किलकारी बिहार बाल भवन के गयाजी में अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस सप्ताह सह किलकारी स्थापना दिवस

किलकारी बिहार बाल भवन के गयाजी में अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस सप्ताह सह किलकारी स्थापना दिवस

प्रेषित समय :21:01:43 PM / Tue, Nov 18th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

अनिल मिश्र/ पटना 

किलकारी बिहार बाल भवन, गया जी में आज से अंतरराष्ट्रीय बाल दिवस सप्ताह सह स्थापना दिवस–2025 का आज भव्य शुभारंभ हुआ। इस बीच तीन दिवसीय बाल उत्सव की शुरुआत बच्चों के बीच ज्ञान, कला, विज्ञान और सृजनात्मकता के अद्भुत संगम के साथ हुई। इस अवसर पर गया नगर के 12 निजी एवं सरकारी विद्यालयों के बच्चों ने उत्साहपूर्वक विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लिया।

जिसने लेखन, चित्रकला एवं मोबाइल फोटोग्राफी एवं बाल दिवस पर आधारित रील बनाओ प्रतियोगिताओं से शुभारंभ हुआ। दिन की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ की गई। पटना से आए राज्य संसाधन सेवी श्री सुधीर कुमार तथा सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी श्री आकाश कुमार ने बच्चों के साथ परिचय व खेल-गतिविधियों द्वारा उत्साहवर्धन किया। आज आयोजित प्रतियोगिताओं में शामिल थीं—कविता लेखन,निबंध लेखनकहानी लेखन,चित्रकला,मोबाइल फोटोग्राफी,रील बनाओ प्रतियोगिता (बाल दिवस/बाल भवन थीम आधारित)।

बच्चों ने हमारे सपनो का शहर , बिहार के धरोहर विषयो पर पेंटिंग्स बनाकर, कविताएं और कहानियां लिखकर और मोबाइल फोटोग्राफी/रील्स बनकर प्रतियोगिता में शानदार रचनात्मकता का प्रदर्शन किया। इस आयोजन में सहभागिता का स्तर इतना ऊंचा था कि हर कृति अपने आप में अद्वितीय और प्रभावशाली थी। प्रतियोगिता के अंत में सभी प्रतिभागी बच्चों को प्रमाण पत्र, कार्टून बनाओ-किताब, बाल किलकारी पत्रिका तथा ऐसी है किलकारी पुस्तक भेंट की गई। इस अवसर पर बिहार प्रदेश राज्य संसाधन सेवी श्री सुधीर कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि "किलकारी एक ऐसा मंच है जहाँ हर बच्चा अपनी कल्पना को आकार दे सकता है। इस बाल दिवस सप्ताह में बच्चों को अपनी प्रतिभा पहचानने, अभिव्यक्ति को निखारने और नए अनुभवों से सीखने काअवसर मिलेगा।” बाल दिवस सप्ताह के दूसरे दिन भी बच्चों के लिए कई प्रतियोगिताएं आयोजित किए गए हैं। वहीं अंतिम दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों से समापन होगा। 

19 नवंबर को बाल दिवस सप्ताह का दूसरा दिन मनाया जाएगा जिसमें मुख्य रूप से हस्तकला  एवं मूर्तिकला पर आधारित कार्यक्रम होंगे।

इस दिन आयोजित होंगे—हस्तकला एवं मूर्तिकला प्रतियोगिता ।मिट्टी, कागज, रंग, लकड़ी और सृजनशीलता के अद्भुत मेल से बच्चे अपने कौशल को हाथों की हरकतों से जीवंत रूप देने का प्रयास करेंगे। साथ ही बच्चों द्वारा बनाई गई बेहतरीन कलाकृतियों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। जबकि तीसरा दिन (20 नवंबर को) सांस्कृतिक महोत्सव एवं स्थापना दिवस समारोह

सप्ताह का अंतिम दिन पूरी तरह सांस्कृतिक प्रस्तुतियों को समर्पित रहेगा।इस बीच 

मुख्य आकर्षण—विभिन्न विद्यालयों के बच्चों द्वारा गायन, वादन एवं नृत्य प्रस्तुतियां‘गया जी की महिमा’ पर आधारित विशेष नृत्य-नाट्य

बच्चों के लिए सांस्कृतिक झूले, बाइस्कोप, एवं आकर्षक स्टॉल्स ,सम्मान समारोह एवं प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम।दोपहर बारह बजे से विविध विद्यालयों के बच्चे रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे जो बाल दिवस सप्ताह का सबसे आकर्षक भाग होगा।

इस संबंध में किलकारी बिहार बाल भवन, गया जी सभी बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों से आग्रह करता है कि वे इस तीन दिवसीय उत्सव में शामिल होकर बच्चों के उत्साह, प्रतिभा और सृजनशीलता को प्रोत्साहित करें।यह उत्सव केवल प्रतियोगिताओं का मंच नहीं, बल्कि—प्रतिभा को पहचानने का अवसर आत्मविश्वास बढ़ाने का साधन

नई कला सीखने का माध्यम, नए मित्र बनाने व अनुभव साझा करने का मंच है। किलकारी का उद्देश्य है—“हर बच्चे को एक ऐसा अवसर देना जहाँ वह चमक सके, आगे बढ़े और अपने सपनों की उड़ान भरे।” किलकारी बिहार बाल भवन, गया जी आप सभी बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों का इस बाल दिवस सप्ताह—2025 में हार्दिक स्वागत करता है।आइए, बच्चों की हंसी, उमंग, रचनात्मकता और प्रतिभा का उत्सव मनाएं।

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-