार्टमेंट हाल ही में ₹68 लाख से अधिक में बेचा गया, जो फिर से ₹26,000 प्रति वर्ग फुट के आंकड़े को पार कर गया.

बांद्रा वेस्ट जैसे प्रीमियम इलाकों में, जहां कई बॉलीवुड हस्तियां रहती हैं, 270 वर्ग फुट के एक स्टूडियो अपार्टमेंट की कीमत ₹83 लाख तक पहुँची, जिसकी दर ₹30,000 प्रति वर्ग फुट से अधिक रही. इससे साफ है कि मुंबई में अब छोटी यूनिट में भी जगह एक बड़ा प्रीमियम बन गई है.

यह ट्रेंड नया नहीं है. पिछले साल अभिनेता अभिषेक बच्चन ने बोरीवली में ₹16 करोड़ से अधिक में छह अपार्टमेंट खरीदे थे, जिनमें से दो का माप सिर्फ 252 वर्ग फुट था. ये अपार्टमेंट शहर भर में तेजी से आम हो रहे कॉम्पैक्ट "1 आरके" फॉर्मेट के थे.

आंकड़े स्पष्ट करते हैं कि चाहे वह आसमान छूता पेंटहाउस हो या 200 वर्ग फुट का स्टूडियो, मुंबई में संपत्ति का स्वामित्व अब वर्ग फुट और बढ़ती कीमतों से तय होने वाला एक सपना बन गया है. इस शहर में, अब 'किफायती घर' भी तेजी से विलासिता बनते जा रहे हैं.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-