जबलपुर समेत पूरे प्रदेश में बर्फीली हवाओं का प्रकोप, पारा लुढ़का रात 7 बजे से बढ़ी ठिठुरन

जबलपुर समेत पूरे प्रदेश में बर्फीली हवाओं का प्रकोप, पारा लुढ़का रात 7 बजे से बढ़ी ठिठुरन

प्रेषित समय :20:03:48 PM / Fri, Dec 5th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

जबलपुर. शुक्रवार, 5 दिसंबर 2025 की शाम 7 बजे तक समूचे मध्य प्रदेश और विशेष रूप से महाकौशल के केंद्र जबलपुर में मौसम ने ऐसी करवट ली है कि लोगों को अब कड़कड़ाती सर्दी का अहसास होने लगा है। उत्तरी पहाड़ों पर हुई बर्फबारी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है, जिसके परिणामस्वरूप राज्य में बर्फीली हवाओं का जोर बढ़ गया है। इन हवाओं ने दिन भर चली हल्की धूप के बावजूद शाम होते-होते तापमान को इस कदर नीचे खींच लिया है कि शहरवासी अब गर्म कपड़ों और हीटरों का सहारा लेने पर मजबूर हो गए हैं।

जबलपुर में, जहां कुछ दिन पहले तक दिन में हल्की गर्मी महसूस हो रही थी, वहीं अब शाम 7 बजे तक वातावरण में एक तीखी ठिठुरन घुल गई है। मौसम विभाग की अनौपचारिक रिपोर्टों और स्थानीय लोगों के अनुभव के अनुसार, दिन का अधिकतम तापमान भले ही सामान्य के आसपास रहा हो, लेकिन न्यूनतम तापमान में आई गिरावट और हवा की गति ने ठंड के वास्तविक प्रभाव को कई गुना बढ़ा दिया है। जनता के बीच यह उत्सुकता है कि आखिर यह ठंड इतनी जल्दी और इतनी तीव्रता से क्यों बढ़ी है, जिसके पीछे का मुख्य कारण हिमालयी क्षेत्र में सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ और उसके बाद हुई व्यापक बर्फबारी को माना जा रहा है।

पहाड़ों से आ रही बर्फ की ठंडी हवाएं अब बिना किसी बाधा के मैदानी इलाकों तक पहुंच रही हैं। इन हवाओं ने न केवल जबलपुर बल्कि पचमढ़ी, नौगांव, खजुराहो और अन्य उत्तरी जिलों में भी शीतलहर जैसा माहौल बना दिया है। मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में जब यह हवाएँ और स्थिर होंगी, तब रात और सुबह के तापमान में और अधिक गिरावट दर्ज की जाएगी। लोगों को यह आशंका सता रही है कि कहीं इस बार की सर्दी पिछले वर्षों के सारे रिकॉर्ड न तोड़ दे।

जबलपुर शहर में शाम 7 बजे के बाद सड़कों पर चहल-पहल कम हो गई है। लोग जल्दबाजी में अपने घरों की ओर लौट रहे हैं और चाय की गुमटियों या अलाव के पास भीड़ दिखाई दे रही है। शहर के पार्कों और घाटों पर, जहां शाम को अक्सर रौनक रहती थी, वहां अब सन्नाटा पसरने लगा है। इस ठिठुरन के चलते, ऊनी कपड़ों के बाजार में अचानक उछाल आ गया है और लोग कंबल, रजाई, और हीटिंग उपकरण खरीदने में तेजी दिखा रहे हैं।

विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि इस अचानक बढ़ी ठंड को हल्के में न लिया जाए। बच्चों, बुजुर्गों और ऐसे लोग जो पहले से ही किसी बीमारी से जूझ रहे हैं, उन्हें ठंड से बचने के लिए विशेष एहतियात बरतने की आवश्यकता है। डॉक्टरों ने श्वसन संबंधी बीमारियों और जोड़ों के दर्द में वृद्धि की चेतावनी दी है, जो अक्सर तापमान में अचानक गिरावट के साथ होते हैं।

कुल मिलाकर, 5 दिसंबर की शाम 7 बजे तक की स्थिति यह है कि मध्य प्रदेश अब सर्दी की गिरफ्त में आ चुका है। जबलपुर में यह ठंड केवल मौसम का बदलाव नहीं है, बल्कि यह जीवनशैली और दैनिक गतिविधियों में एक महत्वपूर्ण बदलाव ला चुकी है। अगले कुछ दिन अत्यधिक ठंडे रहने का पूर्वानुमान है, जिसके लिए सरकार और आम जनता दोनों को तैयार रहने की जरूरत है।

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-