इस्लामाबाद. पाकिस्तान के आर्मी चीफ फील्ड मार्शल आसिम मुनीर को देश का पहला चीफ ऑफ डिफेन्स नियुक्त कर दिया गया है. बता दें, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से देश के सेनाध्यक्ष (सीओएएस) फील्ड मार्शल असीम मुनीर को पाकिस्तान के रक्षा बलों का कमांडर (सीडीएफ) नियुक्त करने का औपचारिक रूप से अनुरोध किया गया था.
पिछले महीने, संसद ने 27वें संविधान संशोधन को पारित किया, जिसमें सीडीएफ के पद को सृजित करने का प्रावधान किया गया. चेयरमैन ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी (सीजेसीएससी) का पद समाप्त कर यहां सीडीएफ का पद शुरू किया गया है.
प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री ने फील्ड मार्शल मुनीर को सेना प्रमुख और सीडीएफ के रूप में नियुक्त करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी और फिर इसे राष्ट्रपति भवन को भेज दिया. यह निर्णय प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का मुनीर को ज्यादा पावर देने की इच्छा को लेकर बहुत सारे अंदाजों के बाद आया है, क्योंकि शरीफ सरकार 29 नवंबर को देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज की नियुक्ति को नोटिफाई करने वाली थी, जिस दिन मुनीर का आर्मी चीफ के तौर पर ओरिजिनल तीन साल का टर्म खत्म हुआ था.
चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज का रोल पिछले महीने संविधान के 27वें संशोधन के तहत तय किया गया था, जिसका मकसद मिलिट्री कमांड को सेंट्रलाइज करना था. इसके अलावा, पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने एयर चीफ मार्शल ज़हीर अहमद बाबर सिद्दू की सर्विस में दो साल के विस्तार को भी मंज़ूरी दी, जो 19 मार्च, 2026 से लागू होगा.
आसिम मुनीर, जिन्हें इस साल फील्ड मार्शल रैंक पर प्रमोट किया गया था, सीडीएफ के तौर पर अपनी ड्यूटीज के साथ-साथ चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ का ऑफिस भी संभालेंगे. वह देश के इतिहास में फील्ड मार्शल का टाइटल रखने वाले सिर्फ दूसरे मिलिट्री ऑफिसर हैं. उनसे पहले जनरल अयूब खान थे, जिन्होंने 1965 में भारत के साथ युद्ध के दौरान पाकिस्तान को लीड किया था. इससे पहले, जब पाकिस्तान सरकार ने मुनीर के सीडीएफ के तौर पर नियुक्ति के बारे में ऑफिशियल नोटिफिकेशन में देरी की थी, तो भारत के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजरी बोर्ड के पूर्व सदस्य तिलक देवाशर ने कहा था कि पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ जानबूझकर नोटिफिकेशन जारी करने से बच रहे हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

