जबलपुर. आज जबलपुर का हृदय स्थल कहे जाने वाले मालवीय चौक पर माहौल कुछ और ही था. चारों ओर केसरिया झंडों की धूम, ढोल-नगाड़ों की थाप और 'भारत माता की जय' के उद्घोष ने पूरे क्षेत्र को ऊर्जा से भर दिया. अवसर था बिहार विधानसभा चुनावों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की ऐतिहासिक और प्रचंड जीत का जश्न मनाने का. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने इस विजय को लेकर एक भव्य मिष्ठान वितरण एवं विजयोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें प्रदेश के कद्दावर नेता और लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह मुख्य रूप से शामिल हुए.
शुक्रवार की शाम जैसे ही बिहार के अंतिम चुनावी परिणाम सामने आए, जबलपुर में भाजपा कार्यालयों और प्रमुख चौराहों पर उत्साह की लहर दौड़ गई. मालवीय चौक पर आयोजित इस समारोह में कार्यकर्ताओं का हुजूम देखते ही बन रहा था. युवा, बुजुर्ग, महिला विंग की कार्यकर्ताएँ $\text{—}$ सभी के चेहरों पर जीत की खुशी और संतोष स्पष्ट झलक रहा था. कार्यकर्ता एक-दूसरे को रंग लगाकर और लड्डू खिलाकर अपनी प्रसन्नता व्यक्त कर रहे थे. आतिशबाजी का जोरदार प्रदर्शन किया गया, जिससे आसमान काफ़ी देर तक रंगीन रोशनी से जगमगाता रहा. कार्यकर्ताओं के नारों और तालियों की गड़गड़ाहट ने चुनावी जीत को एक जन-उत्सव का रूप दे दिया.
कार्यक्रम में उपस्थित लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने कार्यकर्ताओं के बीच पहुँचकर उनके साथ मिलकर जश्न मनाया और उन्हें बधाई दी. मंत्री सिंह का गर्मजोशी से स्वागत किया गया. उन्होंने अपने हाथों से कार्यकर्ताओं को मिठाई खिलाई और इस जीत को न केवल बिहार बल्कि पूरे देश की जनता के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण बताया. इस दौरान जिले के भाजपा अध्यक्ष, महापौर, विधायकगण और अन्य वरिष्ठ नेतागण भी बड़ी संख्या में उपस्थित थे, जिन्होंने इस जीत को पार्टी की विचारधारा और विकास कार्यों पर जनता की मुहर करार दिया.
मीडिया से मुखातिब होते हुए लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने बिहार में एनडीए की इस निर्णायक जीत के गहरे मायने समझाए. उन्होंने कहा, "बिहार में एनडीए की ऐतिहासिक जीत ने यह एक बार फिर साबित कर दिया है कि देश की जनता का प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों में अटूट विश्वास है. यह विजय केवल सीटों की संख्या का गणित नहीं है, बल्कि यह उस विचारधारा की जीत है जो सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के मंत्र पर आधारित है."
मंत्री राकेश सिंह ने आगे कहा कि बिहार का चुनाव कई मायनों में चुनौतीपूर्ण था, लेकिन जनता ने एक बार फिर नकारात्मक राजनीति और भ्रम फैलाने वाले तत्वों को सिरे से नकार दिया. उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि यह जीत उन करोड़ों वंचितों, ग़रीबों और पिछड़ों की जीत है, जिनके जीवन में परिवर्तन लाने के लिए केंद्र और राज्य की एनडीए सरकारें लगातार प्रयास कर रही हैं. उन्होंने केंद्र सरकार की उपलब्धियों जैसे $\text{—}$ उज्ज्वला योजना, किसान सम्मान निधि, हर घर जल योजना और कोविड काल में प्रभावी प्रबंधन का उल्लेख किया और कहा कि इन योजनाओं का सीधा लाभ जनता को मिला है, और यही विश्वास आज जनादेश के रूप में सामने आया है. उन्होंने बिहार की जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने स्थिरता, विकास और सुशासन को चुना है, और भाजपा तथा एनडीए गठबंधन इस जनादेश का सम्मान करते हुए पूरी निष्ठा से काम करेगा.
मंत्री सिंह ने विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान विपक्ष ने जिस तरह से भ्रम और झूठे वादों की राजनीति की, बिहार की जनता ने उसे पूरी तरह ख़ारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि यह परिणाम बताता है कि अब जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टिकरण की राजनीति का दौर समाप्त हो चुका है. देश की राजनीति अब विकास के एजेंडे पर आगे बढ़ रही है, जहाँ काम करने वाली सरकार को ही जनता अपना आशीर्वाद देती है. उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं की मेहनत की भी सराहना की और कहा कि ज़मीन स्तर पर कार्यकर्ताओं के अथक परिश्रम के बिना यह सफलता असंभव थी. उन्होंने कहा कि जबलपुर के कार्यकर्ताओं का उत्साह बता रहा है कि यह जीत मध्य प्रदेश के हर ज़िले के लिए प्रेरणादायक है, और यह ऊर्जा आने वाले सभी स्थानीय और राष्ट्रीय चुनावों में पार्टी को और मजबूती प्रदान करेगी.
जश्न के इस माहौल में, भाजपा जिला अध्यक्ष ने भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा, "आज जबलपुर में जो खुशी का माहौल है, वह पूरे देश के भाजपा परिवार के लिए गर्व का विषय है. बिहार की जीत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भारतीय जनता पार्टी की लहर देश के हर कोने में मौजूद है. यह जीत हमें और अधिक विनम्रता और ज़िम्मेदारी के साथ काम करने के लिए प्रेरित करती है. हम माननीय मंत्री जी (राकेश सिंह) का आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने अपने व्यस्त समय से इस विजयोत्सव में भाग लिया और कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाया."
मालवीय चौक पर मिष्ठान वितरण का यह कार्यक्रम देर शाम तक चलता रहा. कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे को जीत की शुभकामनाएँ दीं और भविष्य में आने वाली चुनावी चुनौतियों के लिए तैयार रहने का संकल्प लिया. संगीत और नृत्य के साथ पूरा चौक एक राजनीतिक विजय उत्सव में बदल गया, जिसने न केवल बिहार के चुनावों का जश्न मनाया, बल्कि मध्य प्रदेश में भी पार्टी के भीतर नई ऊर्जा का संचार किया. यह घटना दर्शाती है कि राष्ट्रीय स्तर की राजनीतिक सफलताएँ किस प्रकार ज़मीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं के मनोबल और उत्साह को प्रभावित करती हैं, और कैसे एक चुनावी जीत को जन-उत्सव के रूप में मनाया जाता है. मंत्री राकेश सिंह की उपस्थिति ने इस उत्सव को और भी महत्वपूर्ण बना दिया, जिससे यह स्पष्ट संदेश गया कि पार्टी नेतृत्व इस जीत को कितना महत्व देता है. कुल मिलाकर, मालवीय चौक का यह विजयोत्सव बिहार की जीत के साथ-साथ भाजपा की संगठनात्मक शक्ति और देश की राजनीति में उनके बढ़ते प्रभाव का प्रतीक बन गया.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

