बॉलीवुड के अनुभवी परिवार की मुखिया जरीना खान का निधन, हिंदू रीति-रिवाजों से बेटे जायद खान ने दी मुखाग्नि

बॉलीवुड के अनुभवी परिवार की मुखिया जरीना खान का निधन, हिंदू रीति-रिवाजों से बेटे जायद खान ने दी मुखाग्नि

प्रेषित समय :20:42:54 PM / Fri, Nov 7th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

मुंबई.फिल्म जगत में शुक्रवार की शाम एक भावनात्मक क्षण लेकर आई, जब दिग्गज अभिनेता और निर्माता संजय खान की पत्नी ज़रीन खान का 81 वर्ष की आयु में निधन हो गया. उम्र से जुड़ी स्वास्थ्य जटिलताओं के कारण ज़रीन ने अंतिम सांस ली. उनके निधन की खबर फैलते ही बॉलीवुड में शोक की लहर दौड़ गई. मुंबई में आयोजित उनके अंतिम संस्कार में फिल्म जगत के कई बड़े नाम शामिल हुए और सभी ने इस स्नेहिल, सौम्य और गरिमामयी महिला को अंतिम विदाई दी.

ज़रीन खान, जो अभिनेता ज़ायेद खान और इंटीरियर डिजाइनर सुज़ैन खान की माँ थीं, ने लंबे समय तक फिल्म इंडस्ट्री में पर्दे के पीछे रहकर भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी. उनका व्यक्तित्व सादगी, सौंदर्य और पारिवारिक मूल्यों का प्रतीक माना जाता था. शुक्रवार को मुंबई में हुए उनके अंतिम संस्कार में बेटे ज़ायेद खान ने पूरे भावनात्मक माहौल में हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार उनकी अंतिम विदाई दी.

दरअसल, ज़रीन खान का जन्म पारसी परिवार में हुआ था, और विवाह से पहले उनका नाम ज़रीन कत्रक था. अपने जीवन के अंतिम वर्षों में उन्होंने अपने पारिवारिक मूल्यों और जन्म-परंपराओं के अनुरूप यह इच्छा व्यक्त की थी कि उनके अंतिम संस्कार में उनके पैतृक धर्म की रीति का पालन किया जाए. इसी इच्छा का सम्मान करते हुए उनके बेटे ज़ायेद खान ने उनके अंतिम संस्कार के दौरान हिंदू विधि से सभी संस्कार पूरे किए.

अंतिम संस्कार के दौरान माहौल बेहद भावुक था. ज़ायेद खान के चेहरे पर आंसू साफ़ झलक रहे थे. परिवार के सदस्य और बॉलीवुड के करीबी लोग उन्हें सांत्वना देने के लिए मौजूद थे. अभिनेत्री सुज़ैन खान अपने बच्चों के साथ उपस्थित रहीं, वहीं उनके पूर्व पति और अभिनेता ऋतिक रोशन भी अपने परिवार की ओर से श्रद्धांजलि देने पहुँचे. ऋतिक के साथ उनकी साथी सबा आज़ाद भी थीं, जिन्होंने पूरी शालीनता के साथ खान परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की.

इस अवसर पर बॉलीवुड जगत के अनेक हस्तियाँ — बॉबी देओल, जैकी श्रॉफ, राजत बेदी, माधुर भंडारकर, जोया अख्तर, ईशा देओल, नील नितिन मुकेश, रोहित धवन, अली गोनी और जैस्मिन भसीन — सभी उपस्थित रहे. इन सितारों ने ज़रीन खान के योगदान और उनके परिवार के प्रति अपनत्व की भावना को याद करते हुए उन्हें अंतिम विदाई दी.

वहीं, सोशल मीडिया पर भी ज़रीन खान के निधन को लेकर श्रद्धांजलियों की बाढ़ आ गई. इंस्टाग्राम और फेसबुक पर “#ZarineKhan” और “#SanjayKhanFamily” ट्रेंड करने लगे. हज़ारों यूज़र्स ने उनके साथ पुरानी तस्वीरें और वीडियो साझा किए. एक यूज़र ने लिखा — “ज़रीन जी सिर्फ संजय खान की पत्नी नहीं, बल्कि बॉलीवुड की सामाजिक आत्मा थीं. उनका घर हर कलाकार के लिए एक खुला दरवाज़ा था.”

ऋतिक रोशन और सुज़ैन खान, जो 2014 में अलग हो चुके हैं, इस अवसर पर एक बार फिर साथ दिखे. दोनों ने एक-दूसरे के परिवार के प्रति सम्मान और मित्रता का परिचय दिया. कई प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर उनकी इस परिपक्वता और आपसी सद्भावना की सराहना की. एक इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा गया — “यह देखकर अच्छा लगा कि दुख के क्षणों में परिवार फिर एकजुट हुआ, यही संस्कार की असली पहचान है.”

फिल्म निर्देशक फराह खान ने भी अपने पुराने इंटरव्यू को याद किया, जिसमें उन्होंने ज़रीन खान के आतिथ्य और उनकी जीवनशैली की प्रशंसा की थी. कुछ महीनों पहले फराह ने अपने कुकिंग शो के दौरान ज़रीन के घर का दौरा किया था, जहाँ ज़रीन ने हँसते हुए कहा था कि “उनके घर की छत पर कभी अमिताभ बच्चन नाचते थे.” यह किस्सा अब एक मधुर स्मृति बन गया है, जो सोशल मीडिया पर फिर से साझा किया जा रहा है.

जया बच्चन, शबाना आज़मी, गौरी खान, रानी मुखर्जी, श्वेता बच्चन नंदा और डिजाइनर अबू जानी-संदीप खोसला जैसे सितारों ने भी खान परिवार के घर पहुँचकर श्रद्धांजलि दी. सभी ने ज़रीन की सौम्यता, विनम्रता और उनकी पारिवारिक जीवनशैली को याद करते हुए कहा कि वह बॉलीवुड के सामाजिक दायरे की “आत्मा” थीं, जिन्होंने कई रिश्तों को जोड़कर रखा.

ज़रीन खान का जीवन भले ही कैमरे की चमक से दूर रहा, लेकिन उनके व्यक्तित्व ने फिल्मी दुनिया के हर कलाकार को प्रभावित किया. संजय खान के साथ उनका विवाह 1966 में हुआ था, और वे उनके जीवनसाथी के साथ-साथ उनकी कई प्रोडक्शन गतिविधियों में भी सहभागी रहीं. उन्होंने अपने घर को सिर्फ परिवार का ठिकाना नहीं, बल्कि कलाकारों और मित्रों का मिलन स्थल बनाया.

पूर्व इंटरव्यू में ज़रीन ने कहा था कि उनके लिए परिवार और दोस्ती सबसे बड़ा धर्म है. उन्होंने ऋतिक रोशन के साथ अपने रिश्ते को लेकर भी खुलकर बात की थी. \एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था — “ऋतिक हमारे परिवार का हिस्सा हैं. तलाक का हमारे रिश्ते पर कोई असर नहीं पड़ा. वह मेरे पोते-पोतियों के पिता हैं, और वह रिश्ता जिंदगीभर रहेगा.”

उनकी इस उदारता और विनम्रता का असर आज भी बॉलीवुड में महसूस किया जा सकता है. सोशल मीडिया पर कई कलाकारों ने लिखा कि “ज़रीन जी जैसी महिलाएं आज भी इस उद्योग को मानवता की याद दिलाती हैं.”

अंतिम संस्कार के बाद संजय खान को भी बेहद भावुक अवस्था में देखा गया. परिवार ने मीडिया से दूरी बनाए रखी, लेकिन उनके करीबी सूत्रों ने बताया कि संजय खान ने अपनी पत्नी के जीवन को “प्रेम, करुणा और संस्कृति का प्रतीक” कहा.

मुंबई के बांद्रा क्षेत्र में आयोजित इस अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोग शामिल हुए. अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे लोगों ने फूलों से सजी पालकी पर श्रद्धांजलि अर्पित की. कई लोगों ने शांत प्रार्थना सभा में ज़रीन के परिवार को हिम्मत और सांत्वना दी.

फिल्म उद्योग ने इस अवसर पर एक स्वर में कहा कि ज़रीन खान जैसी शख्सियतें सिर्फ एक परिवार की नहीं, बल्कि पूरी फिल्म बिरादरी की विरासत होती हैं. जैसे ही सूरज डूबा, समुद्र किनारे बसे मुंबई शहर ने एक स्नेहमयी आत्मा को विदाई दी, और बॉलीवुड ने अपने दिल के एक हिस्से को हमेशा के लिए खो दिया.

फेसबुक पर एक भावनात्मक संदेश में लिखा गया — “कुछ लोग पर्दे पर नहीं होते, लेकिन उनका प्रभाव पर्दे के पीछे हर चेहरे पर दिखाई देता है. ज़रीन खान उन्हीं में से एक थीं.”

आज ज़रीन खान नहीं रहीं, लेकिन उनके द्वारा सहेजी गई रिश्तों की गरमाहट, स्नेह और आदर की परंपरा बॉलीवुड की स्मृतियों में हमेशा जीवित रहेगी.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-