जबलपुर. सूर्य उपासना के पावन पर्व छठ पूजा को लेकर जबलपुर नगर निगम की तैयारियाँ इस बार पूरी तरह चाकचौबंद हैं. शहर के सभी प्रमुख घाटों और पूजा स्थलों पर सफाई, प्रकाश व्यवस्था, सुरक्षा और सजावट की विशेष व्यवस्थाएँ की गई हैं. संस्कारधानी जबलपुर में छठ महापर्व 27 और 28 अक्टूबर 2025 को सामूहिक श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाएगा. इस अवसर पर नगर निगम द्वारा की गई तैयारियों की व्रतधारियों और श्रद्धालुओं ने प्रशंसा की है.
छठी मईया की आराधना को समर्पित इस पर्व के लिए गौरीघाट, तिलवाराघाट, जिलेहरीघाट, कालीघाट, अधारताल, हनुमानताल, गुलौआ, मानेगांव, पुराना कंचनपुर तालाब, रांझी एस.ए.एफ. तालाब, इस्टलैंड खमरिया तालाब, उदय नगर तालाब, महाराजपुर हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, चांदमारी तलैया चौबे किराना के पास, टेलीग्राफ कॉलोनी रानीताल, संजीवनी नगर शाही तालाब, मढ़ई तालाब सहित अन्य प्रमुख स्थलों पर नगर निगम ने विशेष रूप से सफाई और सौंदर्यीकरण कराया है. घाटों पर आकर्षक पेंटिंग और सतरंगी रंगोली से माहौल को भक्ति और रंगों से सराबोर कर दिया गया है.
निगमायुक्त रामप्रकाश अहिरवार ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हर घाट पर प्रकाश व्यवस्था, अस्थायी शौचालय, चेंजिंग रूम, पेयजल, कचरा निपटान और सुरक्षा दल की तैनाती की गई है. इसके साथ ही आपातकालीन स्थिति के लिए फायर सेफ्टी दल, बचाव टीम, नाव और टैंकरों की भी व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की गई हैं. निगम कर्मचारियों को 24 घंटे के ड्यूटी शिफ्ट में तैनात किया गया है ताकि व्रतधारियों और श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो.
शहर के कई घाटों पर नगर निगम ने स्थानीय कलाकारों की मदद से दीवारों पर आकर्षक पेंटिंग बनवाई हैं जिनमें सूर्य देव, छठी मईया, और लोकजीवन के भावपूर्ण चित्र उकेरे गए हैं. इससे घाटों की सुंदरता में चार चाँद लग गए हैं. इसके साथ ही व्रतधारियों के स्वागत के लिए जगह-जगह सतरंगी रंगोली से सजावट की गई है. शाम के समय जलाशयों के किनारे दीपों की रोशनी और झिलमिलाते बिजली के झालरों से पूरा शहर आस्था की ज्योति से आलोकित होगा.
नगर निगम की ओर से घाटों की सफाई में विशेष सावधानी बरती गई है. जलाशयों के आस-पास से प्लास्टिक, पॉलीथिन और कचरा हटाकर उन्हें स्वच्छ बनाया गया है. निगम के स्वास्थ्य विभाग ने सफाई कर्मियों की अतिरिक्त टीम लगाई है जो पूजा के दौरान और बाद में भी स्वच्छता बनाए रखेगी. निगम अधिकारियों ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए पुलिस प्रशासन और नगर निगम का संयुक्त कंट्रोल रूम भी सक्रिय रहेगा ताकि किसी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके.
छठ महापर्व के अवसर पर जबलपुर के प्रमुख घाटों पर इस बार श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटने की संभावना है. निगम ने अनुमान लगाया है कि दो दिनों में हजारों की संख्या में व्रती और उनके परिजन घाटों पर पूजा-अर्चना के लिए पहुँचेंगे. इसके मद्देनज़र यातायात पुलिस और निगम के बीच समन्वय बनाकर पार्किंग और ट्रैफिक प्रबंधन की भी विशेष योजना तैयार की गई है.
महापौर जगत बहादुर सिंह ‘अन्नू’ ने कहा कि छठ पूजा जबलपुर की संस्कृति और सामूहिक आस्था का प्रतीक है. नगर निगम का उद्देश्य है कि श्रद्धालु बिना किसी असुविधा के इस पर्व का आनंद लें और शहर स्वच्छ, सुरक्षित और रोशन दिखाई दे. उन्होंने निगम के सभी विभागों को निर्देश दिए हैं कि किसी भी घाट पर अंधेरा या अव्यवस्था न रहे. उन्होंने स्वयं कई घाटों का निरीक्षण कर अधिकारियों को अंतिम तैयारियाँ सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.
छठ महापर्व को लेकर शहर में उत्साह का माहौल है. रविवार शाम से ही घाटों पर पूजा की तैयारियाँ शुरू हो चुकी हैं. स्थानीय रहवासियों ने भी नगर निगम के सहयोग से घाटों की सफाई और सजावट में सक्रिय भागीदारी निभाई है. कई जगह स्वयंसेवी संस्थाएँ भी घाटों पर व्रतधारियों को सहायता उपलब्ध करा रही हैं.
व्रतधारी महिलाएँ और परिवारजन नगर निगम की तैयारियों से संतुष्ट नजर आए. अधारताल में पूजा के लिए आईं एक व्रती महिला ने बताया कि “इस बार घाट पूरी तरह साफ-सुथरा है, लाइटें लगी हैं और बदलने के लिए भी व्यवस्था की गई है. निगम का यह प्रयास सराहनीय है.” इसी तरह हनुमानताल और रानीताल के श्रद्धालुओं ने भी कहा कि निगम द्वारा की गई सफाई और सजावट ने पूरे माहौल को भक्ति से भर दिया है.
सूर्य उपासना के इस पर्व पर जबलपुर नगर निगम की मुस्तैद तैयारियों ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि जब शहर की आस्था और प्रशासन का समन्वय होता है, तो न केवल पर्व सुचारू रूप से सम्पन्न होता है बल्कि समाज में स्वच्छता और सामूहिकता का संदेश भी पहुँचता है. इस वर्ष का छठ महापर्व जबलपुर में श्रद्धा, रंग और प्रकाश का एक अद्भुत संगम बनकर सामने आने जा रहा है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

