इटारसी. बलिया से मुंबई जाने वाली 11072 कामायनी एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में ड्यूटी पर तैनात मुख्य टिकट निरीक्षक और एक पुलिसकर्मी के बीच आज शनिवार को जमकर विवाद हो गया. विवाद में आरक्षक ने डिप्टी सीटीआई के साथ जमकर मारपीट की, जिसमें सीटीआई बुरी तरह घायल हो गए.
सूचना पर इटारसी स्टेशन पर जांच के लिए जीआरपी-आरपीएफ जवान मौके पर पहुंचे, पुलिस ने सीटीआई से पूरे मामले की जानकारी लेकर जांच शुरू कर दी है. घायल टीटीई भोपाल मंडल में पदस्थ बताया गया है. यह घटना रानी कमलापति स्टेशन से नर्मदापुरम के बीच की बताई गई है. पिटाई के बाद जख्मी सीटीआई ने भोपाल रेलवे कंट्रोल रूम को सूचना दी, जिसके बाद स्टाफ ने नर्मदापुरम और इटारसी स्टेशन पर ट्रेन अटेंड की.
बिना टिकट यात्रा कर रहा था आरक्षक
पुलिस ने मारपीट करने वाले जवान को भी उतार लिया है, उसके साथ सफर कर रहे पिता को इटारसी में उतारा गया. जानकारी के अनुसार आरक्षक बेटिकट होकर ट्रेन में सफर कर रहा था, इसी बाद पर टीटीई ने जुर्माने की बात कही, इस बात पर भड़के आरक्षक ने मारपीट शुरू कर दी. डिप्टी सीटीआई राजेश कुमार के अनुसार मारपीट करने वाला यात्री स्वयं को मुंबई जीआरपी में पदस्थ बता रहा था, कोच में कुल चार लोग मुंबई जा रहे थे. एस 6 में 26 नंबर की एक सीट के अलावा तीन अन्य बेटिकट सफर कर रहे थे. कुमार ने उनसे रसीद बनवाने को कहा, जिस पर उनके साथ मारपीट की गई. आरक्षक ने मारपीट के बाद उनका सामान भी छीन लिया.
दोनों को जिला अस्पताल भेजा गया
नर्मदापुरम स्टेशन पर आरपीएफ और जीआरपी की मदद से डिप्टी सीटीआई और कांस्टेबल को उतारकर जिला अस्पताल भेजा गया. जहां दोनों का मेडिकल कराया गया. मारपीट में डिप्टी सीटीआई के चेहरे पर आई चोट का इलाज कराया गया. जीआरपी थाना प्रभारी इटारसी संजय चौकसे ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. जवान ने सीटीआई पर कोच से उतारने आरपीएफ को बुलाने और उनके पिता के साथ अभद्रता करने का आरोप लगाया है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

