कोटा. पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा मंडल में टीआरओ विभाग में जमकर अंधेरगर्दी मची हुई है. यहां के जिम्मेदार एक लोको पायलट गुड्स (एलपीजी) पर इतने अधिक मेहरबान है कि उसे लाइन ड्यूटी पर ही नहीं भेज रहे हैं. वह कर्मचारी अपना मूल काम छोड़कर इंस्टीट्यूट का बैग बांटने में मस्त है.
शिकायत में रेल कर्मचारियों ने बताया कि एलपीजी कोटा मट्टू लाल मीणा पर लॉबी और टीआरओ प्रशासन की अंधी मेहरबानी लगातार जारी है. इसे कभी अपने टर्न पर ड्यूटी नहीं भेजा जाता. आज भी कर्मचारी 38 घंटे से पड़ा है, ड्यूटी ही नहीं लगाई जा रही है न ही एब्सेंट में डाला जा रहा है .
इसकी ऑफ ड्यूटी 24 अक्टूबर 2025 को को 06.15 और अवेलेबल टाइम 24 अक्टूबर को 22.15 बजे का है और अभी तक ड्यूटी नहीं गया और एवलेवल लिस्ट में इसका नाम चल रहा है. कर्मचारियों ने बताया कि ये एलपीजी महाशय लॉबी के नीचे इंस्टीट्यूट के बैग बांटने में व्यस्त है, ड्यूटी कब जाएंगे पता नहीं, कभी लॉबी वाले कहते है कि ये छुट्टी पर रहेंगे शायद, जैसी इनकी मर्जी.
उल्लेखनीय है कि नंबर आने के बाद भी इसे अभी तक मोतीपुरा ट्रांसफर भी नहीं भेजा गया है. कर्मचारियों द्वारा मांग की जा रही है कि अफसरों के दुलारे इस एलपीजी को जो खास सुविधाएं प्रशासन दे रहा है, ऐसी सभी रियायतें कोटा मंडल के सभी 900 रनिंग स्टाफ को भी मिलनी चाहिए और सबको अपनी मर्जी से ड्यूटी जाने की परमिशन इसकी तरह ही दी जानी चाहिए.
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