एकल शिक्षक से मिली राहत: सरपता प्राथमिक शाला में नए शिक्षक की नियुक्ति से बदली शिक्षा की तस्वीर

एकल शिक्षक से मिली राहत: सरपता प्राथमिक शाला में नए शिक्षक की नियुक्ति से बदली शिक्षा की तस्वीर

प्रेषित समय :16:03:25 PM / Sat, Nov 29th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

रायपुर. कोरबा जिले के पोड़ी-उपरोड़ा विकासखंड के दूरस्थ ग्राम सरपता में स्थित प्राथमिक शाला, जो वर्ष 1981 से संचालित है, लंबे समय से शिक्षकों की कमी की गंभीर समस्या से जूझ रही थी. विद्यालय में वर्तमान में 51 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं, जिनमें अधिकांश बच्चे अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति समुदाय से आते हैं. प्रधान पाठक रामशरण मरकाम वर्ष 2006 से अपनी सेवाएँ दे रहे हैं, लेकिन कई वर्षों तक विद्यालय एकल शिक्षक के रूप में संचालित होने के कारण शिक्षण गतिविधियाँ प्रभावित होती रही थीं.

एक ही शिक्षक द्वारा सभी कक्षाओं को संभालना चुनौतीपूर्ण था, जिसका असर बच्चों की पढ़ाई पर भी पड़ा. कक्षा पाँचवीं की सुमित्रा, कविता, यशवंत और कक्षा चौथी के अमित, अतीत, हेमा एवं सोनू बताते हैं कि एक शिक्षक होने के कारण पढ़ाई में कठिनाई होती थी और उन्हें कई बार संयुक्त कक्षाओं में पढ़ना पड़ता था. लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है.

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देशन में शिक्षा विभाग द्वारा अतिशेष शिक्षकों की तैनाती एकल शिक्षक विद्यालयों में की जा रही है. इसी पहल के तहत सरपता प्राथमिक शाला में 30 जुलाई 2025 को सहायक शिक्षक शांतिलाल कश्यप की पदस्थापना की गई. नए शिक्षक के आगमन ने विद्यालय के माहौल को पूरी तरह बदल दिया है. बच्चों को अब नियमित कक्षाएँ मिल रही हैं, जिससे पढ़ाई में निरंतरता और रुचि बढ़ी है.

विद्यालय के विद्यार्थी उत्साहपूर्वक बताते हैं कि उन्हें प्रतिदिन मध्यान्ह भोजन और सुबह का नाश्ता मिलता है. पढ़ाई में आई बाधाएँ दूर होने के बाद अब वे बेहतर और नियमित शिक्षा प्राप्त कर पा रहे हैं.

सरपता प्राथमिक शाला की यह सकारात्मक कहानी इस बात का उदाहरण है कि शिक्षकों की समय पर नियुक्ति और सरकार की दूरदर्शी नीति दूरस्थ क्षेत्रों की शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है.
 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-