ड्रग तस्करों के खिलाफ ब्राजील में बड़ी कार्रवाई, 4 पुलिस अधिकारियों समेत 64 लोगों की मौत

ड्रग तस्करों के खिलाफ ब्राजील में बड़ी कार्रवाई, 4 पुलिस अधिकारियों समेत 64 लोगों की मौत

प्रेषित समय :12:00:02 PM / Wed, Oct 29th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

रियो डी जेनेरियो. ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में संगठित अपराध के खिलाफ चलाए गए पुलिस अभियान के दौरान 64 लोगों की मौत हो गई. मरने वालों में चार पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं. 
जानकारी के मुताबिक ये अभियान मंगलवार को बचाया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस कार्रवाई में मरने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है. अधिकारियों का कहना है कि इस पुलिस छापेमारी का मकसद इलाके में बढ़ते अपराध और कोमांडो वर्मेलो जैसे आपराधिक समूह का मुकाबला करना था.

एक साल से चल रही अभियान की तैयारी

रियो की राज्य सरकार के मुताबिक, इस अभियान की योजना एक साल से भी ज़्यादा समय से बनाई जा रही थी. इस अभियान में ढाई हजार से ज्यादा सैन्य और नागरिक पुलिसकर्मियों को शामिल किया गया था. बता दें कि ब्राजील में जलवायु परिवर्तन पर होने वाले वैश्विक शिखर सम्मेलन कोप30 के लिए रियो डी जेनेरियो में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जा रही है. इसमें नार्को आतंकवाद और संगठिक अपराधियों के खिलाफ भी पुलिस कड़ा एक्शन ले रही है. मंगलवार को चलाए गए अभियान को अधिकारियों ने हाल के वर्षों में सबसे बड़ा अपराध विरोधी अभियान बताया है.

81 लोगों को किया गया गिरफ्तार

सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक, ये अभियान आगे भी जारी रहेगा. जिसमें मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है. अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को चलाए गए अभियान के दौरान 81 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है. इसके साथ ही इस दौरान कम से कम 42 राइफलें भी जब्त की गई हैं. राज्य सरकार का कहना है कि ड्रग्स तस्करों के गिरोह के सदस्यों ने जवाबी कार्रवाई में पुलिस को निशाना बनाने के लिए कथित तौर पर ड्रोन का भी इस्तेमाल किया. अधिकारियों का कहना है कि हमलों के बावजूद सुरक्षा बल अपराध के खिलाफ लड़ाई में डटे हुए हैं.

रियो डी जेनेरो के गवर्नर क्लाउडियो कास्त्रो ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर कहा कि, यह हमारे सामने एक चुनौती की भयावहता है. इससे पहले उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका और लैटिन अमेरिका में अपराध के खिलाफ सख्त रुख अपनाने वाले नेताओं के बीच एक लोकप्रिय शब्द का इस्तेमाल किया. जिसमें  उन्होंने कहा कि, यह अब एक सामान्य अपराध नहीं रहा, यह नार्को-आतंकवाद है.

ब्राजील में अक्सर होती रहती है ऐसी झड़प

बता दें कि 1970 के दशक में ब्राज़ील की सैन्य तानाशाही के दौरान स्थापित कोमांडो वर्मेलो, देश का सबसे पुराना और सबसे प्रभावशाली आपराधिक संगठन है. जिसे वामपंथी कैदियों के समूह के रूप में गठित किया गया. यह अब एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह के रूप में विकसित हो चुका है. जो नशीली दवाओं की तस्करी और जबरन वसूली जैसी वारदातों को अंजाम देता है. ऐसे में उनका अक्सर अपने प्रतिद्वंद्वी गुटों और सुरक्षा बलों से सामना होता रहता है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-