नई दिल्ली. हर महीने की पहली तारीख को देश में कई नियमों में अहम बदलाव किया जाता है. कुछ जरूरी वस्तुओं की कीमतों में बदलाव होता है तो कुछ नियम चैंज होते हैं. ऐसा ही बदलाव इस बार 1 नवंबर को भी देखने को मिलेगा. इस बार बैंक अकाउंट से लेकर गैस सिलेंडर की कीमतों समेत पांच अहम बदलाव आपकी जिंदगी पर खास असर डाल सकते हैं. ऐसे में जरूरी है कि 1 नवंबर आने से पहले आप भी जान लें कि इस बार ऐसे कौन से नियम हैं जो 1 तारीख आते ही बदल जाएंगे.
इन 5 नियमों में 1 तारीख से हो रहा बदलाव
1. आधार-कार्ड अपडेट में बदलाव
यूआईडीएआई ने कहा है कि अब नाम, पता, जन्मतिथि, मोबाइल/ईमेल जैसी जनरल जानकारी बड़ी हद तक ऑनलाइन अपडेट की जा सकेगी, जबकि केवल बायोमेट्रिक बदलाव (फिंगरप्रिंट, आईरिस) के लिए ही आधार केंद्र जाना पड़ेगा. इसके साथ ही यह व्यवस्था लागू हो रही है कि यूआईडीएआई खुद सरकारी डेटाबेस जैसे आयकर विभाग, राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना, पासपोर्ट, राशन-कार्ड के अलावा ऑटोमैटिक सत्यापन करेगा. यानी दस्तावेज अपलोड की प्रक्रिया आसान और कम होगी.
क्या होगा असर: आपने कभी अपना नाम, पता या मोबाइल अपडेट नहीं किया है, तो अब समय रहते अपडेट करना बेहतर होगा वरना कई सेवाओं में परेशानी हो सकती है.
2. क्रेडिट-कार्ड / वॉलेट / फीस-भुगतान चार्ज में बढ़ोतरी
एसबीआई क्रेडिट-कार्ड या थर्ड-पार्टी ऐप्स (जैसे ष्टक्रश्वष्ठ, रूशड्ढद्ब्य2द्बद्म, ष्टद्धद्गक्त) के माध्यम से स्कूल-कॉलेज की फीस, वॉलेट लोडिंग या कार्ड-चेक भुगतान करते हैं, तो ये बदलाव ध्यान दें
- अनसिक्योर्ड क्रेडिट-कार्ड पर 3.75 फीसदी शुल्क लागू होगा.
- थर्ड-पार्टी ऐप से फीस चुका रहे हैं तो उस पर 1 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क देना होगा. स्कूल की आधिकारिक वेबसाइट या यूपीआई से भुगतान करने पर ऐसा शुल्क नहीं लगेगा.
- 1,000 रुपए से ज्यादा वॉलेट लोड पर 1 फीसदी शुल्क लागू होगा.
- कार्ड से चेक पेमेंट पर 200 रुपए का चार्ज लग सकता है.
क्या होगा असर: रोज-मर्रा के भुगतान-चयन में लागत बढ़ सकती है जितना संभव हो, स्कूल/कॉलेज की वेबसाइट या बैंक-यूपीआई का उपयोग करें.
3. निवेश नियम में सख्ती (म्यूचुअल फंड्स में पारदर्शिता)
सेबी ने निर्देश दिए हैं कि म्यूचुअल फंड कंपनियों के अधिकारी, कर्मचारी या उनके रिश्तेदार यदि किसी समय में 15 लाख रुपए से अधिक का लेन-देने करते हैं, तो कंपनी को अपने अनुपालन अधिकारी को सूचना देनी होगी.
क्या होगा असर: निवेश-वर्ग के लोगों को यह ध्यान रखना होगा कि इन नियमों से पारदर्शिता बढ़ेगी. आप म्यूचुअल-फंड्स में निवेश कर रहे हैं, तो यह जानना अच्छा है कि आपके फण्ड-हाउस में भी यह व्यवस्था लागू होगी.
4. बैंकिंग सिस्टम में नॉमिनी बनाने का तरीका बदला
1 नवंबर से बैंक खाते और लॉकर से जुड़े नियमों में बदलाव होने जा रहा है. इनके सुरक्षित रखरखाव (सेफ कस्टडी) के लिए अब चार (4) तक नॉमिनी नामित किए जा सकेंगे. खाताधारक तय कर सकेंगे कि प्रत्येक नॉमिनी को कितना फीसदी हिस्सा मिले. पहला नॉमिनी न रहे, तो उसका हिस्सा दूसरे नॉमिनी को स्वत: चलेगा.
लॉकर व सेफ-कस्टडी के मामले में सिर्फ उत्तराधिकारी नॉमिनी की सुविधा होगी.
क्यो होगा असर: अपनी जमा राशि, बैंक-खाता व लॉकर को लेकर भविष्य में विवाद की संभावना कम होगी. यह अच्छा मौका है कि आप अपने नॉमिनी जानकारी अपडेट करें.
5. गैस कीमतों में सम्भावित समायोजन
हर महीने की तरह इस बार भी गैस की कीमतों में 1 नवंबर के आसपास परिवर्तन हो सकता है.
क्या होगा असर: यदि आप घर - गैस उपभोक्ता हैं, तो फरवरी-मार्च जैसी बढ़ोतरी की तैयारी कर लें. बजट-निर्धारण करते समय इसे ध्यान में रखें.
बहरहाल 1 नवंबर 2025 से ये बड़े बदलाव लागू हो रहे हैं आधार अपडेट से लेकर बैंक-नॉमिनी, निवेश-पारदर्शिता से लेकर भुगतान-शुल्क तक. यदि आप समय पर इन बदलावों को समझ लें और अपनी तैयारियां कर लें, तो इनका असर सकारात्मक रहेगा.


