अनिल मिश्र/पटना
बिहार प्रदेश के बेगूसराय जिले में मंगलवार की देर रात एक ऐसी सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया गया है, जिसने पूरे राज्य की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जनता दल यूनाईटेड (जेडीयू) के पूर्व पंचायत अध्यक्ष की एक कुख्यात अपराधी ने अपने साथियों के साथ मिलकर गोली मारकर हत्या कर दी। यह घटना राजनीति और अपराध के गठजोड़ के बीच पनपे गहरे विवादों की ओर इशारा कर रही है, जिसने आम जनता के बीच भय और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है।
यह भयानक वारदात बेगूसराय जिले के छौराही थाना क्षेत्र के पीर नगर गांव में हुई। मृतक की पहचान पीर नगर गांव निवासी निलेश कुमार (30 वर्षीय) के रूप में हुई है। निलेश कुमार जदयू के सक्रिय और जमीनी स्तर के नेता थे, और पूर्व में प्रखंड अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभाल चुके थे। घटना के समय, निलेश अपने घर से कुछ ही दूरी पर स्थित मवेशी बांधने वाले स्थान, जिसे स्थानीय भाषा में 'बथान' कहा जाता है, में सो रहे थे।
देर रात, लगभग 11 बजे, गांव का ही कुख्यात अपराधी बृजेश महतो अपने करीब छह अन्य साथियों के साथ मोटरसाइकिल से घटनास्थल पर पहुंचा। चश्मदीदों (जो गोली की आवाज सुनकर दौड़े) और परिजनों के आरोप के अनुसार, बृजेश महतो ने सो रहे निलेश कुमार पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं। बताया जाता है कि अपराधी ने निलेश को पांच गोलियां मारीं, जिससे घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई।
गोली की आवाज सुनते ही आसपास के लोग दौड़ पड़े, लेकिन तब तक अपराधी बृजेश महतो और उसके साथी हवा में हथियार लहराते हुए मौके से फरार हो चुके थे। घटनास्थल पर खून से लथपथ निलेश कुमार को देखकर परिजनों में कोहराम मच गया और पूरे गांव में तनाव का माहौल व्याप्त हो गया। इस घटना के बाद से मृतक के घर में मातम पसरा हुआ है और परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
परिजनों ने पुलिस को बताया कि आरोपी बृजेश महतो इलाके का एक कुख्यात बदमाश है और उसके खिलाफ पहले से ही आधा दर्जन से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस उसे गिरफ्तार करने के लिए पहले भी उसके घर पर इश्तिहार चिपका चुकी थी, लेकिन वह लगातार फरार चल रहा था। फरार रहते हुए ही उसने एक सक्रिय राजनीतिक नेता की इस तरह गोली मारकर हत्या कर दी, जिससे उसकी बेखौफ आपराधिक प्रवृत्ति साफ झलकती है।
बेगूसराय के पुलिस अधीक्षक मनीष ने पत्रकारों को इस गंभीर वारदात के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शुरुआती जांच में यह सामने आ रहा है कि हत्या का मुख्य कारण जमीन विवाद हो सकता है। एसपी ने बताया कि 2019 में दोनों पक्षों—मृतक निलेश कुमार और आरोपी बृजेश महतो के बीच—इसी विवाद को लेकर प्राथमिकी (एफआईआर) भी दर्ज कराई गई थी, जिससे यह स्पष्ट होता है कि दोनों के बीच पुरानी रंजिश थी।
पुलिस अधीक्षक ने आगे बताया कि वारदात की गंभीरता को देखते हुए पुलिस पूरी सक्रियता से काम कर रही है। पुलिस ने एक युवक को हिरासत में लिया है, जिससे पूछताछ जारी है ताकि हत्याकांड की पूरी साजिश का पर्दाफाश हो सके। इसके साथ ही, पुलिस टीम अन्य मुख्य आरोपियों की तलाश में तेजी से छापेमारी कर रही है। पुलिस इस पूरे मामले को केवल जमीन विवाद तक सीमित न रखते हुए, राजनीतिक रंजिश समेत कई अन्य एंगलों से भी जांच रही है।
इस घटना ने बिहार में सुशासन के दावों पर सवालिया निशान लगा दिया है और स्थानीय जनता में यह जिज्ञासा बढ़ा दी है कि कुख्यात अपराधियों की इतनी हिम्मत कैसे हो गई कि वे फरार रहते हुए भी एक जनप्रतिनिधि को उनके ही गांव में निशाना बना सकें। पुलिस अब इस पूरे आपराधिक नेटवर्क को ध्वस्त करने और फरार मुख्य आरोपी बृजेश महतो को जल्द से जल्द पकड़ने के लिए दबाव में है।
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

